मध्यप्रदेश से भाजपा के कोटे से कौन पहुंचेगा राज्यसभा, कई दिग्गजों के नामों की है चर्चा
नई दिल्ली। एमपी में राज्यसभा की एक सीट खाली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के राज्यपाल बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है। इस सीट के लिए चुनाव 4 अक्टूबर को है। भाजपा के पास दावेदारों की लंबी फौज है। लेकिन हर किसी के मन में यह सवाल है कि क्या प्रदेश का कोई नेता इस सीट पर जाएगा या केंद्रीय नेतृत्व किसी बाहरी व्यक्ति पर भरोसा करेगा।
राज्यसभा की इस सीट के लिए दावा करने का दौर शुरू हो गया है। कई बड़े नामों की भी चर्चा है। इसके साथ ही भाजपा के भीतर भी मांग है कि थावरचंद गहलोत अनुसूचित जाति से आया करते थे। ऐसी स्थिति में पार्टी को एक ही जाति से आने वाले लोगों को इस सीट से राज्यसभा भेजना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने साफ कर दिया है कि एमपी में खाली राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
साथ ही अगर एससी फार्मूले पर अमल होता है तो फिर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य भी प्रबल दावेदार हो सकते हैं। लाल सिंह आर्य शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
इसके साथ ही राज्यसभा के लिए भी कुछ बड़े नामों की चर्चा है। इसमें पूर्व सीएम उमा भारती और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नाम भी हैं। इसके साथ ही कुछ केंद्रीय मंत्रियों और पूर्व मंत्रियों के नामों पर भी चर्चा है। इसके साथ ही संगठन से जुड़े कुछ बड़े चेहरों के नाम भी तैर रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी इस हफ्ते उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है क्योंकि नामांकन की आखिरी तारीख 22 सितंबर है ।
गौरतलब है एमपी में राज्यसभा की 11 सीटें हैं। इनमें से बीजेपी के पास सात सीटें और कांग्रेस के पास तीन सीटें हैं। भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया, एमजे अकबर, धर्मेंद्र प्रधान, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, सुमेर सिंह सोलंकी और सम्पतिया उइके हैं। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा और राजमणि पटेल कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में पहुंच चुके हैं।