मरे हुए लोगों को सपने में देखना है बीमारी, तेजी से फैल रही है इस देश में
नई दिल्ली। दुनिया के ज्यादातर देश इस समय कोरोना वायरस महामारी की घातक लहर का सामना कर रहे हैं। इस बीच कनाडा में एक रहस्यमयी दिमागी बीमारी से दहशत फैल गई है। यहां अब तक 48 संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें अनिद्रा, अंगों में शिथिलता और मतिभ्रम जैसे लक्षण देखे गए हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अटलांटिक तट पर स्थित कनाडा के न्यू ब्रंसविक प्रांत में इस रहस्यमयी बीमारी के मरीज मिले हैं। ये लोग सपने में मरे हुए लोगों को देख रहे होते हैं। इसके बाद से यहां के लोगों में खौफ पैदा हो गया है। हालांकि कई कनाडाई इस बीमारी का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह बीमारी सेलफोन टावरों के रेडिएशन से फैल रही है। वहीं कई वैज्ञानिक ऐसे भी हैं जो इस बीमारी के लिए कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं हालांकि, उनके दावे की कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि कनाडा में यह बीमारी करीब 6 साल पहले फैलने लगी थी। दर्जनों लोग इसकी चपेट में आ चुके थे, जिनमें से 6 की मौत भी हो गई लेकिन 15 महीने पहले ही कोरोना वायरस महामारी का कहर शुरू हो गया था, जिससे लोगों और स्वास्थ्य अधिकारियों का ध्यान इस बीमारी से भटक गया था। यह सबसे बड़ी भूल साबित हुई।
हालांकि इतना समय बीत जाने के बाद भी वैज्ञानिकों के पास इस बीमारी का नाम तक नहीं है। लोग लगातार यह सवाल पूछ रहे हैं कि क्या यह बीमारी पर्यावरण से फैल रही है? क्या यह अनुवांशिक है? या यह मछली या हिरण का मांस खाने से फैलता है? यह सब नहीं तो और क्या है? लेकिन वैज्ञानिक कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में सार्वजनिक जानकारी मार्च में तब आई, जब न्यू ब्रंसविक के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इसका उल्लेख किया। डॉक्टरों का कहना है कि इस पर धीमी प्रतिक्रिया वैश्विक महामारी के दौरान अन्य चिकित्सा स्थितियों की चुनौती को रेखांकित कर रही है। विज्ञान में असाधारण प्रगति के बावजूद हम मानसिक रोगों या तंत्रिका संबंधी रोगों के ज्ञान में अभी भी इतने पीछे हैं।