कलाकारों ने कैनवास पर उकेरे भावनाओं के रंग
- ऑनलाइन कला शिविर का आयोजन
- चित्रकारों ने किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन
गीताश्री
लखनऊ। भारतीय चित्रकला के इतिहास में पहली बार ऑनलाइन आर्ट कैंप का आयोजन किया गया। एक सप्ताह की अवधि वाले शिविर में देश के विभिन्न राज्यों के चित्रकारों ने भाग लिया। इस अनूठे कला शिविर का आयोजन कला की दुनिया में लगातार सक्रिय जम्मू-कश्मीर का मास्टर संसारचंद बरु मेमोरियल ट्रस्ट ने किया। ऑनलाइन कला शिविर में कलाकारों ने कैनवास पर भावनाओं के रंग उकेरे। कई पेंटिंग में उकेरे गए चित्रों का तो अलग ही अंदाज है, जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे किसी महिला को कैनवास पर सजाया गया हो। इन सुंदर चित्रों के बीच गाय का चित्र भी था, जिसमें सौम्य व तेज से परिपूर्ण चेहरा दूर से ही लोगों को आकर्षित कर रहा है। ट्रस्ट प्रेसिडेंट अनुराधा ऋ षि ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान बहुत से कलाकार बेरोजगार हो गए हैं। कला बाजार में मंदी आ गई है। कई कलाकार आर्थिक अभाव से जूझ रहे हैं। ऐसे में ट्रस्ट ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया और ऐसे कलाकारों को खोज कर उनके लिए ऑनलाइन कला शिविर का आयोजन किया। शिविर में शामिल सभी चित्रकारों को ट्रस्ट ने आर्थिक रुप से मदद तो पहुंचाई ही साथ ही इसमें बनाई गई चित्रों की बिक्री से जो आय होगी, उससे भी इन जरूरतमंद कलाकारों की आर्थिक मदद की जाएगी। बता दें कि अपनी तरह के प्रथम ऑनलाइन कला शिविर का आयोजन करने वाला यह ट्रस्ट इससे पहले जम्मू कश्मीर के पिछड़े क्षेत्रों में कला शिविरों का आयोजन करता रहा है। उसमें भी देशभर के प्रख्यात कलाकार हिस्सा लेते रहे हैं।
इन चित्रकारों ने लिया भाग
ऑनलाइन कला शिविर में भाग लेने वाले चित्रकारों में थे – अनिल कुमार बोडवाल( दिल्ली), अशोक बालडोडिया(राजस्थान), धीरज यादव (उत्तर प्रदेश), मीना देवी ( मणिपुर)अंशु पंचोली (मध्य प्रदेश), प्रभाकर अहोविलम ( हैदराबाद), डायना मोहापात्रा ( उड़ीसा), संजय चक्रवर्ती (कोलकाता), राजेश सिंह ( उत्तर प्रदेश) और रवि चौरसिया (उत्तर प्रदेश)।कलाकारों ने कैनवास पर उकेरे भावनाओं के रंग