बेसिक शिक्षा मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं, राजभवन ने पूछा- ईडब्ल्यूएस कोटे में कैसे हुई नियुक्ति
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी के भाई की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) कोटे में असिस्टेंट प्रोफसर के पद हुई नियुक्ति का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। मंत्री के भाई के पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद भी मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। जहां विपक्षी दल इस मुद्ïदे को गरमाने में लगे हुए हैं। वहीं मामला सुर्खियों में आने के बाद राजभवन ने विश्वविद्यालय से जवाब-तलब किया है। अरुण द्विवेदी के मनोविज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर 21 मई को ज्वाइन करने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया है। राजभवन से जवाब तलब किए जाने के बाद विश्वविद्यालय में भी खासी हलचल रही। विवि प्रशासन से जुड़े अफसर जवाब तैयार करने में जुटे रहे। इस पर कुलपति प्रो. सुरेंद्र दुबे ने कहा कि राजभवन से मंत्री के भाई की नियुक्ति के मामले में जो भी जानकारी मांगी गई थी, उसे भेज दिया गया है। बता दें कि अरुण द्विवेदी का ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र 2019 में जारी हुआ था। इस पर उन्हें 2021 में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में नौकरी मिली। इस संबंध में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि 2019-20 के लिए ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र जारी किया गया था, जो मार्च 2020 तक मान्य था।