बीमारी छिपाकर की शादी और अब मांग रहे किडनी
पत्नी ने 10 पर दर्ज कराया एफआईआर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। विवाह के पहले बीमारी छिपाकर शादी की। जब बीमारी का पता पत्नी को चला तो उपचार के लिए किडनी या 25 लाख रुपये की मांग की गई। इन्कार करने पर विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। अब इस मामले में पीडि़ता ने ससुराल पक्ष के 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
चकभटौली मेहनाजपुर आजमगढ़ निवासी इंद्रपाल मिश्रा की बेटी की शादी पांच माह पूर्व ककरही कप्तानगंज निवासी और वर्तमान में अकथा पहडिय़ा में रहने वाले अशोक कुमार मिश्रा के बेटे हेमंत मिश्रा के साथ हुई थी। आरोप है कि विवाह के बाद उसे पति से मिलने नहीं दिया जाता था। कुछ दिन बाद पता चला कि पति की दोनों किडनी खराब है जिसे छिपाकर शादी की गईं। विरोध करने पर ससुर द्वारा किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उसके सामने दो शर्त रखी गई। उसे पति को स्वयं अपनी एक किडनी देने या 25 लाख रुपए पिता से मांग कर लाने के लिए कहा गया। ऐसा न करने पर उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। विवाहिता की तहरीर पर पांडेयपुर-लालपुर थाने में अशोक कुमार मिश्रा, हेमंत मिश्रा, शरद मिश्रा, कुसुम लता, विनोद मिश्रा, विजय पाठक, उमेश पाठक, सुमित्रा अंजू व छाया मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
अलीगढ़: दूसरे की डिग्री पर नौकरी करने वाली शिक्षिका बर्खास्त
वेेेेतन की धनराशि की रिकवरी करने के आदेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अलीगढ़। ग्रेटर नोएडा में प्रदेश की बहुचर्चित शिक्षिका अनामिका शुक्ला केस के बाद ग्रेटर नोएडा में दूसरे की बीएड की डिग्री पर नौकरी करने वाली शिक्षिका मनीषा मथुरिया को पकड़ा गया है। फर्जीवाड़ा प्रकाश में आने पर शिक्षिका फरार हो गई है। आरोपित शिक्षिका ने दस साल तक फर्जी डिग्री पर नौकरी की।
शिक्षिका की तैनाती दादरी विकास खंड के नवादा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में थी। खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर शिक्षिका के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बीएसए ने शिक्षिका को बर्खास्त कर उसके द्वारा लिए गए वेतन के रिकवरी के आदेश दिए हैं। पुलिस आरोपित शिक्षिका की तलाश कर रही है। खंड शिक्षा अधिकारी हेमंत सिंह की तरफ से दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा गया है कि मूलरूप से अलीगढ़ के बसौली गांव की रहने वाली मनीषा मथुरिया ने आंबेडकर विवि आगरा से वर्ष 2005 में जारी बीएड की डिग्री के आधार पर शिक्षिका की नौकरी हासिल की थी। बीते दिनों शिकायत मिली तो जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि जिस अनुक्रमांक को मनीषा के मार्कशीट में दर्ज किया गया है। वह अनुक्रमांक मनीषा मौर्या के नाम पर दर्ज है, जो कासगंज के वीके जैन कॉलेज की है। जांच में पाया गया कि ग्रेटर नोएडा में नौकरी करने वाली मनीषा मथुरिया की डिग्री फर्जी है। वह मनीषा मौर्या की डिग्री पर नौकरी कर रही थी।