जानलेवा हुआ कोरोना वायरस, तेजी से बढ़ रहा मौतों का ग्राफ
- चौबीस घंटे में ५३ हजार से अधिक संक्रमित, ३५४ की मौत
- आठ राज्यों में हालत लगातार हो रही है खराब
- पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनकी पत्नी भी संक्रमित
४पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कोरोना एक बार फिर डराने लगा है। बीते २४ घंटे के अंदर देश में कोरोना वायरस के ५३ हजार ४८० नए मामले दर्ज किए गए हैं, वहीं मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। एक दिन में मौत का आंकड़ा साढ़े तीन सौ को पार कर गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश के आठ राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब और मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार काफी तेज है। देश में कोरोना संक्रमण के दैनिक मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव जारी है। महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। देश में पिछले २४ घंटे में रिकॉर्ड ५३ हजार से अधिक कोरोना मरीज मिले हैं और ३५४ की संक्रमण से जान चली गई है। एक दिन पहले की तुलना कोरोना से मरने वालों संख्या में हुए वृद्धि ने चिंता बढ़ा दी है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या १,६२,४६८ पहुंच गई है। इससे पहले मंगलवार को कोरोना से २७१ लोगों की जान गई थी। देश में कोरोना वायरस के ५ लाख ५२ हजार ५६६ सक्रिय मामले हैं। वहीं पूर्व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनकी पत्नी चेन्नम्मा कोरोना संक्रमित हो गए हंै।
दिल्ली में होगी रैंडम टेस्टिंग
दिल्ली में कोरोना संक्रमण मामलों के बीच फैसला लिया गया है कि राज्य में आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग की जा सकती है और संक्रमित पाए जाने पर १० दिनों का अनिवार्य क्वारंटीन होगा। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के एक आदेश में कहा गया है कि रैंडम टेस्टिंग दिल्ली हवाई अड्डे, सभी रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और राष्ट्रीय राजधानी में अन्य जगहों पर होगी। सैंपलिंग के बाद यात्रियों को बाहर निकलने की अनुमति होगी लेकिन संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों को घर पर या अस्पताल में १० दिनों के लिए क्वारंटीन रहना होगा।
यूपी में भी बढ़ा खतरा
उत्तर प्रदेश में भी कोरोना की दूसरी लहर का कहर देखने को मिल रहा है। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बीते १० दिनों में एक्टिव केस चार गुना बढ़कर ९१९५ हो गए हैं। २० मार्च को प्रदेश में महज २७७४ मरीज थे। पिछले दो दिन में २२८६ नए मामले सामने आए हैं जबकि संक्रमण से १५ लोगों की मौत हुई।
कल से बढ़ेगा वैक्सीनेशन का दायरा
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच टीकाकरण जारी है। देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है जिसके तहत १ अप्रैल से ४५ साल से अधिक उम्र के लोगों को भी कोरोना का टीका लगवाने की बात कही गयी है। इससे पहले ४५ साल से अधिक उम्र के उन्हीं लोगों को कोरोना वैक्सीन लग रही थी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं लेकिन अब सरकार ने लोगों से अपील की है कि ४५ साल के सभी लोग कोरोना का टीका लगवा लें। इसकी प्रक्रिया कल से देश भर में शुरू हो जाएगी। सरकार ने बताया है कि अब तक के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से होने वाली ८० फीसदी मौतें ४५ साल से अधिक उम्र के लोगों में ही हुई हैं। इससे साफ जाहिर है इस उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने से कोरोना से होने वाली मौतों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है।
मुख्तार कभी भी लाया जा सकता है यूपी
४पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब पंजाब के रोपड़ जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की यूपी में वापसी तय हो गई है। इसी कड़ी में आज मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। उसे यूपी नंबर की एंबुलेंस से कोर्ट लाया गया। यहां एक बिल्डर से उगाही के मामले में मुख्तार को पेश किया गया था। सूत्रों का कहना है कि मुख्तार को कभी भी यूपी लाया जा सकता है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई गंभीर मुकदमे कोर्ट में लंबित है जिसकी त्वरित सुनवाई के लिए यूपी सरकार उसे पंजाब से यूपी लाना चाहती थी, ताकि लंबित मुकदमों में उसकी पेशी कराकर जल्द से जल्द उनका निपटारा हो सके लेकिन पंजाब सरकार लगातार उसकी सेहत का हवाला देकर इंकार कर रही थी। जिसके बाद यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली, जहां से मुख्तार अंसारी को यूपी भेजने का आदेश दिया गया। मुख्तार को बांदा जेल में रखा जाएगा।
इशरत जहां एनकाउंटर मामले में तीन पुलिस अफसर बरी
४पीएम न्यूज नेटवर्क. अहमदाबाद। इशरत जहां एनकाउंटर केस में सीबीआई कोर्ट ने तीन पुलिस अधिकारियों को बरी कर दिया है। अदालत ने तरुण बरोट और जीएल सिंघल व अनाजू चौधरी को बरी कर दिया है। जून २००४ में गुजरात पुलिस पर इशरत जहां, जावेद शेख उर्फ प्राणेश पिल्लई और दो अन्य लोगों के फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगा था। सीबीआई जज वीआर रावल ने कहा, प्रथम दृष्ट्या जो रिकॉर्ड सामने रखा गया है, उससे यह साबित नहीं होता कि इशरत जहां समेत चारों लोग आतंकी नहीं थे।