डकैतों ने एक ही परिवार के चार लोगों को मारी गोली, पिता समेत तीन की मौत

  • महिला की हालत नाजुक, अस्पताल में भर्ती, सूचना से फूले पुलिस के हाथ-पांव
  • नकदी और जेवरात लूट ले गए बदमाश पुलिस की तीन टीमें कर रही जांच

4 पीएम न्यूज़ नेटवर्क. गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आज तड़के एक कपड़ा कारोबारी के घर में हथियारबंद डकैतों ने परिवार के चार सदस्यों को गोली मार दी। इस वारदात में पिता समेत दो बेटों की मौत हो गई जबकि एक महिला को हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया गया है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है। लोनी के मेन बाजार में रियाज कपड़े वाले के यहां तड़के तीन बजे के करीब बदमाश डकैती के इरादे से घुसे। इस दौरान उन्होंने 70 साल के रईसुद्दीन, उनके 30 साल के बेटे अजहर और 28 साल के बेटे इमरान की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके अलावा रईसुद्दीन की 65 साल की पत्नी फातिमा को भी गोली मारी दी। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घर से बदमाश नकदी और जेवरात भी लूट ले गए. पुलिस मामले की जांच कर रही है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि लोनी इलाके में एक ही परिवार के चार लोगों को गोली मारी गई है. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को मृत पाया जबकि एक महिला घायल थी। घायल को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना की जांच की जा रही है। मामले के खुलासे के लिए तीन टीमें लगाई गई है।

निष्पक्ष होते पंचायत अध्यक्ष चुनाव तो जरूर लड़ती बसपा: मायावती

4 पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में लगी बहुजन समाज पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती को भरोसा है कि उनकी पार्टी की ही अगली सरकार बनेगी। बसपा मुखिया मायावती ने प्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा पर जमकर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का सारा फोकस उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। इस बार उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बन सकेगी। जब यहां बसपा की सरकार बन जाएगी तो जिला पंचायत अध्यक्ष खुद ही बसपा में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि बसपा ने इस समय प्रदेश में हो रहे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को न लड़ने का निर्णय लिया है। पार्टी के लोगों को निर्देश है कि वह लोग इस चुनाव में अपना समय और ताकत लगाने की बजाय पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने और सर्व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने में लगाएं। उत्तर प्रदेश में अगर सर्वजन को बचाना है बसपा को सत्ता में लाना होगा।

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली का बड़ा आरोप

मायावती ने उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव पारदर्शी ढंग से होता तो हमारी पार्टी अपने प्रत्याशी जरूर खड़ा करती। मायावती ने बोला कि मैं स्पष्ट कहना चाहती हूं कि अगर यह चुनाव पारदर्शी होते तो हम जरूर लड़ते। हम भले ही जिला पंचायत चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन पूरी तरह सक्रिय हैं। मायावती ने कहा कि भाजपा भी अब तो समाजवादी पार्टी की तर्ज पर काम कर रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने अपना रंग दिया गया है। यह लोग लोकतंत्र की दुहाई देने के साथ ही अनुशासन की बड़ी-बड़ी बातें भी करते हैं, लेकिन इनका चेहरा सभी को दिख गया है। जिला पंचायत चुनाव अध्यक्ष के चुनाव में तो खुलेआम बेईमानी हो रही है।

फिरौती के 2 करोड़ नहीं मिले तो किडनैपर्स ने युवक को मार डाला

  • नाम बदलकर अंतिम संस्कार भी कर दिया
  • शीतगृह मालिक के बेटे को दो दिन पहले किया था अगवा

