शादी-ब्याह के लिए तीन महीने पहले ही होटल रिजार्ट फुल, मंडप भी 80 फीसदी बुक

दो पार्ट में बांटकर हो रही बुकिंग
कोरोना के चलते अप्रैल-मई में होने वाली शादियां टल गई थी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। शादी-ब्याह की शहनाई बजने में अभी देरी है। मगर मंडपों की बुकिंग चालू हो गई हैं। क्योंकि शादी-ब्याह के लिए शहर के 95 फीसदी होटल और रिजार्ट की बुकिंग पहले ही हो चुकी है। 80 फीसदी मंडप भी खाली नहीं है। लोगों ने पहले से ही बुकिंग करा ली है। होटल कारोबारियों का मानना है कि एक तो अप्रैल-मई में होने वाली शादियां टलने से यह संकट ज्यादा बढ़ गया है।
इस बार आने वाली सहालग में लोगों को मनपसंद होटल व रिजार्ट नहीं मिल पाएंगे। कोरोना काल आने के बाद से होटल कारोबार लगभग ठप सा हो गया था लेकिन अब नवम्बर-दिसम्बर में शादी-ब्याह करने वाले लोग इन होटलों से मायूस वापस लौट रहे हैं। लखनऊ होटल एसोसिएशन के महामंत्री श्याम किश्नानी बताते हैं कि बुकिंग कराने वालों को इस बात का अंदाजा है कि शायद नवम्बर-दिसम्बर में भी कोरोना वायरस का असर कम न हो तो वह 50-70 लोगों के लिए ही बुकिंग कर रहे हैं। ऐसे में होटल कारोबारी भी अपने बैंक्ïवेट को दो भागो में बांटकर दो-दो पार्टियां बुक कर रहे हैं। जिससे होटल का खर्च निकाला जा सके।

अब विवाह सामान्य करना ही ठीक

कपड़े की दुकान चलाने वाले पप्पू वर्मा बताते हैं कि कोरोना के चलते धंधा मंदा हो गया। बाजार ठप हैं। वे बताते हैं कि लॉकडाउन में बाजार ठप रहा। आगे भी ठप रहने की उम्मीद सी नजर आ रही है। हालांकि कमाई में घर का खर्च निकल रहा है। नवंबर-दिसंबर में शादी के बावजूद बाजार पूरी तरह से ठप हो गए हैं। वर-वधु पक्ष वाले बताते हैं कि अब विवाह सामान्य करना ही ठीक होगा। शादी विवाह के घर में आभूषण गहने की खरीदारी करनी थी, पर कोरोना काल में घर से ज्यादा निकलना ठीक नहीं है। जिनके घर शादी है वे बताते हैं कि टेंट, लाइट, फूलवाले, कैटरर, कुक सबके लिए एडवांस बुकिंग कर ली हैं। बारात जाने के लिए वाहन की बुकिंग करना ठीक नहीं है क्योंकि अब गाइडलाइन का पालन करना है। कम लोग ही शादी में बुलाने हैं। ऐसे में शादी की व्यवस्था जस की तस धरी रह गई है।

टली शादियां नवंबर-दिसंबर माह में

कोरोना ने न केवल लोगों को घरों में बंद कर दिया है, बल्कि नई जिंदगी की ओर कदम बढ़ा रहे जोड़ों की जिंदगियों को भी थाम दिया। इसी वजह से हजारों शादियां अप्रैल-मई-जून में टल गई थीं। वहीं अब टली हुई शादियां नवंबर-दिसंबर माह में होगी। इसके लिए लोगों ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। हालांकि कोरोना संक्रमण तब भी रहेगा। बावजूद लोग अब शादी नहीं टालना चाहते।

मोटी रकम वसूल रहे होटल

स्थानीय प्रशासन ने अभी तक शादी-ब्याह में केवल 30 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति दी है। ऐसे में आगे लोगों को उम्मीद है कि शायद 60-70 लोगों की अनुमति शादी में शामिल होने की मिल जाए। ऐसे में होटल कारोबारियों के सामने कठिन स्थिति पैदा हो गई है। होटल कारोबारी पवन मनोचा बताते हैं कि अगर कम लोगों की बुकिंग होगी तो होटल कारोबारियों का खर्च ज्यादा आएगा ऐसे में ग्राहकों को ही इसकी भरपाई करनी होगी। ं

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