बंगाल बंद के दौरान हिंसा, भाजपा नेता की गाड़ी पर फेंके गए बम, हमले के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं को ठहराया बीजेपी ने जिम्मेदार

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से बुलाए 12 घंटे के बंद के कारण बुधवार को कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ। राजधानी कोलकाता में सडक़ों पर चहल-पहल कम है। सडक़ों पर बहुत कम बस, ऑटो रिक्शा और टैक्सी नजर आ रही हैं। निजी वाहनों की संख्या भी कम है। हालांकि, बाजार और दुकानें पहले की तरह खुली हैं। स्कूल और कॉलेज खुले हैं लेकिन ज्यादातर निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बेहद कम है, क्योंकि उन्हें घर से काम करने को कहा गया है।
इस बीच पार्टी नेता प्रियांगु पांडे ने बुधवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा इलाके में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला किया और गोलीबारी की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी कार पर बम फेंके गए। इस दौरान 6-7 राउंड फायरिंग भी की गई।
उन्होंने कहा कि आज मैं पार्टी नेता अर्जुन सिंह के घर जा रहा था। हम कुछ दूर चले गए थे कि भाटपारा नगर पालिका की जेटिंग मशीन से सडक़ को ब्लॉक कर दिया गया। जैसे ही हमारी गाड़ी रुकी, करीब 50-60 लोगों ने गाड़ी को निशाना बनाया। मेरी गाड़ी पर 7 से 8 बम फेंके गए और फिर 6-7 राउंड फायरिंग की गई। यह तृणमूल कांग्रेस और पुलिस की साजिश है। उन्होंने मेरी हत्या की साजिश रची। पुलिस ने सहयोग किया और जानकारी दी। मेरी सुरक्षा वापस ले ली गई और फिर यह घटना हुई। भाजपा नेता ने यह भी बताया कि उनके ड्राइवर को भी गोली मारी गई। सात अन्य लोगों में से दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना पर बोलते हुए पूर्व भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि प्रियांगु पांडे की हत्या की साजिश थी। उन्होंने कहा कि जब हमारी पार्टी के नेता आ रहे थे, तो जेटिंग मशीन का इस्तेमाल करके सडक़ जाम कर दी गई और बम फेंका गया। सात राउंड फायरिंग हुई और यह सब एसीपी की मौजूदगी में किया गया। प्रियांगु पांडे को मारने की योजना थी। आज स्थिति यह है कि बम फेंकने वाले लोग एसीपी कार्यालय के बाहर जुआ खेल रहे हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल पुलिस ने कोलकाता के बाटा चौक पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया। इससे पहले आज तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ‘नबन्ना अभियान’ मार्च के दौरान शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ भाजपा के 12 घंटे के ‘बंगाल बंद’ के आह्वान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर बंगाल में अराजकता पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि हम सभी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल दुष्कर्म-हत्या मामले में न्याय चाहते हैं। ममता बनर्जी भी न्याय चाहती हैं। मामला अब सीबीआई के हाथ में है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है। भाजपा यहां अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रही है। कल उन्होंने पुलिस पर हमला किया और आज उन्होंने बंद बुलाया है। बंगाल में सब कुछ सामान्य है। पश्चिम बंगाल के लोगों ने भाजपा के बंद को खारिज कर दिया है।
इससे पहले मंगलवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी में कॉलेज स्क्वायर से ‘नबन्ना अभियान’ रैली शुरू हुई थी। इसमें पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रदर्शनकारी हावड़ा के संतरागाछी इलाके में इक_ा हुए थे। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें कीं और लाठीचार्ज भी किया। आरोप था कि प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड्स पर चढऩे की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुई। लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया।

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