4पीएम का खुलासा : करोड़ों की ब्लैकमनी को सोने में बदलने को तैयार है तनिष्क, मचा हड़कंप, ईडी और आयकर विभाग से की गयी शिकायत

  • तनिष्क का असली चेहरा आया सामने, फर्जी नामों से बिल काटकर करोड़ों का सोना देने को तैयार
  • करोड़ों की ब्लैक मनी को सोने में बदलने को तैयार है तनिष्क जैसी कंपनी के लोग
  • 4 पीएम के यूट्यूब चैनल पर स्ट्रिंग आने के बाद मचा हड़कंप, तनिष्क के खिलाफ कार्रवाई की मांग
  • विपक्ष ने बोला हमला कहा ब्लैक मनी रोकने में सरकार फेल, भाजपा ने कहा होगी कार्रवाई
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। सरकार चाहे जितने दावे कर ले देश में ब्लैक मनी को व्हाइट करने का खेल जमकर चल रहा है। सरकार की कोशिश है कि ब्लैक मनी को भारत में किसी भी रूप में रोका जाए। ब्लैक मनी वालों को कड़े से कड़ा दंड दिया जाए लेकिन कई बड़े नाम हैं जो खुलेआम ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदल रहे हैं। ये ब्लैक मनी को व्हाइट में बदलने का खेल खेल रहे हैं। 4पीएम के अंडरकवर रिपोर्टर ने स्ट्रिंग के जरिए इस खेल का खुलासा किया है। ब्लैक मनी को व्हाइट करने में एक बड़ा नाम तनिष्क का है। यह वही तनिष्क है जो पूरे देश में ज्वैलरी के लिए जाना जाता है और अपनी आइडियोलॉजी की लंबी-लंबी बातें करता है। बताते चलें कि सरकार का नियम है कि यदि आप दो लाख से अधिक की कीमत का सोना खरीदते हैं तो आपको अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड देना पड़ेगा। कुछ दिन पूर्व सरकार ने यह भी तय किया था कि दस लाख से अधिक का सोना खरीदने वाले की जानकारी ईडी और इनकम टैक्स को संबंधित संस्थान देंगे। उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड भी देंगे। मगर जब तनिष्क जैसे बड़े ब्रांड के यहां 4पीएम का अंडरकवर रिपोर्टर जाता है और उसके मैनेजर से बात करता है तो सारा खेल खुल जाता है। जब रिपोर्टर कहता है कि दो-तीन करोड़ का सोना खरीदना है तो तनिष्क के मैनेजर अर्पित टंडन कहते हैं कि चिंता मत करिए। सारा पैसा एडजस्ट हो जाएगा। किसी भी चिंटू, मिंटू, पिंटू के नाम बिल काट देंगे, जिनके आधार और पैन कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी। दो लाख से कम के बिल कटेंगे और आपका सारा पैसा एडजस्ट हो जाएगा। जब हमारे रिपोर्टर से बात के बाद तनिष्क के मैनेजर आश्वस्त हो गए और उनको लगा कि ये बड़ा आसामी है तो वे सहज भाव से बात करने लगे। कोई भी बिल दे दीजिए, कोई भी आठ-दस नाम दे दीजिए। चिंता मत करिए हम उन नामों पर बिल काट देंगे और आपका सारा ब्लैक मनी व्हाइट हो जाएगा। तनिष्क अकेला उदाहरण नहीं है। 4पीएम ने लखनऊ के कई बड़े ज्वैलर्स की पड़ताल की है। आने वाले दिनों में उनका भी पर्दाफाश करेगा।

 

कई हैं सवाल
यह कितना शर्मनाक है। ये वे लोग हैं जो देश को बर्बाद करने में लगे हैं। सवाल यह है कि इस खुलासे के बाद क्या सरकार कोई सख्त कदम उठाएगी? क्या तनिष्क के ब्रांड को वैन किया जाएगा? क्या बिना आधार कार्ड और पैन कार्ड के ब्लैक मनी को व्हाइट मनी बनाने में लगे इस ब्रांड की जांच की जाएगी?
नोटबंदी सबसे बड़ा भ्रष्टïाचार था। यदि आज भी कुछ चुनिंदा लोग ब्लैक मनी को व्हाइट कर रहे हैं, इसका अर्थ है बाजार में ब्लैक मनी है और संगठित भ्रष्टïाचार जारी है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।
सुनील सिंह साजन, एमएलसी, सपा
कोई भी सार्वजनिक या निजी प्रतिष्ठान यदि सरकार की मंशा और कानूनों के विपरीत काम कर रहा है काले धन को सफेद कर रहा है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई होगी। ऐसे तथ्य सामने आने पर एजेंसियां ऐसे प्रतिष्ठानों और उनके कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी।
नवीन श्रीवास्तव, प्रवक्ता, भाजपा
नोटबंदी के बाद सरकार ने दावा किया था कि इससे कालेधन पर रोक लग गई है लेकिन अभी भी यह खेल जारी है। सरकार को बताना चाहिए कि कालेधन को सफेद बनाने के धंधे पर रोक क्यों नहीं लगी।
जीशान हैदर, प्रवक्ता, कांग्रेस
कालाबाजारी, घोटाले, गबन, बैंक फ्रॉड, ब्लैक मनी को व्हाइट करने जैसे धंधों के लिए भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा अनुकूल माहौल है अगर तनिष्क में भी ऐसा कांड सामने आया है तो इसके अंदर भी सत्तापक्ष के किसी हाई लेवल नेता की मिलीभगत जरूर होगी।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप

रिपोर्टर-सर! थोड़ा इन्वेस्टमेंट करना है।

दुकानदार- जी! क्या करना है?

रिपोर्टर-भाई साहब, थोड़ा कैश में करना है। भइया थोड़ा कैश में करना है।

दुकानदार-क्या लेना है?

रिपोर्टर-आप जो भी दे दें।

दुकानदार-गोल्ड क्वाइन ले जाइए।

रिपोर्टर-क्वाइन नहीं, ब्रिक्स चाहिए।

दुकानदार-हां, ब्रिक्स एण्ड गोल्ड क्वाइन आर दी सेम थिंग्स।

रिपोर्टर-नहीं-नहीं क्वाइन का मेरे ख्याल से… 10 या 25 ग्राम के होते हैं। ब्रिक्स तो 100 ग्राम के होंगे ना।

दुकानदार-नहीं, ब्रिक्स तो हमारे पास 25 के भी आते हैं, 50 के भी आते हैं और फिर 100 ग्राम का भी आता है।

रिपोर्टर- तो

दुकानदार-25 ग्राम में तो आपका…जरा 25, 50, 100 ग्राम क्वाइन के रेट बताओ।

रिपोर्टर-भैया, इन्वेस्टमेंट जो है, वो कैश में है।

दुकानदार-हां, आप 25 ग्राम का भी ले सकते हैं। 25 ग्राम का।

रिपोर्टर-नहीं-नहीं हमें करनी है 50

दुकानदार-ले सकते हैं आप

रिपोर्टर-50 लाख

दुकानदार-कोई दिक्कत नहीं, 25 ग्राम का क्वाइन आप ले सकते हैं। आप अलग-अलग नाम से बिलिंग करवा सकते हैं।

रिपोर्टर-नहीं, तो उसमें आप वो मांगोगे, फिर पैन कार्ड और ये सब

दुकानदार-नहीं, एक क्वाइन 25 ग्राम के क्वाइन पर पैन कार्ड नहीं चाहिए होगा। 50 ग्राम के ऊपर का क्वाइन अगर बिल करवायेंगे तो पैन कार्ड चाहिए होगा।

