गाड़ियों से कुचली जा रही किसानों की आवाज : अखिलेश यादव
- सपा प्रमुख बोले- 2022 में भाजपा की विदाई तय
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा भाजपा अजीबोगरीब पार्टी है। कोई जिए-मरे, चाहे जैसी आपदा आए भाजपा हमेशा उत्सव मनाने में ही मगन रहती है। वह अपनी आदत से मजबूर है कि आपदा में भी उसे अवसर और उत्सव-उत्साह का आयोजन करना अच्छा लगता है। अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की हालत भाजपा राज में बदहाल होती गई है। उसकी आवाज गाड़ियों से कुचली जा रही है। किसानों से भाजपा सरकार ने जो वादे किए वे सभी झूठे साबित हुए हैं। फिर भी भाजपा बड़े-बड़े विज्ञापन छपाकर लोगों को भ्रमित करने में लगी है। जीत के टीके का भी कई बार उत्सव मनाया जा चुका है। हर बार रिकार्ड टीकाकरण का दावा होता है। सपा प्रमुख ने कहा कि कोरोना काल में लोगों को भयानक त्रासदी से गुजरना पड़ा। मौतों का सिलसिला नहीं थमने से लाशें भी टोकन पर जलने लगी थी। अस्पतालों में दवा, इलाज के अभाव में मरीज तड़पते रहे। आक्सीजन के लिए मारामारी मची रही। बड़ी संख्या में श्रमिकों का पलायन हुआ। नौजवानों की नौकरियां छूट गईं। इसके लिए दु:ख जताने के बजाय भाजपा नेतृत्व घंटा, थाली बजाकर खुशियां मनाने में लगा रहा। कोरोना में मौतों का उत्सव मनाकर भाजपा ने जनता के जख्मों पर क्या खूब मलहम लगाया? अखिलेश ने कहा भाजपा सरकार के अब चंद दिन ही बचे है। पूरी अवधि में एक यूनिट विद्युत का उत्पादन नहीं किया फिर भी झूठे दावे का उत्सव मनाने में कोई शर्म नहीं। शिलान्यास का शिलान्यास और उद्ïघाटन का उद्ïघाटन करते हुए भी भाजपा का उत्सव जारी है। समाजवादी सरकार के कामों पर भाजपा अपनी पट्टिका लगाती रही है और पूरे कार्यकाल का उत्सव मनाती रही।
झूठ और फरेब की राजनीति ही आती है भाजपा को
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कुशीनगर एयरपोर्ट समाजवादी सरकार की योजना थी पर भाजपा खुद श्रेय लेते हुए उत्सव मनाने में लग गई है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे भी समाजवादी सरकार की देन है उसका उत्सव भी भाजपा को मनाने में दिक्कत नहीं। सच तो यह है कि भाजपा को झूठ और फरेब की राजनीति ही आती है। अपने पूरे कार्यकाल में उसने जनहित में कुछ किया नहीं। उसके कार्यकाल में लोगों की परेशानियां बढ़ी हैं, जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त हुई है। उसका भी उत्सव मनाने में भाजपा को परहेज नहीं होगा? इस बार जनता का भी उत्सव का अवसर 2022 में आने वाला है जब भाजपा की विदाई और समाजवादी पार्टी की सरकार राज्य में आयेगी।
पश्चिमी यूपी से सपा को मिल रहा अपार जनसमर्थन
विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नेताओं के दिल और दल दोनों बदलने लगे हैं। दलित नेता के तौर पर पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने सबसे पहले समाजवादी पार्टी का दामन थामा। उसके बाद धीरे-धीरे अब दूसरे दलों में लाइन लगती जा रही है। अब मुजफ्फरनगर में पूर्व विधायक हरेन्द्र मलिक और पंकज मलिक ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया। मेरठ में कुछ माह पूर्व विधायक योगेश वर्मा, मेयर सुनीता वर्मा साइकिल पर सवार हुए। भाजपा के पूर्व एमएलसी और पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके राजकुमार त्यागी ने भी भाजपा छोड़ रालोद का दामन थाम लिया। इसी तरह मुजफ्फरनगर से सांसद रहे कादिर राणा अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।