पाचन अच्छा रखने के लिए करें ये काम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नवम्बर का महीना शुरू हो गया है। इसके साथ ही ठंडक का भी आगमन हो गया है। इस मौसम में लोग मिठाइयों और लजीज खान-पान को ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि मीठे, तले हुए और मसालेदार खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र में गड़बड़ी और कई प्रकार की अन्य दिक्कतों को बढ़ाने वाले माने जाते हैं। इस मौसम के दौरान खाने में बदलाव और अधिक तले-भुने या मीठे खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट में गैस, अपच, एसिडिटी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। अगर आप भी इस तरह की दिक्कतों से परेशान हैं तो घबराएं नहीं, कुछ आसान से उपायों की मदद से इसमें आराम पाया जा सकता है। मसालेदार भोजन करने के बाद लोग इस तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत करते हैं, जिसमें पेट फूलने, अपच, पेट में दर्द जैसी समस्याएं आम हैं।

दिनभर में 3-4 लीटर पीएं पानी

पाचन की दिक्कतों के लिए डिहाइड्रेशन को एक बड़ा कारण माना जाता रहा है। इसलिए जरूरी है कि आप दिनभर में कम से कम 3-4 लीटर पानी जरूर पिएं। गर्म या गुनगुना पानी पीना आपके लिए और भी लाभकारी हो सकता है। दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी पिएं। यह पाचन में सुधार करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोडक़र पिएं। पेट को साफ करने और पाचन क्रिया को बढ़ावा देने में ये बहुत फायदेमंद माना जाता है।

अजवायन का सेवन

पाचन की दिक्कतों में आराम पाने के लिए अजवायन का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से अपच और गैस की समस्याओं में आराम मिलता है। इसी तरह से अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की सूजन और अपच को कम करने में सहायक होते हैं। खाने के बाद सौंफ और मिश्री चबाना पाचन के लिए फायदेमंद होता है। इन उपायों के साथ खाने के बाद कुछ देर वॉक जरूर करना चाहिए। शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से पाचन की दिक्कतें दूर होती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

हल्का और सुपाच्य भोजन करें

पाचन खराब होने के बाद एक-दो दिन हल्का और सुपाच्य भोजन करें। दलिया, मूंग दाल खिचड़ी, उबली हुई सब्जियां या सूप जैसी चीजें पचाने में आसान होती हैं और पेट को आराम देती हैं। आहार में दही और छाछ को जरूर शामिल करें। इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गुड बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखते हैं और पाचन को बेहतर करते हैं। एक कटोरी दही खाने से अपच में आराम मिल सकता है। बता दें कि भारत के सभी राज्यों में भारतीय थाली के अपने-अपने वेरिएंट हैं। हालांकि, उनमें से प्रत्येक पोषक तत्वों और भोजन के संतुलित हिस्से के साथ एक प्रदान करते हैं। एक सामान्य थाली में आमतौर पर दाल, चपाती, चावल, सब्जियां, दही, पुदीना, चटनी, छाछ/चाय और अचार होता है। ये व्यंजन प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

खानपान में गड़बड़ी का असर

इस मौसम में अपनी सेहत को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है। अगर आप पाचन समस्याओं को लेकर परेशान हैं तो खाने-पीने की आदतों को ध्यान में रखकर, संतुलित आहार का सेवन, शरीर को हाइड्रेटेड रखना और स्वस्थ जीवनशैली के विकल्पों को अपनाना अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि अच्छी सेहत का राज पेट में छुपा है। अगर आपका पाचन दुरुस्त रहेगा तो आपकी ओवर ऑल हेल्थ भी दुरुस्त रहेगी। अक्सर लोग भरपेट खाना खा लेते हैं लेकिन खाना खाने के बाद बेहद परेशान रहते हैं। किसी को खट्टी डकारें परेशान करती हैं तो किसी को गैस,एसिडिटी से उठना-बैठना तक दूभर हो जाता है।

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