रिपोर्टर-पैन कार्ड तो हम देंगे नहीं।

दुकानदार-आप 25 ग्राम का ले सकते हैं।

रिपोर्टर-25 ग्राम दिखाइए

दुकानदार-ये 10 ग्राम के क्वाइन हैं ये भी ले सकते हैं इसमें पैन कार्ड नहीं चाहिए होगा। इंस्टेंट डिलीवरी मिल जाएगी आपको।

रिपोर्टर- आप, ये बताओ कि मैं कितना तक खपा सकता हूं इसमें।

दुकानदार-जितना आपको चाहिए, आप बोलते हैं मुझे चार लोगों को गिफ्ट करना है, मुझे चार अलग-अलग क्वाइन दे दो।

रिपोर्टर- नहीं, लेकिन मैं पैन-कार्ड एैन-कार्ड नहीं चाहता हूं।

दुकानदार हां, चलेगा न, हमें कोई दिक्कत नहीं, आप सपोज करिए कस्टमर आता है 05 लाख रूपये लेकर आता है वह कहता है मेरे को चार लोगों को गिफ्ट करना है ठीक।

रिपोर्टर- मैं तो आपको बता रहा हूं न कि मेरे को बस गोल्ड में रखना है बस और मेरे को नहीं रखना है भाई साहब हैं, उन्हें रखना है।

दुकानदार-कोई दिक्कत नहीं, 25-25 ग्राम के कर सकते हैं आप।

रिपोर्टर- 25-25 ग्राम के…

दुकानदार-25-25 ग्राम के इच क्वाइन आप ले सकते हैं, कोई दिक्कत नहीं

रिपोर्टर-तो, उसमें तो बहुत झोली भर के हो जायेंगे।

दुकानदार-नहीं, कितने क्वाइन आयेंगे। 01 क्वाइन 02 लाख रूपये के आस-पास आएगा

रिपोर्टर- हां, तो फिर तो कोई बात नहीं है।

दुकानदार-हां

रिपोर्टर- ये 25 ग्राम का, ये 25 ग्राम का

दुकानदार-ये 50 का है 25 का नहीं।

रिपोर्टर- 50 वाले कितने मिल जाएंगे

दुकानदार-50 में पैन कार्ड चाहिए होगा

रिपोर्टर- 25 में नहीं चाहिए

दुकानदार-नहीं, 10 में भी नहीं चाहिए होगा

रिपोर्टर- हम इसमें अगर 25,,,,, ये कितने का पड़ रहा है जी

दुकानदार-65 हजार रूपये का पड़ेगा 01 क्वाइन।

रिपोर्टर- 62 का एक हो गया तो मतलब 6 लाख 20 हजार के 10 पीस। 10 लें या 20 ले लें तो।

दुकानदार-जी 10 ले लीजिए, अलग-अलग दिन करके। कुछ आज ले लिया, कुछ कल ले लिया, कुछ परसों ले लिया।

रिपोर्टर-इसमें कहीं कोई पैन कार्ड और आधार कार्ड उसकी जरूरत नहीं है

दुकानदार-नहीं

रिपोर्टर-ठीक है कैश में हो जायेगा।

दुकानदार-हां

रिपोर्टर-इसकी एक फोटो खींच सकता हूं मैं

दुकानदार-खींच लीजिए

रिपोर्टर-नहीं, फोटो क्या खींचना

दुकानदार-कोई दिक्कत नहीं 10-10 ग्राम के हमारे पास स्टॉक अवेलेबिलिटी भी है समझ में भी आ जाएगा

रिपोर्टर-तुरंत! हैंड टू हैंड

दुकानदार-हां हां हां………. 25 ग्राम का नहीं होगा, पर 25 ग्राम का हमें ऑर्डर देना होगा

रिपोर्टर-नहीं, ये अभी कितने दिन रहेंगे

दुकानदार-10 ग्राम के क्वाइन कितने हैं अपने पास।

फी. इम्लॉयी- 77

दुकानदार-77 क्वाइन हैं अपने पास, 01 क्वाइन कितने का पड़ रहा है?

