महंत नरेंद्र गिरि की मौत खुदकुशी या हत्या!

  • सीडी से खुलेगा राज, कॉल डिटेल से भी मिले अहम सुराग
  • जांच के घेरे में इलाहाबाद के आईजी व भूमाफिया
  • विपक्ष ने कहा- साजिश न होती तो महंत नरेंद्र गिरि कभी नहीं कर सकते थे आत्महत्या

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष तथा निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मौत से सभी स्तब्ध हैं। महंत की मौत मामले में पुलिस को मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) से अहम सुराग मिले हैंं। मौत से पहले 6 से 10 घंटे के बीच जिन-जिन लोगों से बात हुई है उन सभी के नंबर निकाल कर पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। वहीं पुलिस को एक वीडियो भी हाथ लगा है, जिसकी जांच के बाद ही गिरि की मौत का राज खुलेगा। सूत्रों के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल करने में एक सीडी का इस्तेमाल किया जा रहा था। ब्लैकमेलिंग के इस मामले में एक नेता भी जांच के दायरे में हैं तो वहीं प्रयागराज आईजी की भूमिका भी जांच के घेरे में है। साथ ही एक-दो भूमाफिया के भी नाम सामने आ रहे हैं। इधर, हिरासत में लिए जाने के बाद आनंद गिरि ने कहा गुरुजी कभी आत्महत्या नहीं कर सकते, उनकी हत्या हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आईजी स्वयं इसमें संदिग्ध हैं। आईजी लगातार नरेंद्र गिरि के संपर्क में रहते थे। आनंद गिरि का आरोप है कि मठ और मंदिर का पैसा हड़पने वालों ने महंत जी की हत्या की है। इस साजिश में मठ के कई बड़े नाम शामिल हैं। महंत नरेंद्र गिरि के पास से मिले सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी पर मानसिक तौर से प्रताड़ित करने का आरोप है। पुलिस की एफआईआर में आनंद गिरि आरोपी है। उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया है। यह भी पता चला है कि जिस रस्सी से बने फंदे पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का शव लटकता मिला, उसे एक दिन पहले ही उन्होंने अपने सेवकों से मंगाया था। वहीं विपक्ष ने महंत के सुसाइड करने पर योगी सरकार से पूछा कि क्या यही है रामराज्य, जहां साधु-संत भी सुरक्षित नहीं है। विपक्ष का कहना है कि साजिश न होती तो महंत नरेंद्र गिरि कभी आत्महत्या नहीं कर सकते थे।

हाईकोर्ट में याचिका दाखिल

महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका दाखिल कर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की गई है। अधिवक्ता सुनील चौधरी की तरफ से दाखिल इस याचिका में प्रयागराज के डीएम और एसएसपी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग भी की गई है। याचिका में कहा गया है कि इस मामले में कुछ उच्च पुलिस अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। लिहाजा कोर्ट मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी से करवाए और प्रयागराज के डीएम व एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए।

जो भी जिम्मेदार, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई : सीएम योगी

सीएम योगी ने प्रयागराज जाकर महंत नरेंद्र गिरि की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने के साथ ही उनको अपनी श्रद्धांजलि दी है। सीएम योगी ने वहां पर शोकाकुल महंतों तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सदस्यों को सच सामने लाने का भी भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने स्पष्टï रूप से कहा कि मामले में जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हाईकोर्ट के जज से कराई जाए जांच : अखिलेश यादव

यूपी के पूर्व मुख्यंत्री व समाजवादी पाटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रयागराज पहुंचे। वहां उन्होंने नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा हमेशा उनका आशीर्वाद उन्हें मिला। उन्होंने इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। अखिलेश यादव ने कहा कि नरेंद्र गिरि मामले की जांच हाई कोर्ट के जज के द्वारा की जाए।

जरूरत पड़ी तो कराएंगे सीबीआई जांच : केशव प्रसाद मौर्य

प्रदेश के डिप्टी सीएम मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को एक साजिश बताया और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कारकार जो कोई भी दोषी होगा उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। प्रयागराज के बाघंबरी मठ पहुंचकर महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने के बाद उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। विश्वास ही नहीं हो रहा है कि अब वे हमारे बीच ही नहीं है। मौर्य ने कहा कि यह एक बड़ी साजिश है। अगर कोई साजिश न होती तो महाराज जी आत्महत्या जैसा बड़ा कदम कभी न उठाते। मामले में निष्पक्ष जांच की जा रही है. जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच भी कराई जाएगी।

 

हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं : बृजेश पाठक

कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा हम इस घटना से बहुत दुखी हैं। सरकार पूरे मामले की गंभीरता से जांच करा रही है। हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं। एक-एक बिंदु की जांच की जा रही है अपराधी बचेंगे नहीं। कई लोगों की गिरफ्तारी की गई है आगे की कार्रवाई जारी है। कानून मंत्री बोले कि मैं यही हमेशा प्रवास करता था इसलिए बहुत दुखी हूं किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा।

मुश्किल से साइन करते थे तो कैसे लिखा सुसाइड नोट?

अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्रानंद सरस्वती ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा जब वे मुश्किल से अपना हस्ताक्षर कर सकते थे तो सुसाइड नोट कैसे लिखा? कहीं ये हत्या की साजिश तो नहीं है, इसकी जांच जरूरी है। जितेंद्रानंद ने कहा कि नरेंद्र गिरि ने अपने जीवन भर में कभी चार पेज लिखा था कि नहीं इस पर भी संदेह है तो वे 6 पन्नों का सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं। उन्होंने कहा ये एक गहरा षड्यंत्र हैं और किसी को फंसाने के लिए साजिश भी हो सकती है।

महंतों की रक्षा करने में भी समर्थ नहीं है बीजेपी सरकार

कांग्रेस ने महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या पर दुख जताया है। साथ ही कांग्रेस ने यह सवाल भी किया कि यह खुदकुशी है या फिर ‘सुनियोजित हत्या। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि संतों-महंतों की सर्वोच्च संस्था अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हृदयविदारक है। उन्हें श्रद्धांजलि। सुरजेवाला ने सवाल किया, क्या यह आत्महत्या है या सुनियोजित हत्या? उत्तर प्रदेश भाजपा की ये कैसी सरकार है जो देश के संतों महंतों की रक्षा करने में भी समर्थ नहीं?

6 लोग हिरासत में, गनर से होगी पूछताछ

प्रयागराज पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि के गनर से भी पूछताछ की जाएगी। महंत को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि की लाश फांसी के फंदे से लटकती मिली थी। संदिग्ध हालत में महंत की मौत के बाद पुलिस को 6 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला था।

खबर सुनकर आहत हूं। इस सरकार में न तो आम इंसान सुरक्षित है और न ही महंत। मामले की सीबीआई जांच हो।

संजय सिंह, सांसद आप

प्रथम दृष्टïया आत्महत्या का मामला लग रहा है। सुसाइड नोट मिला है। मामले की जांच जारी है।

सर्वश्रेष्ठï त्रिपाठी, एसएसपी प्रयागराज

दुखद समाचार है। ये सम्पूर्ण समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। महंत जी के अनुयायियों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं?

प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिव

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