घुटनों का दर्द- इन मसाजों से मिलेगी राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सर्दियों का मौसम आ गया है। ठंडक शुरू होते ही कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है। सर्दियों में खांसी-जुकाम आम समस्या है,लेकिन कई लोगों को जोड़ों में दर्द की शिकायत हो जाती है। बुजुर्ग ही नहीं, कम उम्र वाले लोगों को भी घुटनों में दर्द होने लगता है। इसका कारण है कि ठंड बढऩे से ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिससे जोड़ों में ब्लड वेसेल्स सिकुड़ जाती हैं। इस मौसम में कम शारीरिक गतिविधियों के कारण हड्डियों के बीच मूवमेंट कम हो जाता है। वहीं विटामिन डी की कमी भी हो जाती है, जिससे शरीर अकडऩे लगता है और जोड़ों में दर्द होने लगता है। जोड़ों में दर्द और स्टिफनेस को दूर करने के लिए मसाज असरदार हो सकता है लेकिन किसी भी मसाज के भरपूर लाभ के लिए आपको सही तरीका अपनाना होगा। जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए इन मसाजों को अपना सकते हैं।

सरसों का तेल

कड़वा तेल या सरसों का तेल घुटने के दर्द को कम करने के लिए एक रामबाण तरीका है. इसके लिए सरसों के तेल में दो से चार लहसुन की कलियों को कुचल कर डाल दें और इसे अच्छी तरह से गर्म कर लें. जब तेल हल्का गुनगुना रह जाए तो इससे अपने घुटनों की मालिश करें। सरसों के तेल में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी, ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे गुण पाए जाते हैं, जो घुटने के दर्द को छूमंतर कर सकते हैं।

हीट थेरेपी

घुटने के आसपास ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने और मांसपेशियों को आराम देने के लिए आप हीट थेरेपी का उपयोग भी कर सकते हैं। आप हीटिंग पैड लगाएं या गर्म पानी से बाथ लें।

टीबिया एंड पीसीए

केवल घुटनों के ऊपर ही नहीं घुटनों के नीचे वाली हड्डियों और मसल्स पर मसाज जरूरी होती है। उंगलियों की मदद से ठीक घुटने के नीचे वाले हिस्से पर दबाव डालते हुए मसाज करें। ऐसा करने से मसल्स जो खिंच गई हैं और स्टिफ हो गई हैं उन्हें राहत मिलती है।

पटेला सर्किल

हाथों पर तेल लेकर घुटनों के आगे पीछे सर्कुलर मोशन में मसाज करें। अंगूठे की मदद से इस मसाज को करने से नी कैप स्मूद और फ्लैक्सिबल बनती है। जिसकी वजह से हो रही स्टिफनेस दूर होगी।

आइस पैक

प्रभावित घुटने पर हर 2-3 घंटे में लगभग 15-20 मिनट के लिए आइस पैक या ठंडा सेक लगाएं. ठंडा तापमान दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

ऐसे करें मालिश

ध्यान रखें कि घुटनों के आगे पीछे सर्कुलर मोशन में मसाज करें। अंगूठे की मदद से इस मसाज को करने से नी कैप चिकनी और लचीली होती है। साथ ही स्टिफनेस दूर होती है। घुटनों के ऊपर ही नहीं नीचे वाली हड्डियों और मसल्स की मालिश जरूर करनी चाहिए। उंगलियों की मदद से ठीक घुटनों के नीचे वाले हिस्से पर दबाव देते हुए मालिश करें। तलवों और उंगलियों की मसाज करना न भूलें। अंगूठे और उंगलियों में तेल लगाकर रगड़ते हुए मालिश करें। हथेलियों पर तेल रखें और दोनों हाथों पर अच्छी तरह से रगडऩे के बाद मालिश करना शुरू करें। घुटनों की मसाज के लिए मालिश साइड्स से करें। दोनों हाथों को घुटनों की साइड पर रखकर रब करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और ज्वाइंट्स पेन में राहत मिलती है। घुटनों के नीचे से नापकर एक हथेली नीचे काल्फ वाली मसल्स पर अंगूठे से दबाव डालें और फिर प्रेस करते हुए घुटनों तक आएं और फिर नीचे एड़ी तक मसाज करें।

तिल के तेल से करें मालिश

घुटनों में दर्द है तो रोजाना पांच मिनट मालिश करें। मालिश के लिए दस मिनट तिल के तेल से घुटनों की मसाज कर सकते हैं। ध्यान रखें कि अगर एसिडिटी से परेशान हैं तो नारियल के तेल से मालिश करें। घुटनों या हड्डियों की मालिश के लिए सबसे पहले हथेलियों में तेल रखें। अब दोनों हाथों पर तेल को अच्छे से रगड़ें। फिर मालिश करना शुरू करें। घुटनों की मालिश दोनों साइड से करें। दोनों हाथों को घुटनों के किनारे पर रखकर रगड़ें। ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जोड़ों में दर्द से राहत मिलती है।

Related Articles

Back to top button