झारखंड विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित, भाजपा ने की अब मंदिर की मांग
नई दिल्ली। झारखंड विधानसभा में पूजा-अर्चना के लिए अलग से कमरा आवंटित करने के स्पीकर रवींद्र नाथ महतो के आदेश पर विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी नेता और पूर्व सीएम बाबू लाल मरांडी ने इस फैसले को गलत बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर को लोकतंत्र का मंदिर ही रहने दिया जाए। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले के खिलाफ हैं। बाबूलाल ने कहा कि धर्म के आधार पर कोई फैसला नहीं लेना चाहिए।
शुक्रवार को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष की ओर से नमाज के लिए एक कमरा आवंटित करने का आदेश जारी किया गया। आदेश में कहा गया है कि नए विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए कमरा नंबर टीडब्ल्यू 348 को प्रार्थना कक्ष के रूप में आवंटित किया गया है।
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया है लेकिन इस फैसले के बाद विवाद शुरू हो गया है। पूरे विवाद पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि नमाजियों ने शुक्रवार को नमाज अदा की। हर कोई नमाज अदा करने के लिए इक_ा होता है। उसके लिए एक निश्चित जगह की जरूरत होती है। इसलिए उन लोगों के लिए जगह दी गई है। मैंने कोई नया काम नहीं किया है। हमारी पुरानी सभा में नमाज अदा करने के लिए एक विशेष स्थान आवंटित किया गया था।
इस मामले पर बीजेपी नेता सीपी सिंह ने कहा, मैं नमाज के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन फिर उन्हें झारखंड विधानसभा परिसर में मंदिर भी बनाना चाहिए. मेरी मांग है कि वहां हनुमान मंदिर बनाया जाए अगर स्पीकर इसकी मंजूरी देते हैं, तो हम अपने खर्च पर मंदिर का निर्माण करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, झारखंड विधान सभा में माता सरस्वती की मूर्ति है। भारतीय जनता पार्टी के सभी माननीय विधायक, जाकर माता सरस्वती की पूजा करें। झारखंड विधान सभा में दुर्गा पूजा पंडाल का भी आयोजन किया जाता है। झारखंड विधानसभा में विश्वकर्मा पूजा भी में मनाई जाती है।