डब्ल्यूटीसी फाइनल: भारत की आगे की राह हुई मुश्किल

  • लगातार तीन टेस्ट हारकर अंक तालिका में दूसरे स्थान पर लुढक़ा
  • भारत को आस्ट्रेलिया से 4-0 से जीतनी होगी सीरीज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। न्यूजीलैंड ने भारत को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हरा दिया है। कीवियों ने बंगलूरू में पहला टेस्ट आठ विकेट से जीता था। इसके बाद पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड की टीम ने 113 रन से जीत हासिल की थी। अब मुंबई में तीसरे टेस्ट को कीवी टीम ने 25 रन से अपने नाम किया। लगातार तीन हार ने टीम इंडिया की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह बेहद मुश्किल कर दी है। अब भारत को फाइनल से पहले सिर्फ ऑस्ट्रेलिया से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भिडऩा है। जिसमें 4-0 से कंगारू को हराना होगा।
हालांकि टीम इंडिया को यह सीरीज कंगारुओं के घर पर खेलनी है। फाइनल के लिए भारतीय टीम को श्रीलंका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका से टक्कर मिलने की उम्मीद है। भारतीय टीम को लगातार तीन टेस्ट हार से नुकसान हुआ है। टीम इंडिया पहले से दूसरे स्थान पर लुढक़ गई है। भारत ने 2023-25 चक्र में अब तक 14 टेस्ट खेले हैं। इसमें से आठ में जीत हासिल की है और पांच में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। एक टेस्ट ड्रॉ रहा है। भारतीय टीम का अंक प्रतिशत 58.33 है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले स्थान पर पहुंच गई है। ऑस्ट्रेलिया का अंक प्रतिशत 62.50 है। श्रीलंका फिलहाल तीसरे स्थान पर है।

पंत को गलत आउट देने पर रोहित बोले- हर टीम के लिए एक ही नियम होना चाहिए

मुंबई। न्यूजीलैंड ने भारत को तीसरे टेस्ट मैच में 25 रनों से हराकर 0-3 से सीरीज अपने नाम कर ली। मुंबई में खेले गए इस मैच से जुड़ा एक मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें अब रोहित शर्मा की भी एंट्री हो गई है। दरअसल, पारी के 22वें ओवर में न्यूजीलैंड ने डीआरएस की मांग की और तीसरे अंपायर ने फैसला पलटते हुए आउट घोषित कर दिया।मैदानी अंपायर ने उन्हें नॉट आउट दिया था इस पर रोहित बोले कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता। अगर हम कुछ कहते हैं तो उसे अच्छी तरह से स्वीकार नहीं किया जाता है। अगर कोई निर्णायक सबूत नहीं है, तो फैसला ऑन-फील्ड अंपायर के फैसले के साथ ही खड़ा रहना चाहिए। मुझे यही बताया गया है। मुझे नहीं पता कि फैसला कैसे पलट गया। उन्होंने आगे कहा- यह अंपायरों के लिए सोचने वाली बात है। हर टीम के लिए एक ही नियम होना चाहिए, मन बदलते रहना ठीक नहीं है।

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