अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत, कमरे से मिला सुसाइड नोट
नई दिल्ली। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के निधन की खबर सामने आई है। उनका शव प्रयागराज के अल्लापुर बाघमबरी गद्दी के कमरे से बरामद किया गया है। मठ में उनकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई। हालांकि उनकी मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे पर लटका मिला है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया, जिसके बाद आईजी केपी सिंह समेत तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह हत्या है या आत्महत्या, पुलिस इसके पीछे के कारणों पर काम कर रही है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार महंत नरेंद्र गिरी का शव पंखे से लटका मिला है. इसके साथ ही पुलिस ने कमरे के सभी दरवाजे बंद मिले हैं। यही वजह है कि पुलिस ने शुरुआती मामले में इसे आत्महत्या का मामला बताया है। हालांकि पुलिस ने जांच के बाद ही स्पष्ट बयान देने की बात कही गई है। महंत नरेंद्र गिरि अपने शिष्य आनंद गिरि के साथ विवादों के चलते अचानक सुर्खियों में आ गए थे। यह दोनों के बीच संपत्ति का विवाद था, जिसे एक उच्च अधिकारी के माध्यम से सुलझाया गया था। फिलहाल फॉरेंसिक जांच की टीम मौके पर पहुंच गई है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नाम से फर्जी खाता बनाने का मामला सामने आया था। इस अकाउंट से कई विवादित ट्वीट किए गए। इस मामले को लेकर नरेंद्र गिरि ने काफी हैरानी जताई थी। यहां तक कि महंत ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दारागंज थाने में मामला भी दर्ज कराया था।