प्रभु राम के नाम से ही जीवन हो जाता है सार्थक : पाठक

सरस्वती अपार्टमेंट में भव्य भजन संध्या का आयोजन
घंटों तक भक्ति में डूबे रहे सरस्वती परिवार के लोग
अपनी रचनात्मक कामों के लिए पहचाना जाता है सरस्वती अपार्टमेंट
कोरोना की शुरुआत में 45 दिनों तक रसोई चलाकर हजारों गरीबों में खाना बांटा था यहां के लोगों ने

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि प्रभु राम के नाम से ही जीवन सार्थक हो जाता है। यह प्रभु की कृपा है कि आज कोरोना के भीषण संकट के बाद भी हमारा प्रदेश नई ताकत के साथ खड़ा हो गया है। गोमती नगर विस्तार के सरस्वती अपार्टमेंट में आयोजित भजन संध्या में बोलते हुए बृजेश पाठक ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से सकारात्मक भाव पैदा होता है और प्रभु की कृपा हम सभी को मिलती है।
कानून मंत्री ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश ने नई ऊंचाइयां छुई हैं। पूर्व की सरकारों में जो अराजकता थी वो खत्म हो गयी और यह बात साबित हो गयी कि अगर कोई कानून का उल्लंघन करेगा तो उसे कोई बचा नहीं सकेगा। पाठक ने कहा कि यूपी सरकार ने जो प्यार और सौहार्द का वातावरण बनाया है। उसी का नतीजा है आज चारों ओर सकारात्मकता दिख रही है। सरस्वती अपार्टमेंट की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह अपार्टमेंट लखनऊ के सबसे अच्छे अपार्टमेंट में से एक है और इसके पीछे मुख्य कारण यहां के लोगों का भाईचारा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अपार्टमेंट के विकास के लिए जो उनसे संभव हो सकेगा वो जरूर करेंगे। जस्टिस शशिकांत रस्तोगी ने कहा कि आज की भजन संध्या का आयोजन सोसाइटी के वातावरण को और अच्छा करेगा। कार्यक्रम में लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे, जीपी शुक्ला, डीके सिंह, वीके सिंह, रामकुमार यादव, श्रीवास, केके द्विवेदी, रश्मि भटनागर, नितिन अग्रवाल, शांति देवी व विनय तिवारी आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संजय शर्मा ने कहा कि सरस्वती अपार्टमेंट के लोगों ने कोरोना काल में भी लगातार 45 दिन लोगों के लिए रसोई चलायी थी। हजारों गरीबों को खाना बांटा था। सरस्वती के लोग रचनात्मक कामों में हमेशा आगे रहते हैं।
चर्चित भजन सुनकर लोग हुए मंत्रमुग्ध
भजन संध्या को ऊँ साई भजन मंडली ने रूप दिया। मंडली ने भगवान के चर्चित भजन सुनकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंडली में संतोष कुमार तिवारी, हरेश कुमार, राजेंद्र कुमार, सचिन कुमार, मोहन, मनीष व शिखा आदि शामिल थे। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान कर्नल ललितेश्वर चौधरी, शेखर सिंह, सिद्घार्थ कोचर, रणविजय सिंह, सरिता द्विवेदी, दिनेश सिंह, त्रिलोचन कालरा, अरूण सक्सेना, रमेश पाल, अनूप शुक्ला, सुरेश त्रिपाठी, ममता सिंह, राजेश वत्स, पूनम सिन्हा, सरला कुमारी, मजिंदर सिंह, सत्यपाल सिंह, डॉक्टर तृप्ति, मनोज, अशोक त्रिपाठी, राहुल, स्मिता सिंह, संजय श्रीवास्तव, अंविता सिंह, दीपाली, सरोज शर्मा, दिवाकर त्रिपाठी, आरएस भटनागर, एस के श्रीवास्तव, रेखा सिंह, हिमांशु, अर्चना सिंह, अजीत वर्मा, कल्पना श्रीवास्तव, शंकरलाल, प्रीती जैन, मनोज, अतुल सिंह, विनीता सिंह सहित अपार्टमेंंट के कई लोग मौजूद थे।

अपराधियों के लिए लखनऊ में कोई जगह नहीं, 17 को किया जिलाबदर

राजधानी को अपराधमुक्त करने में जुटे पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर
18 नवंबर को कार्यभार संभालते ही अपराधियों की फाइलें अपनी टेबल पर लाने के दिए निर्देश
तीन सप्ताह के भीतर ही अपराधियों को जिले से दिखाया बाहर का रास्ता

