15 सीटें तो मात्र एक हजार मतों के अंतर से हारे

  • भाजपा जहां छह सीटें हार गई तो वहीं सपा को भी सात सीटों पर लगा झटका

लखनऊ। 18वीं विधानसभा के गठन के लिए आए नतीजों से साफ है कि 403 विधानसभा में से 15 सीटों पर मात्र एक हजार मतों के अंतर से हार-जीत हुई है। इतने कम अंतर से भाजपा जहां छह सीटें हार गई, वहीं सपा को भी सात सीटों पर झटका लगा है। सपा गठबंधन में शामिल राष्टï्रीय लोकदल को दो सीटें सिर्फ 258 और 315 मतों के अंतर से गंवानी पड़ी हैं। भाजपा संग चुनाव मैदान में उतरी निषाद पार्टी खुशकिस्मत रही कि सिर्फ 719 मतों के अंतर से उसका प्रत्याशी चुनाव जीतने में कामयाब रहा है। 17वीं विधानसभा में एक हजार से कम मतों के अंतर से जीत हासिल करने वाले जहां आठ विधायक थे वहीं अबकी ऐसे विधायकों संख्या लगभग दो गुनी हो गई है। ज्यादातर सीटों पर भाजपा और सपा गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई में प्रत्याशियों ने लड़ाई तो लाखों वोट तक की लड़ी लेकिन अंतत: मात्र कुछ हजार वोट के अंतर से हार-जीत के निर्णय हुए हैं।

मसलन, धामपुर विधानसभा ही ले लीजिए। यहां से सपा प्रत्याशी 81588 वोट हासिल करने के बाद मात्र 203 मतों से हार गए हैं। इस सीट पर 834 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है। इसी तरह कुर्सी सीट पर नोटा का बटन दबाने वाले 1723 मतदाताओं ने अगर किसी पार्टी को वोट दिया होता तो शायद नतीजों में उलटफेर हो सकता था क्योंकि सिर्फ 217 मतों के अंतर से यहां भाजपा जीती है जबकि सपा और भाजपा प्रत्याशियों को यहां 1.18 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। चांदपुर सीट पर भाजपा 234 मतों से हारी है जबकि उसे 90 हजार से ज्यादा वोट मिले है। इस सीट पर जितने वोटों से हार-जीत हुई है उससे कहीं अधिक 854 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है। इस तरह से 53 विधानसभा सीटें ऐसी रही हैं जहां पांच हजार मतों से जीत-हार हुई है।

51 सीटों पर 50 हजार से ज्यादा की हुई हार-जीत

ऐसी 51 विधानसभा सीटें हैं, जिन पर 50 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत-हार हुई है। इनमें छह सीटें जहां सपा जीती है वहीं 44 पर भाजपा को सफलता मिली है। मऊरानीपुर सीट भाजपा गठबंधन में शामिल अपनादल(एस) ने 58 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीती है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने सपा प्रत्याशियों में सर्वाधिक 90,979 मतों के अंतर से जसवंतनगर सीट पर जीत का परचम लहराया है। शिवपाल को डेढ़ लाख से अधिक मतदाताओं ने वोट दिए। करहल से चुने गए सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी लगभग 1.48 लाख वोट पाए लेकिन जीत का अंतर 67 हजार ही रहा। वहीं 255 सीटों पर भगवा परचम फहराने वाली भाजपा के 11 प्रत्याशियों ने एक लाख से भी ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई है। इनमें से साहिबाबाद के सुनील शर्मा तो रिकार्ड 2.14 लाख से अधिक मतों के अंतर से सपा को हराकर जीत हासिल की है।

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