स्वच्छता रैकिंग में 12वें नंबर पर लखनऊ
गंगा शहरों की श्रेणी में वाराणसी को मिला पहला स्थान
इंदौर लगातार 5वीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद स्वच्छ शहरों को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 प्रदान कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा इंदौर को लगातार 5वीं बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। मप्र का इंदौर पहले स्थान पर रहा तो राष्टï्रपति कोविन्द ने गुजरात के सूरत और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को देश के दूसरे और तीसरे सबसे स्वच्छ शहर बनने पर सम्मानित किया। वहीं केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ गंगा शहरों की श्रेणी में यूपी के वाराणसी को पहला स्थान मिला है। जबकि महापौर संयुक्ता भाटिया के कार्यकाल में कड़े कॉम्पिटिशन के बावजूद 269 से 12वें नंबर पर लखनऊ रहा। मेयर संयुक्ता भाटिया की माने तो यूपी का सबसे साफ शहर लखनऊ बना है।
राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद ने आज देश के 342 साफ शहरों को सम्मानित किया। इन शहरों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में स्वच्छ और कचरा मुक्त होने के लिए कुछ स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया है। दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तहत भारत को कचरा मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टकोण की तर्ज पर कचरा-मुक्त शहरों की श्रेणी के तहत प्रमाणित शहरों को इस समारोह में भी पुरस्कृत किया गया है। वहीं लखनऊ देश में 12वें और प्रदेश में पहले नंबर पर है। उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद दूसरे और कानपुर तीसरे नंबर पर है। पिछली बार उत्तर प्रदेश में कानपुर चौथे नंबर पर था।
पांच करोड़ से अधिक आए फीडबैक
मंत्रालय के अनुसार, इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में 4320 शहरों को शामिल किया गया है जो दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है। साल 2016 में इस कदम की शुरुआत पर सिर्फ 73 प्रमुख शहरों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया था। मंत्रालय ने कहा कहा इस साल के सर्वेक्षण की सफलता इस बार नागरिकों से मिले फीडबैक की संख्या के आधार पर आंकी गई है। इस बार पांच करोड़ से अधिक फीडबैक आए। यह संख्या पिछले साल 1.87 करोड़ थी।
2017 में 51वें नंबर पर था
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का कहना है कि शहर में सफाई व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। इसी का नतीजा है कि रैंकिंग सुधरी है। 2016 में मिलियन प्लस शहरों की कैटिगरी में 28वें नंबर पर रहने वाला लखनऊ 2017 में 51वें नंबर पर पहुंच गया था। 434 शहरों की लिस्ट में लखनऊ देश में 269वें और यूपी में 10वें नंबर पर था।
एक साल में कई काम हुए
– स्वच्छ भारत मिशन के तहत कई निजी शौचालय बनवाए गए।
– गांव खुले में शौच से फ्री हुए।
– कम्युनिटी और पब्लिक टॉयलेट बने।
– दिन के अलावा रात के शिफ्ट में भी सफाई शुरू करवाई गई।
– कूड़ाघर मैकेनाइज किए गए।
– अवैध डंपिंग जोन हटाए गए
– कॉम्पैक्टर लगाए गए। इससे सड़कों पर कूड़ा नहीं फैलता।
– डोर टु डोर कूड़ा कलेक्शन का दायरा बढ़ाया गया।