राजधानी की कानून व्यवस्था पर आप और भाजपा में बढ़ी तकरार

पूर्व सीएम केजरीवाल बोले- लॉ एंड आर्डर नहीं संभाल पा रही दिल्ली पुलिस, अपराध की राजधानी बन गई है दिल्ली

केजरीवाल ने अमित शाह को लिखा पत्र

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर आप व भाजपा में वार-पलटवार जारी है। पिछले दो-तीन महीने में राजधानी में अपराधों व अपहरण के मामलों में तेजी वृद्धि देखी गइ है। इसको लेकर दिल्ली के के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर शनिवार को अमित शाह को पत्र लिखा और दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गृह मंत्री से मिलने का समय मांगा।
केजरीवाल ने राष्टï्रीय राजधानी में चिंताजनक कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर हमला बोला था और कहा था कि अगर उनकी पार्टी की सरकार दिल्ली पुलिस पर नियंत्रण रखती तो स्थिति अलग होती। करोल बाग में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक पदयात्रा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह केंद्र को शहर में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूर करने के लिए जनता के साथ एक आंदोलन शुरू करेंगे। राष्टï्रीय राजधानी में अपराध में वृद्धि का हवाला देते हुए, केजरीवाल ने कहा, भारत के 19 मेट्रो शहरों में से दिल्ली महिलाओं के खिलाफ अपराध में नंबर एक पर है। हत्या के मामले में दिल्ली नंबर वन. दिल्ली में रंगदारी वसूलने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं और एयरपोर्ट तथा स्कूलों को धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं पूरी दिल्ली में लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं, जिसे अब भारत और विदेशों में अपराध की राजधानी के रूप में पहचाना जा रहा है।

भाजपा गंभीर मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास करती है

भाजपा ने अतीत में आप पर राजनीतिक लाभ के लिए आपराधिक तत्वों को बचाने का आरोप लगाकर आरोपों का जवाब दिया है। हालाँकि, केजरीवाल ने तर्क दिया कि इस तरह के दावे सार्वजनिक सुरक्षा के गंभीर मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने का एक प्रयास थे। अगले साल की शुरुआत में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप तेज कर दिए हैं।

लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ी

अपोलो अस्पताल में कराया गया भर्ती

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 96 वर्ष के दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी का न्यूरोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विनीत सूरी की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। इससे पहले 04 जुलाई 2024 को भी आडवाणी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उससे कुछ दिन पहले आडवाणी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया था। उन्हें एम्स में एक रात रखने के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के एम्स से 27 जून को डिस्चार्ज किया गया था। उन्हें उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पातल में भर्ती कराया गया था। अचानक तबीयत बिगडऩे के कारण उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। लालकृष्ण आडवाणी को जरियाट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। लालकृष्ण आडवाणी ने करीब तीन दशकों का संसदीय करियर देखा है। वो भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने और उसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने वाले नेताओं में शामिल रहे। लालकृष्ण आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे गए, कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा। उन्हें भारतीय जनता पार्टी का शिल्पकार भी कहा जाता है।

अल्लू अर्जुन जेल से रिहा

साउथ सुपरस्टार ने महिला की मौत पर जताया अफसोस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन जेल से रिहा हो गए हैं। जमानत के बाद अल्लू अर्जुन का पहला बयान सामने आया है। एक्टर ने मीडिया से बात करते हुए अपने फैंस का शुक्रिया अदा किया है जिन्होंने इस मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया। इसके अलावा पुष्पा 2 एक्टर ने भगदड़ में हुई महिला की मौत पर अफसोस जताया ह।
जेल से रिहा होते ही अल्लू अर्जुन गीता आर्ट्स प्रोडक्शन हाउस पहुंचे थे। इस दौरान उनके पिता अरविंद अल्लू उनके साथ दिखाई दिए थे। अब एक्टर ने मीडिया से बात करते हुए अपने फैंस और सपोर्टर्स को थैंक्यू कहा है। अल्लू अर्जुन ने कहा मैं प्यार और सपोर्ट के लिए सभी को धन्यवाद देता हूं. मैं अपने सभी फैंस को धन्यवाद देना चाहता हूं। अल्लू अर्जुन ने आगे कह कि चिंता की कोई बात नहीं है,मैं ठीक हूं, मैं कानून को मानने वाला नागरिक हूं और सहयोग करूंगा। मैं एक बार फिर परिवार के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त करना चाहता हूं, ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, जो हुआ उसके लिए हमें अफसोस है कि एक परिवार फिल्म देखने जाता है और किसी की जान चली जाती है। ये मेरे बस में नहीं था।