4 पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। आगरा के दयालबाग से शीतगृह स्वामी सुरेश चौहान के इकलौते बेटे सचिन (25) की अगवा करने के बाद हत्या कर दी गई। इसके बाद बल्केश्वर घाट पर पीपीई किट पहनकर आरोपियों ने अंतिम संस्कार भी कर दिया। कल रात को पुलिस को इस पूरे मामले में अहम सुराग मिला। उसके बाद पुलिस ने पांच युवकों को पकड़ लिया। इनमें एक बड़े कारोबारी का बेटा भी शामिल हंै। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। बता दें कि मूलरूप से बरहन के गांव रूप धनु निवासी सुरेश चौहान दयालबाग के जय राम बाग में रहते हैं। सुरेश जिला पंचायत में ठेकेदारी भी करते हैं। उनका रूप धनु में ही एसएस शीतगृह है। यह साझीदारी में करते हैं। उनका बेटा सचिन भी ठेकेदारी और शीतगृह में कामकाज देखा करता था। 21 जून की दोपहर 3:30 बजे लोअर और टीशर्ट में घर से निकला था। मां अनीता से कहा था कि कुछ देर में आ रहा है। इसके बाद लापता हो गया। उसकी तलाश की, लेकिन नहीं मिला। इस पर दूसरे दिन थाना न्यू आगरा में गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस उसके बाद से सचिन की तलाश कर रही थी।

हत्या के लिए रची गई साजिश

पिता सुरेश चौहान का कहना है कि बेटे की हत्या के लिए पूरी साजिश रची गई है। इसमें एक कारोबारी का बेटा भी शामिल है। वह अक्सर सचिन से आकर मिलता था। उसके साथ ही जाता था। वह पुलिस के मूवमेंट की भी जानकारी दे रहा था। आरोपी उनसे दो करोड़ रुपये की फिरौती वसूलना चाहते थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्या के बाद अंतिम संस्कार बल्केस्वर घाट पर किया गया। आरोपी सचिन के शव को पीपीई किट में लेकर गए थे, जिससे लगे कि किसी कोरोना मरीज की मौत हो गई है।

अब गुंडागर्दी पर टिका पंचायतों का गठन

  • सत्ता का हो चुका है जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव

4 पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। कई दशक पहले राजीव गांधी की सरकार में पंचायत की परिकल्पना इसलिए की गयी थी कि गांव स्तर तक लोगों का विकास होगा मगर आज इसका स्वरूप बदल गया है। पंचायतों के गठन की परिकल्पना अब गुंडागर्दी पर आकर टिक गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन पर यूपी में जगह-जगह से अराजकता नजर आई है। धनबल व बाहुबल के प्रयोग से जबरन पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा किया गया। पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में अगर ऐसी ही गुंडागर्दी होनी है तो क्यों होते हैं यह चुनाव। ये महत्वपूर्ण बातें निकलकर सामने आई वरिष्ठï पत्रकार दीपक शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान, वरिष्ठ पत्रकार अनिल रायल, बरेली प्रेस क्लब के अध्यक्ष पवन सक्सेना व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में।

परिचर्चा में पवन सक्सेना ने कहा जिला पंचायत सदस्यों को आम जनता से जुड़ना चाहिए लेकिन आज देखिए हालात यह है कि यह चुनाव सरकार का हो गया है। पंचायत अध्यक्ष का चुनाव अब सत्ता का चुनाव हो गया है। जिला पंचायत में इतनी सीटें आने के बावजूद परिणाम बदल रहे हैं। अनिल रायल ने कहा, भाजपा ने निर्दलीयों को अपने पाले में कर लिया सत्ता के बल पर। यही राजनीति है। जिला पंचायतों के चुनाव एक तरह से मनरेगा की तरह है। स्कीम के हिसाब से पंचायत चुनाव जीता जाता है। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए अच्छी स्थिति नहीं है। वरिष्ठï पत्रकार शरत प्रधान ने कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था खतरे में है। भाजपा ने साम-दाम दंड भेद कर सत्ता व धन के बल पर ज्यादातर पंचायत अध्यक्ष के पदों पर निर्विरोध कब्जा कर लिया। दीपक शर्मा ने कहा, अमित शाह ने इमरजेंसी पर लेख लिखा है अखबारों में। शाह ने लिखा कि हमारी सरकार लोकतंत्र की बहाली करेगी तो यूपी में पंचायत चुनाव में शाह ने यही काम किया है। मगर चुनाव से पहले चाल, चरित्र, चिंतन पर मंथन करना होगा भाजपा को।

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