फ ी. इम्लॉई – 61524

रिपोर्टर-यार! वो एक काम आप एक काम करिए न प्लीज, जो 61500 आप जो बोल रहे हैं उसे 50 से मल्टीप्लाई करिए, कितना बना।

दुकानदार-30 लाख 76 हजार, 50-50 लाख रूपये का है कितना बताया तुमने?

फी. इम्लॉई-30लाख 76 हजार हो रहा है इसमें, 50 में।

दुकानदार- कितने क्वाइन हैं?

फी. इम्लॉई- 61524

दुकानदार-81 क्वाइन आ जायेंगे।

रिपोर्टर-चलिये 81 क्वाइन आ जायेंगे। अभी आप के पास 70 हैं।

दुकानदार-70 हैं, बाकी 08 ग्राम के हैं।

फी. इम्लॉई- कर देंगे सर… पूरा कर देंगे।

रिपोर्टर- हो जायेगा ना..

दुकानदार-हां…. कोई दिक्कत नहीं।

रिपोर्टर-इसका कोई मैनीफेस्टो या कुछ है आपके पास

दुकानदार-नहीं, कुछ नहीं है। क्वाइन ही है सिम्पल-सिम्पल

रिपोर्टर-नहीं… अब जा कर भाई साहब को क्या बोलूं

दुकानदार-क्वाइन मिलेगा 10 ग्राम……..पहले…… 19 ग्राम का क्वाइन तनिष्क का ही है।

रिपोर्टर-तनिष्क का ही है, लेकिन कुछ होता है न गोल्ड की वो होती है न क्वालिटी…. कितने कैरट है।

दुकानदार-24 कैरट का लिखा है न गोल्ड क्वाइन…. 24 कैरट… ठीक है।

रिपोर्टर-और अगर ये हम…. हां मतलब आज ले लिया….. मतलब…. मान लीजिए अभी मैं 02 घंटे में आ जाता हूं…… आज ले लिया।

दुकानदार-देखिए इसमें मेकिंग एण्ड टैक्सेज होते हैं, वो लॉस होता है, जब गोल्ड बढ़ेगा तभी फायदा होगा आपको।

रिपोर्टर-नहीं-नहीं….. हमें तो वो हटाना है, ये बताइए हमने आज ले लिया तो फिर हमने परसों कुछ और इतना ही और ले लिया।

दुकानदार-हां

रिपोर्टर-ऐसे हम करके ले सकते हैं न।

दुकानदार-आराम से कोई दिक्कत नहीं।

रिपोर्टर-उसमें कोई कागजी तो नहीं होगा न। मतलब कहीं भी हम लूपहोल तो नहीं बचेगा।

दुकानदार-कुछ नहीं। तीन-तीन क्वाइन एक उसमें बिल कर देंगे। आप हमें तीस नाम दे दीजियेगा। कुछ भी चिंटू, मिंटू, रिंकू, मिंकू, चिंकू कुछ भी नाम लिख कर दे दीजियेगा। हम उसका बिल कर देंगे। कोई दिक्कत नहीं है।

रिपोर्टर-हां…. मतलब पैनकार्ड का

दुकानदार-नहीं चाहिए, पैनकार्ड नहीं चाहिए।

रिपोर्टर- पैनकार्ड फिर आप बोलो आधार कार्ड दे दो फिर ये दे दो वो सब

दुकानदार-कुछ नहीं

रिपोर्टर-कुछ नहीं

दुकानदार-हां… कुछ नहीं

रिपोर्टर-हां…. मतलब हम आपको कैश दे दें और आप हमें दे दोगे।

दुकानदार-कैश दे दीजियेगा और किस-किस नाम से बिलिंग होनी है नाम लिख कर दे दीजियेगा।

रिपोर्टर-तो वो…. आप नाम खुद ही लिख लेना ना।

दुकानदार-वो आप लिख देंगे….. कोई दिक्कत नहीं….. वो तो बता रहा हूं निक नेम लिखना है और कुछ नहीं।

