संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को लगाएं प्रिय भोग, इन चीजों का करें दान
4PM न्यूज़ नेटवर्क: सनातन धर्म के अनुसार अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। हर साल पौष महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत किया जाता है। ये दिन भगवान गणेश को समर्पित है, इस दिन बप्पा की विधि-विधान से पूजा और व्रत करना बहुत ही शुभ होता है। इसके साथ ही इस दिन दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि चतुर्थी तिथि को जीवन के सभी विघ्नों को दूर करने के लिए शुभ माना जाता है। हर साल पौष में अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा-अर्चना और भोग अर्पित करने से जातक को बिजनेस में सफलता प्राप्त होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। जिससे उसके घर में सुख-शांति का वास होता है, साथ ही उसे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। ऐसे में अगर आप जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इससे जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं और गणेश जी प्रसन्न होते हैं।
जानिए कब है अखुरथ संकष्टी चतुर्थी?
- हिंदू पंचांग के अनुसार, अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 18 दिसंबर को मनाई जाएगी।
- इसकी तिथि 18 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 19 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगी।
- इस दिन बप्पा की पूजा और व्रत के साथ-साथ दान करने का भी बहुत महत्व है। इस दिन गरीबों को अनाज, फल, कपड़े दान करना बेहद शुभ होता है।
गणेश जी के इन चीजों का लगाएं भोग
- यदि आप गणपत्ति बप्पा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा-अर्चना करें।
- इसके बाद बेसन के लड्डू का भोग जरूर लगाएं। मान्यता है कि लड्डू का भोग लगाने से जातक को जीवन के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं।
- इसके अलावा पूजा थाली में मोदक को भी शामिल कर सकते हैं, मोदक का भोग लगाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और सभी मुरादें जल्द पूरी होती हैं।