उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त लागू हो राष्टï्रपति शासन: अखिलेश
अपराधों में बढ़ोतरी भाजपा शासन की एकमात्र उपलब्धि
अपराधियों को नहीं किसी का डर, चारों ओर फैली अराजकता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी में अपराधियों का खूनी खेल जारी है। सत्ता संरक्षित अवांछित समाज विरोधी तत्वों को किसी का डर नहीं है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों से हत्या, लूट, अपहरण, दुष्कर्म की घटनाओं की सूचनाएं न आती हों। प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। राज्य में संवैधानिक संकट के कारण राष्ट्रपति शासन लगना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि कानपुर में 22 जून को अपहृत युवक संजीत यादव की हत्या समूची कानून व्यवस्था की हत्या है। अभी तक उसकी लाश का बरामद न हो पाना पुलिस की अकर्मण्यता और घोर लापरवाही का नतीजा है। पिछले साढ़े तीन वर्षों में प्रदेश में अपराधों की बढ़ोतरी ही भाजपा शासन की एक मात्र उपलब्धि रही है। माफियाओं, गुंडों की साठगांठ सत्तारूढ़ दल के नेताओं से है। पुलिस भी उनसे अपनी भागीदारी निभाती है। अभी कानपुर नगर के बिकरू गांव में जो भयानक कांड हुआ उससे तो इसी तथ्य की पुष्टि होती है। संजीत यादव के अपहरण के बाद फिरौती की रकम 30 लाख रूपए भी बदमाश पुलिस के सामने से ही लेकर फरार हो गए। खाकी के लिए क्या यह शर्म की बात नहीं। पुलिस मुख्यालय और यूपी डायल 100 पुलिस व्यवस्था समाजवादी सरकार में की गई थी। भाजपा सरकार ने इस सबको चौपट कर दिया है। भाजपा सरकार में किसी का भी जीवन सुरक्षित नहीं है। मुख्यमंत्री के नियंत्रण में अब प्रशासन नहीं रह गया है। खाकी पर अपराधी हावी हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह तहस-नहस है। अराजकता की स्थिति के कारण राज्य में संवैधानिक संकट है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि उत्तर प्रदेश में राष्टï्रपति शासन लागू किया जाये।
एलएलबी, एलएलएम की परीक्षाएं 28 अगस्त से कराने की तैयारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाओं की तारीख तय करने के बाद अब सेमेस्टर परीक्षाओं की भी तैयारी शुरू कर दी है। एलएलबी और एलएलएम अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 28 अगस्त से शुरू कराई जा सकती हैं। इसको लेकर जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम तय किया जाएगा।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध 38 कॉलेजों में विधि कोर्स संचालित हैं। इनकी परीक्षाएं हर साल मई में आयोजित कराई जाती थी लेकिन इस साल कोरोना की वजह से परीक्षाओं की व्यवस्था बेपटरी चल रही है। शासन के निर्देश पर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने के लिए विश्वविद्यालय ने कमेटी बनाई थी। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह के मुताबिक कमेटी ने जो सुझाव दिए, उसके अनुसार एलएलबी थ्री इयर के छठे और पांच इयर के 10वें सेमेस्टर और एलएलएम के चौथे सेमेस्टर की लिखित परीक्षाएं 28 अगस्त से कराई जा सकती हैं।