सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ दिखते ही करें कार्रवाई: पुलिस कमिश्नर
- होली और शब-ए बारात पर लखनऊ पुलिस अलर्ट
- त्यौहार व कोरोना संक्रमण को देखते हुए बरतें विशेष सतर्कता
- डीके ठाकुर ने की शांतिपूर्ण ढंग से पर्व मनाने की अपील
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ न इक_ïा करें। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहितयात बरतें। डीके ठाकुर ने कहा कि अगर सावर्जनिक स्थलों पर भीड़ लगाई, तो ऐसे लोगों के विरुद्घ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने होली और शब-ए-बारात एक ही दिन मनाए जाने के मद्ïदेनजर डीजीपी हितेशचंद्र अवस्थी के आदेश का पालन करते हुए लखनऊ के सभी थानाधिकारियों से विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने को भी कहा है। उन्होंने दोनों त्योहारों को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी धर्म के लोगों से लगातार संवाद बनाए रखने को कहा है। उन्होंने मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी करने के साथ ही जुलूस वाले मार्गों पर थानों की पुलिस को निगरानी करने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा इस बात का भी ध्यान रहे कि किसी को बेवजह परेशान न किया जाए, नहीं तो परेशान करने वाले सिपाही या दारोगा को दंडित भी किया जाएगा। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के आदेश का पालन करते हुए पुलिस कमिश्नर ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों की मानीटरिंग करने और उत्पाती पोस्ट को तत्काल साइट से हटाने को भी कहा है।
बिना मास्क निकले तो देना होगा जुर्माना
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की पैनी नजर रखने को कहा। उन्होंने होली सहित अन्य पर्वो, पंचायत चुनाव और कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोगों को मास्क के उपयोग, सार्वजनिक जगहों पर दो गज की दूरी बनाए रखने और बार-बार साबुन से हाथ धोने के लिए जागरूक करने को भी कहा। उन्होंने कहा बिना मास्क के घूम रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज की जाए। ऐसे लोगों से जुर्माना वसूला जाए।
कोविड रिपोर्ट निगेटिव तो ही लोहिया की ओपीडी में होगा इलाज
- ओपीडी में दिखाने के लिए रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। केजीएमयू के बाद लोहिया संस्थान में भी अब बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के ओपीडी में मरीज नहीं देखे जाएंगे। मरीज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पंजीकरण करा सकेंगे। लोहिया संस्थान ने ओपीडी सेवाओं में तब्दीली की है। अब मरीज व उनके तीमारदार को कोरोना की नेगेटिव जांच रिपोर्ट के बाद ही देखा जाएगा। जांच आरटीपीसीआर ही मान्य होगी। अभी बिना जांच मरीज देखे जा रहे हैं। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक सुपर स्पेशियलटी में रोजाना 25 नए व 25 पुराने मरीज देखे जाएंगे। सामान्य विभागों में रोजाना 100 मरीजों देखे जाएंगे। निर्धारित संख्या पूरी होते ही पंजीकरण बंद कर दिया जाएगा। मरीज व तीमारदार को अपना वैध पहचान पत्र लाना होगा। प्रवक्ता ने बताया कि पहली अप्रैल से नई व्यवस्था के तहत मरीज देखे जाएंगे। मरीज व तीमारदार को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। डॉक्टर व कर्मचारियों को भी मास्क पहनकर ही काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
कैसरबाग बस अड्डे पर कोरोना जांच बिना मास्क वालों को पड़ी डांट
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। दूसरे राज्यों की तरह यूपी में भी कोरोना के तेजी से बढ़ते केसों के मद्ïदेनजर सरकार ने प्रदेश में टीकाकरण अभियान को और तेज करने का निर्णय किया है। इसी क्रम में आज राजधानी लखनऊ में होली के त्यौहार में अपने घर जाने वाले और आने वालों की कैसरबाग बस अड्डे पर कोरोना जांच की गई। साथ ही कैसरबाग बस अड्डे का सेनेटाइजेशन किया गया। इस दौरान वहां जो लोग बिना मास्क के मिले, उनको डांट भी पड़ी।
बदलाव का दौर जारी: रिटायरमेंट से पहले पद से हटाए गए चार आईजी
- कुछ दिनों में होने वाले थे रिटायर, स्टेट कैडर ने माना अपमानजनक
