एसएसबी के कंपनी कमांडर ने खुद को गोली से उड़ाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
महराजगंज। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित नौतनवा थाना क्षेत्र के बैरिया बाजार में बने एसएसबी के बीओपी पर बुधवार की सुबह एसएसबी की 66 वीं बटालियन के कंपनी कमांडर एएसआइ विश्वजीत शर्मा (48 वर्ष) पुत्र प्रेम प्रकाश शर्मा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गले में गोली लगने से मौके पर उनकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कलह के कारण कंपनी कमांडर के आत्महत्या करने की बात सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर निवासी एएसआई विश्वजीत शर्मा चार महीने की छुट्टी के बाद जून माह में ड्यूटी पर आए थे। बुधवार की सुबह वह बैरक में बैठे थे। इसी दौरान उनके कमरे से गोली चलने की आवाज आई तो साथी जवान दौड़ पड़े। उन्होंने देखा कि विश्वजीत का शव बिस्तर पर पड़ा था। पैर के पास कार्बाइन मिली। गोली सिर को भेदती हुई बाहर निकल गई थी। मृत जवान का बेटा कनाडा में रहता है। बीते वर्ष वह अपनी पत्नी के साथ बेटे से मिलने कनाडा गए थे। बेटी पत्नी के साथ रहती है। पत्नी हमीरपुर के एक विद्यालय में शिक्षक हैं।
मुनाफे का झांसा देकर लाखों हड़पे तीन महिलाओं समेत छह गिरफ्तार
मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, चेक बुक और कार बरामद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सेवानिवृत्त अधिकारियों को झांसे में लेकर लाखों रुपये हड़पने वाले गिरोह के छह लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
एसटीएफ के मुताबिक गिरोह ने सेवानिवृत्त अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा डॉक्टर सीबी चौरसिया से 40 लाख तथा सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक रंजीत सिंह बोरा से चार लाख 14 हजार रुपये हड़प लिए थे। आरोपियों ने दोनों को बीमा में बोनस देने, जीवन भर हेल्थ इंश्योरेंस दिलाने और फर्जी कंपनियों में निवेश कर रुपये दोगुना कराने का झांसा दिया था। डॉक्टर सीपी चौरसिया ने गाजीपुर थाना और रंजीत सिंह ने विकास नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। छानबीन के दौरान एसटीएफ ने मीना बाजार इंदिरा नगर से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में मूल रूप से भीटी चौबेपुर कानपुर निवासी अभिनव सक्सेना, गोमती नगर विस्तार निवासी वेद प्रकाश द्विवेदी, फतेहपुर बाराबंकी निवासी मोहम्मद अरमान, लिबर्टी कॉलोनी सर्वोदय नगर इंदिरा नगर निवासी नेहा सक्सेना, चौबेपुर कानपुर निवासी प्रिया सक्सेना और गंगा सागर अपार्टमेंट नरही हजरतगंज निवासी मीनाक्षी भारती शामिल हैं। आरोपियों के पास से 11 मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड, तीन चेक बुक, तीन पासबुक, चार आधार कार्ड, पैन कार्ड, रजिस्टर व एक कार बरामद की गई है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कई फर्जी कंपनियां बना रखी थी, जिसके बैंक खातों में रुपये जमा कराते थे। एसटीएफ के मुताबिक एलायंज ग्रीन सिटी, आरआईएल डेवलपर्स, एमडीआई, ई-कॉमर्स, मैक्स लाइफ म्युचुअल फाउंडेशन, गोल्डन आर्किड और वेट फोलियो सर्विस के नाम से गिरोह ने फर्जी कंपनियां बनाई थी।