रिपोर्टर- वो लिख के दे देंगे। फैक्ट्री के वर्कर्स के नाम बनवा देंगे।

दुकानदार-कोई दिक्कत नहीं।

रिपोर्टर-चलिए, आपका शुभ नाम

दुकानदार-अर्पित

रिपोर्टर-भइया! कार्ड-वार्ड होगा

दुकानदार-विजिटिंग कार्ड दे दो अर्पित! कब डिसाइड करना है आपको।

रिपोर्टर-बस… मैं दो घंटे में आ रहा हूं। आपका अर्पित नाम है

दुकानदार-उसका नाम भी अर्पित है। अर्पित अग्रवाल

रिपोर्टर-आपका शुभ नाम

दुकानदार-अर्पित टण्डन

रिपोर्टर-टण्डन जी! क्या है न कि हमारे पास थोड़ा सा कैश रखा हुआ है दो, ढाई, तीन के आसपास तो….. उसको निपटाना है।

दुकानदार-हां

रिपोर्टर-जमीन ले नहीं सकते हैं।

दुकानदार-सही है।

रिपोर्टर-और वो घर में एक दम से….. अब आजकल पता नहीं चलता…. तो उसको हटाना है जल्दी से जल्दी।

दुकानदार-अपना नाम लिख दो और मेरा नाम लिख दो। मैं मिलूंगा या ये मिलेगा।

रिपोर्टर-आप अपना मोबाइल नम्बर…. अपना दीजियेगा! अर्पित टण्डन

दुकानदार-हां

रिपोर्टर-ठीक है मैं भी शायद… भाई साहब आपको फोन करें

दुकानदार-ओ.के.

रिपोर्टर-वो नाम नहीं बतायेंगे अपना। बस इतना बोलेंगे वो कि छोटा आया था।

दुकानदार-जी… जी …

रिपोर्टर-दो घण्टे में आता हूं। थैंक्यू !

तनिष्क स्ट्रिंग मामले में कार्रवाई की मांग

  • नूतन ठाकुर ने प्रवर्तन निदेशालय आयकर विभाग और गृहमंत्रालय को लिखा पत्र
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने तनिष्क के स्ट्रिंग के बाद इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग तथा गृह मंत्रालय भारत सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के अफसरों से तत्काल विधिक कार्रवाई की मांग की है। नूतन ने कहा कि तनिष्क का यह कृत्य अर्थशोधन निवारण अधिनियम 2002 की धारा में एक गंभीर अपराध है जिसकी सजा इस एक्ट की धारा 4 में 3 से 7 वर्ष प्राविधानित है। साथ ही यह इस एक्ट की धारा 63 में गलत सूचना देने का भी अपराध है, जिसकी सजा 2 वर्ष तक है। नूतन के मुताबिक अर्थशोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) नियमावली के नियम तीन में प्रत्येक ऐसे दुकानदार से प्रत्येक संदिग्ध लेनदेन का लेखाजोखा रखा जाना अपेक्षित है। इसी प्रकार इनकम टैक्स रूल्स के नियम 114बी में विभिन्न प्रकरणों में खरीद-फरोख्त के लिए पैन नंबर अनिवार्य किया गया है। इस सूची में क्रम संख्या 18 पर सूची के क्रम संख्या 1 से 17 को छोड़कर प्रत्येक वस्तु पर दो लाख से ऊपर की धनराशि पर पैन नंबर अनिवार्य किया गया है। इसके बाद भी तनिष्क, महानगर द्वारा जानबूझ कर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है तथा दो लाख की जगह करोड़ों के लेनदेन बिना पैन कार्ड से किसी भी फर्जी/छद्म नाम से करने का कार्य किया जा रहा है। नूतन ने कहा कि नौकरशाहों, नेताओं, बड़े-बिजनसमैन आदि द्वारा ऐसा किये जाने की संभावना के मद्देनजर तनिष्क के समस्त अभिलेख की गहन जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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