लखनऊ से पकड़े गए आतंकियों ने किए खुलासे
लखनऊ। लखनऊ में आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में अहम जानकारी सामने आई है। मुख्य आरोपी मिन्हाज को सबसे खतरनाक माना जा रहा है। मिन्हाज पूरी साजिश को अंजाम दे रहा था। इसके तार पाकिस्तान और कश्मीर के हैंडलर्स से जुड़े थे। यह मिन्हाज ही था जिसने धार्मिक कट्टरपंथ के कारण मुस्तकीम को शामिल किया था ।
यह मिन्हाज ही था जिसने मसीरुद्दीन को साजिश में शामिल किया था। मिन्हाज ने मसीरुद्दीन को अवैध ई-रिक्शा चालकों और मालिकों के संपर्क बढ़ाने की जिम्मेदारी दी थी। मिन्हाज बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए अपंजीकृत-रिक्शा का इस्तेमाल करना चाहता था।
गिरफ्तार दोनों आतंकियों मुशीरुद्दीन और मिन्हाज को कोर्ट ने 14 दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया। पूछताछ के दौरान 3 नाम सामने आए। उन्हें एटीएस मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस दौरान मिले तीनों लोग आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं। आरोपियों ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया है। इसके बाद एटीएस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कोर्ट के सामने पेश कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
एटीएस की टीम शकील को बिजनौर स्थित मुख्यालय ले गई है। जहां उसका सामना अलकायदा के दोनों आतंकी मसीरुद्दीन और मिन्हाज अंसारी से होगा। एटीएस के साथ ही दिल्ली से स्पेशल सेल, एनआईए, रॉ और आईबी के अधिकारी आतंकी नेटवर्क से जुड़े सवाल-जवाब करेंगे। शकील पर कानपुर के दोनों आतंकियों को पिस्टल मुहैया कराने का आरोप है।
एटीएस की टीम शकील के मोबाइल के ब्योरे की जांच कर रही है। इसके साथ ही उसके ठिकानों पर छापेमारी करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एटीएस ने रविवार को दो कथित आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक की पूछताछ में पता चला है कि मसीरुद्दीन और मिन्हाज अंसारी दोनों ही कानपुर के नई सडक़ और चमनगंज इलाके में अक्सर मदरसे जाते थे, जहां कुछ अन्य सदस्यों को आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जा रही थी।