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने अपराधियों को चेता दिया है कि राजधानी में उनके लिए कोई जगह नहीं। पुलिस कमिश्नर ने सख्ती दिखाते हुए तीन सप्ताह के भीतर ही 17 अपराधियों को जिले से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। धु्रवकांत ठाकुर ने सांप्रदायिक सौहार्द भड़काने, गुंडा प्रवृत्ति के लोगों सहित नागरिकता कानून में आरोपी रहे अपराधियों को छह माह के लिए जिलाबदर कर दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि जिलाबदर किए जाने के बाद यदि कोई राजधानी में दिखता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
पुलिस कमिश्नर ने 18 नवंबर को कार्यभार संभालते ही अपराधियों की फाइलें अपनी टेबल पर लाने के निर्देश दे दिए। पुलिस कमिनश्नर ने जिलाबदर की सबसे पहली कार्रवाई 26 नवंबर को करते हुए नागरिकता संशोधन के विरोध में 19 दिसंबर 2019 को हुए हिंसक प्रदर्शन में आगजनी करने के आरोपी समेत चार अपराधियों को छह महीने के लिए जिला बदर कर दिया। इन आरोपियों पर सरोजनीनगर और मानकनगर थानों में केस दर्ज हैं। हिंसा के मामले में तालाब गगनी शुक्ल निवासी इरफान के खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। पुलिस कमिश्नर की कोर्ट में इरफान के अधिवक्ता की दलीलों के अभियोजन अधिकारी अवधेश सिंह ने विरोध किया, जिसे सुनने के बाद पुलिस कमिश्नर ने इरफान को छह महीने के लिए जिले की सीमा से बाहर किए जाने का आदेश पारित किया। वहीं ठाकुर ने बंथरा हरौनी निवासी पिंटू उर्फ अखिलेश, मानकनगर निवासी आनन्द पाण्डेय और मासूम से दुराचार करने के आरोपी सरोजनीनगर निवासी अखिलेश कश्यप को भी छह माह के लिए जिला बदर किया। जबकि 3 दिसंबर को पीजीआई, हसनगंज और अमीनाबाद क्षेत्र के पांच दबंग अपराधियों को जिला बदर किया, जिनमें बाबूखेड़ा कोठी कल्ली पश्चिम का अमित (27), मुकेश (28), अजय (20), चिकमंडी मौलवीगंज का रहने वाला अबु हुरैरा (31) व शिवनगर खदरा का रहने वाला जुनैर (26) शामिल हैं। 7 दिसंबर को तीन को जिलाबदर कर दिया। इनमें दुर्गा देवी भवन रहीम नगर का रहने वाला राहुल दीक्षित (32), तकिया मुंशीगंज थाना का रहने वाला आमिर (24), ठाकुरगंज के दौलतगंज का रहने वाला गौरव गुप्ता (25) है। 10 दिसंबर को सुशांत गोल्फ सिटी के रहने वाले अंकित रावत (26) पर कार्रवाई की। 14 दिसंबर को भी चार को जिलाबदर कर दिया। इनमें सेक्टर 5 ई वृन्दावन योजना का रहने वाला साहिल उर्फ राजा (25),गोसाईगंज के सुरिया मऊ का एक आरोपी, ठाकुरगंज में प्रताप टिम्बर के आगे न्यू हैदरगंज का रहने वाला सफात (21) और मोहम्मद तारिक (19) शामिल है।

पहले पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ सहायक को फिर खुद को मारी गोली, हिस्ट्रीशीटर पर फायरिंग से हड़कंप

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी के दो थाना क्षेत्रों में गोली चलने की घटना से हड़कंप मच गया। आशियाना थाना क्षेत्र के एलडीए कॉलोनी में पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ सहायक को सुबह कार्यालय जाते समय गोली मार दी गई। गोली चलाने वाले शख्स ने घटना के बाद खुद को भी गोली मार ली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है। वहीं तालकटोरा क्षेत्र के राजाजीपुरम के आईआईएम चौराहे पर बाइक सवार बदमाशों ने रंजीत यादव नाम युवक पर फायरिंग की। थाना की घटना में रंजीत बाल बाल बचे। पुलिस के मुताबिक रंजीत यादव पर पूर्व में भी हत्या के प्रयास के मामले में मुकदमा दर्ज है। मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है। एडीसीपी पूर्वी सैयद कासिम आब्दी ने बताया कि सर्वेश कुमार एलडीए कॉलोनी सेक्टर एच में रहते हैं। वह सुबह कार्यालय जाने के लिए अपनी बाइक निकाल रहे थे कि इस दौरान शैलेंद्र नामक युवक ने तमंचा निकालकर सर्वेश को गोली मार दी।

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