मोदी को क्यों नहीं समझाते भागवत: दिग्विजय सिंह

  • कांग्रेस नेता बोले- एक साथ चुनाव का विधेयक संसद में पारित होने की संभावना नहीं

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगर मालवा (मध्य प्रदेश)। मप्र के पूर्व सीएम व कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर हम ऐसे लोगों की बात करते हैं जो हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर बात करके नेता बनना चाहते हैं तो उनके सामने सबसे बड़ा सबूत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। वह उन्हें (मोदी को) क्यों नहीं समझाते? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर-मस्जिद विवादों के फिर से उठने पर चिंता व्यक्त करते हुए हाल में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि वे ऐसे मुद्दों को उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं। सिंह ने भागवत के बयान को लेकर किए गए सवाल के जवाब में ये बाते कहीं।
वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उन्हें संसद में एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक पारित हो पाने को लेकर संशय है। एक राष्ट्र, एक चुनाव (ओएनओई) संबंधी दो विधेयक एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था प्रदान करते हैं और इन्हें मंगलवार को लोकसभा में तीखी बहस के बाद पेश किया गया। इनमें से एक विधेयक के लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता है। दिग्विजय सिंह ने ओएनओई विधेयक पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, जेपीसी गठित की गई है और मुझे नहीं लगता कि यह पारित हो पाएगा।

झूठ बोलती है बीजेपी

दिल्ली पुलिस ने संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की के सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की थी। कांग्रेस ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को धक्का दिया और गांधी के साथ धक्का-मुक्की की। भाजपा सांसदों के साथ धक्का-मुक्की करने को लेकर गांधी पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि ए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ए सरासर झूठे हैं। भाजपा नेताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। उन्होंने कहा, एक भाजपा सांसद दूसरे पर गिर गया। दोनों घायल हो गए। जो गिरा, उसने कहा कि राहुल गांधी उसके सामने खड़े थे। अगर वह सामने खड़े थे, तो क्या वह उसे धक्का दे सकते थे?

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