कैबिनेट विस्तार पर शिंदे ने दी सहमति

15 दिसंबर को नए मंत्री लेंगे शपथ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर महायुति में खटपट की अटकलों पर अब जल्द विराम लगने वाला है। दरअसल, भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार का दिन तय हो गया है।माना जा रहा है कि शिंदे गुट जो गृह मंत्रालय और कुछ बड़े कैबिनेट मंत्रालयों पर अड़ा हुआ था, उसे मना लिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 15 दिसंबर को महाराष्ट्र सरकार का कैबिनेट विस्तार होगा। नए मंत्री नागपुर में एक समारोह में पद की शपथ लेंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को प्रेस एजेंसी पीटीआई को बताया कि 30-32 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इस बीच राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को कैबिनेट गठन को अंतिम रूप देने के लिए उपमुख्यमंत्री शिंदे और अजित पवार से अलग-अलग मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि दक्षिण मुंबई में अजित पवार के देवगिरी बंगले पर गहन विचार-विमर्श हुआ, जहां उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस बैठक में अजित पवार ने उन नेताओं का नाम तय किया जिसे मंत्री बनाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि भाजपा को 20-21 मंत्री पद मिलने की संभावना है, शिवसेना को 11-12 और एनसीपी को 9-10 मंत्री पद मिल सकते हैं।

43 विधायक ही बन सकते हैं मंत्री

देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को मुंबई में एक भव्य समारोह में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी प्रमुख अजित पवार के साथ मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। महाराष्ट्र में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 43 सदस्य हो सकते हैं।

बिहार में एक थप्पड़ की गूंज से हिला पूरा देश

पटना के डीएम ने बीपीएससी परीक्षार्थी को मारा था थप्पड़, मामला राष्टï्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा
महागठबंधन के निशाने पर नीतीश सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार एक थप्पड़ की गूंज से गूंज रहा है। की गूंज की वजह से वहां की सियासत भी गरमा गई है। आम लोगों के साथ छात्र-छात्राओं, कोचिंग सेंटर्स, पुलिस-प्रशासन से लेकर राजनेताओं के बीच इस थप्पड़ की गूंज साफ सुनाई दे रही है। यहां तक कि मामला राष्टï्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है।
ये थप्पड़ पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बीपीएससी परीक्षार्थियों में एक छात्र को मारा। अब मामला राजनीतिक तो ही गया है, कानूनी भी होता दिख रहा है.। सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ब्रजेश सिंह डीएम के थप्पड़ मारने के मामले को एनएचआरसी के पास ले गए हैं। इससे डीएम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसको लेकर राजद समेत कई विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार को घेरा है।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में जमकर हंगामा देखने को मिला। परीक्षा समाप्त होने के बाद पटना के कुम्हरार में बापू परीक्षा परिसर पर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे परीक्षार्थियों में से एक को पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया।

विरोध करने पर छात्र-छात्राओं को पुलिस से पिटवाया जा रहा : तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने इस मामले में सीधे नीतीश कुमार को घेर लिया है। उन्होंने कहा कि ये सरकार 10वीं से लेकर बीपीएससी तक की परीक्षा बगैर पेपरलीक नहीं करा पा रही है। विरोध करने पर छात्र-छात्राओं को पुलिस से पिटवाया जा रहा है। छात्रों को जोर से झापड़ मारा जा रहा है। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी नीतीश कुमार मौन हैं। सरकार में दो-दो डिप्टी सीएम हैं, लेकिन किसी का इस पर बयान नहीं आ रहा है। यही छात्र-छात्राएं आने वाले समय में इस सरकार को जवाब देंगे।

नॉर्मलाइजेशन को लेकर छात्रों ने किया था विरोध-प्रदर्शन

बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्राथमिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को खान सर ने समर्थन दे दिया और खुद धरना स्थल पर पहुंच गए थे। बीपीएससी के अभ्यर्थियों ने पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने शहर में बेली रोड को भी जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए लाठीचार्ज किया। इसके बाद खान सर की टीम की तरफ से पहले बताया गया कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। बाद में कहा गया कि गिरफ्तार कर लिया गया है।

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