नीतीश सरकार जल्द ही छात्रों को देगी लैपटॉप व टैब
नई दिल्ली। बिहार के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है। कंपनियों ने इस संबंध में प्रजेंटेशन दिया है। अगले एक-दो सप्ताह में बजट पर चर्चा होगी।
राज्य सरकार ने 9वीं से 12वीं कक्षा के सरकारी स्कूलों के 36 लाख से अधिक बच्चों को डिजिटल शिक्षा के लिए टैब या अन्य गैजेट उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बिहार के छात्रों के लिए टैब, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स का निर्माण करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। गैजेट्स का निर्माण करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने निर्देश दिया है कि प्रजेंटेशन का पूरा प्रस्ताव लिखित में दिया जाए। हालांकि विभाग ने अभी यह तय नहीं किया है कि टैब दिया जाना है या छोटा लैपटॉप। अगली बैठक में बजट पर चर्चा होगी। कंपनियों से प्रस्ताव मिलने के बाद विभाग 15 दिन के भीतर फिर से इस पर फैसला लेगा।
राज्य सरकार ने केंद्र को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बच्चों को टैब जैसे गैजेट्स उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया था। सरकार से मांग की गई कि खासतौर पर 9वीं और 10वीं के बच्चों को टैब दिए जाएं। केंद्र ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। राज्य सरकार का दावा है कि कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को टैब देने से ऑनलाइन और डिजिटल पढ़ाई में मदद मिलेगी। समग्र शिक्षा अभियान के तहत केंद्र से 60 प्रतिशत और राज्य से 40 प्रतिशत भागीदारी है। केंद्र सरकार से प्रस्ताव खारिज होने के बाद राज्य सरकार खुद इस खर्च को वहन करने की कोशिश कर रही है।