शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय, दोषों से मिलेगी मुक्ति
4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिंदू-धर्म के अनुसार सप्ताह का शनिवार का दिन भगवान शनि देव को समर्पित है। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि देव का दिन। शनि देव हर व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसके हिसाब से ही सबको फल भी देते हैं। इस दिन शनि देव की पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष दूर होते हैं। इसके अलावा शनिवार के दिन इन विशेष उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।इसके साथ ही जीवन में व्याप्त समस्त प्रकार के दुख और संकट भी दूर हो जाते हैं।
शनि देव विलक्षण शक्तियों वाले देवता हैं। शनि देव सूर्य पुत्र हैं, लेकिन सूर्यदेव से इनकी ज्यादा पटरी नहीं खाती। शनि देव की अशुभ स्थिति में व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जिन पर शनि देव की कृपा बनती है उन्हें हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। आपकी जानकारी के लिए बात दें कि सूर्य पुत्र और न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। इनकी दिशा पश्चिम है और ये कृष्णवर्ण के हैं। शनि देव की पूजा के लिए शनिवार का दिन सबसे प्रशस्त है। ऐसे में शनिवार के दिन कुछ खास उपाय करने से आपको शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से आराम मिलेगा। ऐसे में आइए जानते हैं शनिवार के दिन किए जाने वाले विशेष उपायों के बारे में।
शनिवार के दिन करें ये उपाय
- शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
- शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद गंगाजल में काले तिल मिलाकर पीपल के वृक्ष में अर्घ्य दें।
- इस समय पीपल वृक्ष की तीन बार परिक्रमा करें। साथ ही कम से कम पांच बार उठक-बैठक करें।
- शनिदेव को तिल और सरसों के तेल से अभिषेक किया जाता है। अतः शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए तिल के तेल या सरसों के तेल से अभिषेक करें।
- मोक्ष प्रदाता शनिदेव का आशीर्वाद पाने के लिए शनिवार के दिन स्नान-ध्यान करने के बाद शनि यंत्र की पूजा करें। साथ ही इन मंत्रों का जप करें।
- शनिवार के दिन अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार चमड़े के चप्पल, जूते, काले तिल, उड़द की दाल, छाता, टोपी आदि चीजों का दान करें।
इन मंत्रो का करें जाप
- ऊँ शं शनैश्चाराय नमः
- ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः