शहीदों के सम्मान में बोलीं राज्यपाल- दूसरों की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान करने वाले ही सच्चे सिपाही
- आनंदीबेन पटेल ने काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने काकोरी कांड की 96वीं जयंती पर शहीदों को याद किया। लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा विधायकों के साथ शहीदों को नमन करने के साथ उन सभी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीदों के स्वजन को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा मैं देश की स्वाधीनता के लिए स्वयं को बलिदान करने वाले उन शहीदों को कोटि-कोटि नमन करती हूं क्योंकि वे देश के सच्चे सिपाही थे, जिन्होंने दूसरों की रक्षा के लिए खुद का बलिदान दिया। देश की आजादी के आंदोलन में लखनऊ के काकोरी रेलवे स्टेशन की भी बड़ी भूमिका रही है। प्रदेश में काकोरी की क्रांतिकारी घटना की वर्षगांठ पर लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक पर बड़ा आयोजन किया गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी काकोरी शहीद स्मारक पर आज सुबह पहुंचे, शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद स्मारक स्थल पर देश के स्वतंत्रता संग्राम में बलिदानी शहीदों के स्वजन को सम्मानित किया गया। राज्यपाल के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश डॉ. महेंद्र सिंह, आशुतोष टंडन गोपाल जी, कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहे।
काकोरी कांड ने देश में राष्टï्रीय चेतना का संचार किया था : अनुपम
राष्टï्रीय लोक दल के राष्टï्रीय प्रवक्ता अनुपम मिश्रा ने काकोरी कांड की 96वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर नौजवान साथियों के साथ काकोरी कांड स्मारक स्थल पर पहुंचकर क्रांतिकारियों को नमन करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने 1925 की उस साहसिक घटना का स्मरण किया तथा जनता से सृजनात्मक कार्यों में लगने का आह्वान किया। अनुपम ने कहा काकोरी कांड ने देश में राष्टï्रीय चेतना का संचार किया था। प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मसूद अहमद ने कहा कि आज के नौजवानों को इतिहास को पढ़ना चाहिए तथा उससे प्रेरणा लेना चाहिए।
राज्य सरकारें बना सकेंगी ओबीसी की लिस्ट, लोक सभा में बिल पास
- संशोधन बिल पर विपक्ष का भी मिला समर्थन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने लोकसभा में संविधान (127वां संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया, जिसके बाद सर्वसम्मति से बिल पास हो गया। विपक्षी पार्टियों ने भी इस विधेयक का समर्थन किया है। ये बिल राज्य सरकारों को ओबीसी लिस्ट तैयार करने का अधिकार देगा। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में केंद्रीय कैबिनेट ने इसपर मुहर लगाई थी। इस संशोधन की मांग कई क्षेत्रीय दलों के साथ-साथ सत्ताधारी पार्टी के ओबीसी नेताओं ने भी की है। सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद यह बिल संसद में पेश किया गया। मई में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि केवल केंद्र को ये अधिकार है कि वह ओबीसी समुदाय से जुड़ी लिस्ट तैयार कर सके। हालांकि, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इसपर आपत्ति जाहिर की गई थी, इसी के बाद अब केंद्र सरकार संविधान संशोधन बिल लाकर इसे कानूनी रूप देना चाहती है। संसद में संविधान के अनुच्छेद 342-ए और 366(26) सी के संशोधन पर मुहर लगने के बाद राज्यों के पास ओबीसी वर्ग में अपनी जरूरतों के मुताबिक, जातियों को अधिसूचित करने की शक्ति मिलेगी। इससे महाराष्ट्र में मराठा समुदाय, गुजरात में पटेल समुदाय हरियाणा में जाट समुदाय और कर्नाटक में लिंगायत समुदाय को ओबीसी वर्ग में शामिल करने का मौका मिल सकता है।
कैब चालक को तमाचे मारने वाली युवती की मुश्किलें बढ़ी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। आलमबाग नहरिया पर कैब चालक सआदत की सरेराह पिटाई करने की आरोपित प्रियदर्शिनी नारायन उर्फ लक्ष्मी से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की। युवती को कृष्णानगर कोतवाली बुलाया गया था। विवेचक इंस्पेक्टर बंथरा जितेंद्र कुमार सिंह ने युवती से पूछताछ की और उसके बयान दर्ज किए। इस दौरान इंस्पेक्टर कृष्णानगर भी मौजूद रहे। विवेचक ने युवती से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। युवती ने पुलिस को दिए बयान में भीड़ पर पिटाई का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि कैब चालक उन्हें टक्कर मारने वाला था और फोन पर बात कर रहा था। रेड लाइट पर उसने नियम तोड़े, जिसके कारण उसने चालक की पिटाई की थी। बताया जा रहा कि कैब चालक समिति ने युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर चालकों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपित युवती को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। पुलिस ने आरोपित युवती की ओर से दिए जा रहे बयानों के बारे में भी पूछा, जिसमें वह पुलिसकर्मियों पर तरह-तरह के आरोप लगा रही है। पुलिस का कहना है कि कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डीआईजी होमगार्ड का निलंबन गलत, बहाल करें : अमिताभ ठाकुर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अमिताभ ठाकुर तथा डॉ नूतन ठाकुर ने कहा है कि डीआईजी होमगार्ड संजीव शुक्ला द्वारा अपने विभाग में हुए ट्रान्सफर में गड़बड़ियों एवं भ्रष्टाचार के संबंध में आवाज उठाने पर उन्हें निलंबित किए जाने को पूरी तरह गलत बताया है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के प्रशासनिक भ्रष्टाचार को सामने लाना तथा उसके संबंध में आपत्ति करना किसी भी सेवा नियमावली में निषिद्ध नहीं है और न ही यह किसी प्रकार का कदाचार है। उन्होंने कहा कि ऐसा मात्र अन्य सरकारी कर्मियों में भय पैदा करने तथा सरकारी कर्मियों को सच बोलने से रोकने के लिए किया गया है। अमिताभ तथा नूतन ने संजीव शुक्ला को तत्काल बहाल किए जाने की मांग की है।