प्रदेश में बेलगाम सडक़ हादसे जान पर भारी पड़ रही टै्रफिक नियमों की अनदेखी

  • आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन चालकों की हुई मौत
  • 12,896 हादसों में गई 6,931 बाइक सवारों की जान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। तमाम कवायदों के बावजूद प्रदेश में सडक़ हादसों पर लगाम नहीं लग पा रही है। तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी लोगों की जान ले रही है। ताजा रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। इसके मुताबिक हादसों में सबसे अधिक मौतें दोपहिया वाहन चालकों की हुई है। वहीं सरकार हादसों को कम करने के लिए अभी तक कोई ठोस रणनीति नहीं बना सकी है।
प्रदेश में सडक़ हादसों के दौरान सबसे ज्यादा जान गंवाने वालों में दोपहिया वाहन चालक शामिल हैं। 2019 के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इसके मुताबिक विभिन्न कैटेगरी की गाडिय़ों से हुए हादसों में सबसे टॉप पर दोपहिया वाहन चालक हैं। पिछले वर्ष करीब 12,896 हादसों में 6,931 बाइक सवारों की जान गई। हादसों और मौतों में दूसरे नंबर पर कार, टैक्सी, वैन और एलएमवी वाहन आते हैं। इनमें 6,873 हादसों में 3,729 लोगों ने अकाल ही जान गंवा दी। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब सडक़ें, ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना और नशे में तेज रफ्तार वाहन चलाना बढ़ते सडक़ हादसों की प्रमुख वजहें हैं।

यह करें

द्य हेलमेट लगाएं
द्य यातायात नियमों का पालन करें
द्य गति सीमा का पालन करे
द्य चार पहिया वाहन चालक और आगे बैठने वाला व्यक्ति सीट बेल्ट लगाए
द्य जगह होने पर नियमानुसार ओवरटेक करें

क्या कहना है परिवहन आयुक्त का

उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि कैलेंडर वर्ष 2019 के आंकड़े से साफ है कि हादसों में सबसे ज्यादा मौत लापरवाही से होती है। दोपहिया वाहन चालक इन हादसों में बेवजह अपनी जान गंवा बैठते हैं। वैन, कार, टैक्सी और एलएमवी चालक हादसों और मौतों में दूसरे नंबर हैं। वाहन स्वामी यातायात नियमों, संकेतकों और हाईवे पर लगे बोर्ड पर जरूर पालन करें।

सडक़ हादसों में हुई मौतें

वाहन का प्रकार हादसे मौत
दोपहिया 12,896 6,931
वैन, कार, टैक्सी 6,873 3,729
ट्रक एवं लॉरी 3,934 2,190
अन्य गाडिय़ां 3,856 2,188
पैदल 3,411 1,772
साइकिल 2,469 1,317
ऑटो रिक्शा 3,286 1,538
बस 2,691 1,403
नॉन मोटराइज्ड 3,156 1,587
वाहन
कुल: 42,572 22,655

मौत का प्रतिशत

दोपहिया 30.6
वेन, कार 16.5
ट्रक एवं लॉरी 9.7
जुगाड़ वाहन 9.7
पैदल 7.8
ई-रिक्शा एवं अन्य 7.0
ऑटो रिक्शा 6.8
बस 6.2
साइकिल 5.8

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