आदेश निरस्त करें सरकार, नहीं तो 12 को करेंगे स्वास्थ्य भवन का घेराव
- तबादला नीति के खिलाफ डॉक्टर्स का आंशिक कार्य बहिष्कार जारी, मरीज परेशान
लखनऊ। सरकार की तबादला नीति के विरोध में प्रदेश के सरकारी डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। स्वास्थ्य कर्मियों ने आज से अपना आंशिक कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सुबह 8 से 10 बजे तक इमरजेंसी को छोड़ अन्य सभी सेवाएं ठप रखी। इस दौरान दूर दराज से आए मरीज पर्चा बनवाने के बाद परेशान होते रहे। सिविल, लोकबंधु व बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी ब्लॉक के बाहर एकत्र स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाल ही में शासन ने तबादला नीति जारी की है। इसमें लोगों का अनिवार्य तबादला भी शामिल है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष सचिन वैश्य व फार्मसिस्ट एसोसिएशन के सुनील यादव ने कहा कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए अस्पतालों में तैयारी चल रही है। पीकू वार्ड तैयार हो रहे हैं। अधिकतर जगह टीमें बन चुकी हैं। इस वक्त तबादले करने से व्यवस्था बिगड़ जाएगी। दूसरा कोई डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्यकर्मी जब दूसरी जगह जाएगा तो किराए पर जगह ढूंढनी होगी, जबकि कोरोना के चलते अधिकतर लोग डॉक्टर्स या अन्य स्वस्थ्य कर्मियों को किराए पर मकान नहीं देते। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र पाण्डेय ने कहा अगर आदेश निरस्त नहीं किया गया तो 12 जुलाई को स्वास्थ्य भवन का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा अभी चल रही वार्ता में निष्कर्ष नहीं निकला है। वार्ता जारी है। मरीजों को समस्या न हो इसीलिए इमरजेंसी को प्रभावित नहीं किया और सुबह सिर्फ 2 घंटे कार्य बहिष्कार रखा है।