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। पुलिस विभाग में लगातार बदलाव का दौर जारी है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के गृह मंत्रालय द्वारा जबरन रिटायर करने के बाद अब एक नया विवाद सामने आ गया है। अब पुलिस के स्टेट कैडर के चार आईजी को रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटा दिया गया है। ये आईजी कुछ ही दिनों बाद रिटायर होने वाले थे। रिटायरमेंट से पहले ही इन अफसरों की इस तरीके से असम्मानजनक विदाई से पुलिस के स्टेट कैडर में असंतोष व्याप्त हो गया है। स्टेट कैडर ने इस घटना को अपमानजनक माना है। सूत्रों के अनुसार सुभाष बघेल को जहां झांसी के आईजी पद से हटाया गया है, वहीं राजेश पांडेय बरेली के आईजी पद से हटा दिए गए हैं। पीयूष श्रीवास्तव को आईजी मिर्जापुर के पद से हटा दिया गया है तो वहीं श्रीपर्णा गांगुली को नोएडा आईजी के पद से हटाया गया है। इन सभी को लखनऊ में साइड पोस्टिंग दे दी गई है। सभी पुलिस अधिकारी पिछले 35 सालों से सेवा दे रहे थे और प्रमोशन के बाद आईजी के पद तक पहुंचे थे। ये लोग स्टेट कैडर के वरिष्ठतकम अधिकारी रहे हैं। पीपीएस एसोसिएशन इन चारों के आईजी के पद से हटाए जाने पर मुख्यमंत्री योगी को एक पत्र लिखेगा। इस पत्र के माध्यम से पीपीएस एसोसिएशन सरकार से अपना विरोध दर्ज करवाएगा।
आईपीएस अमिताभ ठाकुर अनिवार्य सेवानिवृत्ति केस में जनहित याचिका दायर
- सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप चंद्रा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में खटखटाया दरवाजा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप चंद्रा ने आज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को दी गयी अनिवार्य सेवानिवृत्ति मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर किया है। याचिका के अनुसार केन्द्र सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार को सरकारी सेवकों को समय से पूर्व अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने का अधिकार है। इन प्रावधानों में 50 वर्ष से अधिक आयु के कामचोर अफसरों को व्यापक जनहित में सेवा से बाहर किए जाने की व्यवस्था है। इसके विपरीत केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा इन प्रावधानों का दुरुपयोग करते हुए उन सरकारी सेवकों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है जो अन्याय तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हैं या सरकारी सेवकों के अधिकारों के प्रति मुखर रहते हैं। याचिका के अनुसार अमिताभ ठाकुर की समयपूर्व सेवानिवृत्ति इस बात का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। जहां उन्हें मात्र व्यवस्था में खामियों एवं अनियमितताओं के संबंध में आवाज उठाने के कारण सेवानिवृत कर दिया गया है। याचिका में केन्द्र तथा राज्य सरकार को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के सम्बन्ध में स्पष्ट तथा वस्तुनिष्ठ नियम बनाए जाने तथा इन नियमों का पारदर्शी ढंग से पालन कराए जाने के आदेश देने की मांग की गयी है। साथ ही अमिताभ ठाकुर सहित अन्य कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने के कारणों को भी सार्वजनिक करने की प्रार्थना की गयी है।
योग ओपीडी: लखनऊ विश्वविद्यालय में बनेगा 100 बेड का अस्पताल
- योग एवं अल्टरनेटिव मेडिसिन की पहली फैकल्टी एलयू में स्थापित
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। लखनऊ यूनिवर्सिटी में अब 100 बेड का अस्पताल संचालित होगा। चौंकिए नहीं, क्योंकि ये कोई जनरल अस्पताल नहीं, बल्कि योग एवं लाइफ स्टाइल से संबंधित होगा, जिसमें योग ओपीडी का संचालन होगा। एलयू के फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन विभाग की ओर से ये अस्पताल चलाया जाएगा। एलयू के शताब्दी वर्ष पर योग इंस्टिट्यूट का विलय कर फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन की स्थापना की गई है। लविवि के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि योग एवं अल्टरनेटिव मेडिसिन की पहली फैकल्टी स्थापित की गई है। देश के किसी भी विवि में फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन नाम से फैकल्टी नहीं है। फैकल्टी में प्रोफेसर इंचार्ज के रूप में प्रो. नवीन खरे एवं कोऑर्डिनेटर के रूप में डॉ अमरजीत यादव को नियुक्त किया गया है। राजभवन से कार्यवाही के लिए सहमति पत्र भी प्राप्त हो गया है।
100 बेड का हॉस्पिटल तैयार करने का है लक्ष्य
प्रो. नवीन खरे ने बताया कि भविष्य में 100 बेड का हास्पिटल तैयार कर पांच वर्षीय बीएनआइएस पाठ्यक्रम संचालित किया जाएगा। फैकल्टी में स्वास्थ्य जागरूकता, योग जागरूकता, लिट्रेचर, रिसर्च, फ्री योग कैंपस कार्यक्रम चलाए जा रहे है। कोऑर्डिनेटर डॉ. अमरजीत में बताया कि पाठ्यक्रमों में पढ़ाई के साथ ही योग ओपीडी का संचालन भी किया जा रहा है।