अयोध्या जमीन मामले में आप नेता बोले- विहिप का दावा झूठा, दोगुने भाव पर खरीदी जमीन
- इतनी रकम में मिल जाती 24 हजार वर्ग मीटर भूमि
लखनऊ। राज्यसभा सांसद व आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का यह दावा झूठा है कि उसने राम मंदिर के लिए बाजार कीमतों से सस्ती दरों पर भूमि खरीदी। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बाजार की वर्तमान कीमतों पर भूमि की खरीद करता तो उसे कम से कम 24 हजार वर्ग मीटर भूमि मिल सकती थी, जबकि ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपए चुकाकर केवल 12 हजार वर्ग मीटर भूमि खरीदी है। हालांकि विहिप ने संजय सिंह के इन आरोपों को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। संगठन ने कहा है कि अगर संजय सिंह के पास प्रमाणिक दस्तावेज हैं तो उन्होंने इस खरीद के विरुद्ध आज तक एफआईआर क्यों दर्ज नहीं कराई? वहीं, संजय सिंह ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद अब तक भूमि के इस घोटाले का यह कहकर बचाव करता रहा है कि उसने यह भूमि बाजार से कम कीमतों पर खरीदी है। लेकिन यह बचाव तथ्यों के आधार पर बिलकुल गलत है। ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई भूमि के ठीक बगल की भूमि उससे बहुत कम कीमत पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा अगर आज के बाजार भाव पर भूमि खरीद की जाए तो उसी 18.5 करोड़ रुपए में 24,000 वर्ग मीटर भूमि खरीदी जा सकती है। जबकि ट्रस्ट ने इस कीमत को चुकाकर केवल 12 हजार वर्ग मीटर भूमि ही खरीदी है। आम आदमी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि विहिप का यह दावा भी झूठा है कि हरीश पाठक और अंसारी के बीच हुए समझौते के कारण अंसारी उक्त भूमि सीधे ट्रस्ट को नहीं बेच सकता था। संजय सिंह ने एक दस्तावेज के सहारे दावा किया है कि हरीश पाठक और अंसारी के बीच में यह एग्रीमेंट 18 मार्च को पहले ही रद्द हो चुका था, लेकिन बाद में नया एग्रीमेंट बनाया गया।