क्या लखीमपुर खीरी में किसानों के बीच अराजक तत्व शामिल थे।
सुष्मिता मिश्रा
कांग्रेस लखीमपुर कांड के आरोपी आशीष मिश्र की गिरफ्तारी और उनके पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने की मांग कर रही है, जबकि अजय मिश्र बार बार ये दावा कर रहे हैं। कि अगर कोई ये साबित कर दे कि उनका बेटा घटना स्थल पर मौजूद था, तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और उनका बेटा आशीष मिश्र भी यही दावा कर रहा है। कि वो बेकसूर है,उसके खिलाफ गलत एफआईआर दर्ज कराई गई है। पिछले दो दिनों से लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर अलग-अलग दावे हो रहे थे। किसान, पुलिस, बीजेपी कार्यकर्ता सबकी अलग-अलग दलीलें थी। खासतौर से ये दावा किया जा रहा था कि किसानों की मौत गोली लगने से हुई,लेकिन अब इस मामले में सभी मरने वालों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, इसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं।
एक किसान गुरविंदर सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संयुक्त किसान मोर्चा सहमत नहीं है, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैट ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि दोबारा पोस्टमार्टम की मांग पर सरकार ने बोर्ड गठित कर डॉक्टरों को हेलीकॉप्टर से बहराइच भेजा है। सभी को गुरविंदर सिंह की दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार रहेगा,लेकिन बाकी सभी मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह का खुलासा हुआ है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसानों की मौत की वजह
सबसे पहले आपको पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक चार किसानों की मौत की वजह बताते हैं, जिनकी मौत की वजह पर सबसे ज्यादा विवाद है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, किसान लवप्रीत सिंह की मौत घिसटने से हुई। लवप्रीत के शरीर पर चोट के निशान मिले,पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने शॉक और हेमरेज को मौत की वजह माना है। वहीं किसान गुरविंदर सिंह के शरीर पर दो चोट और घिसटने के निशान मिले, गुरविंदर के शरीर पर चोट और घिसटने के निशान धारदार या नुकीली चीज से आई, इनकी मौत की वजह भी शॉक और हेमरेज है।
वहीं किसान दलजीत सिंह के शरीर पर कई जगह घिसटने के निशान पाए गए, पीएम रिपोर्ट में दलजीत की मौत की वजह भी यही बनी, चौथे किसान छत्र सिंह मौत से पहले ही शॉक, हेमरेज और कोमा में चले गए। इनके शरीर पर भी घिसटने के निशान मिले. हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर किसान गुरविंदर सिंह के परिवार वालों ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है। सोमवार को भी धरना स्थल पर मौजूद किसानों में से ज्यादातर का दावा था कि किसानों पर गाड़ियां ही नहीं चढ़वाई गईं, बल्कि गोली भी चलाई गईं, कुछ किसानों ने लोगों की गोली लगने से मौत का दावा किया, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अबतक गोली लगने से मौत की पुष्टि नहीं हुई है। तीन बीजेपी नेताओं की मौत की वजह भी गंभीर चोट ही है।