एनडीए शासन ने जनता का विश्वास खोया: खरगे

  • कांग्रेस अध्यक्ष ने की 2025 में पार्टी की प्राथमिकता तय
  • कार्यकर्ताओं को दी नसीहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वर्ष 2025 कांग्रेस के लिए संगठनात्मक सशक्तिकरण का वर्ष होगा, उन्होंने वर्तमान एनडीए शासन में आशा खो चुके लोगों की मांग के जवाब में पार्टी की संगठनात्मक ताकत बढ़ाने के प्रयासों का आह्वान किया। बेलगावी में विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक को संबोधित करते हुए, खरगे ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को 29 नवंबर को पिछली बैठक में हुई चर्चाओं की याद दिलाई – कि उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव परिणामों से बने निराशा के माहौल से सक्रिय रूप से लडऩे का फैसला किया था।
सीडब्ल्यूसी ने कांग्रेस अधिवेशन महात्मा गांधी की शताब्दी मनाने के लिए बेलगावी में अपनी बैठक की। खरगे ने संगठन में सभी रिक्त पदों को भरने और पार्टी को सभी स्तरों पर चुनाव जीतने के लिए तैयार करने के लिए उदयपुर घोषणा को लागू करने का वादा किया। उन्होंने पार्टीजनों से उन युवाओं की पहचान करने का आग्रह किया जो वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हैं और संविधान की रक्षा के लिए तैयार हैं, और उन्हें मुख्यधारा में लाएं।दिग्गज कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ कड़ी मेहनत ही काफी नहीं है। एक समयबद्ध एवं ठोस रणनीति एवं दिशा आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्थानीय और नये नेतृत्व को आगे लाने की जरूरत है।

कांग्रेस फिर नए संकल्प के साथ लौटेगी

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारे पास विचारों की शक्ति है, गांधी-नेहरू की विरासत है और महान नेताओं की विरासत है। हम बेलगाम से एक नया संदेश और नए संकल्प के साथ लौटेंगे। खरगे ने गांधी के संदेश और सांप्रदायिक सद्भाव पर जोर का जिक्र किया और आरोप लगाया कि अब, 100 साल बाद, सत्तारूढ़ दल और उसके नेता खुलेआम भडक़ाऊ नारे दे रहे हैं और उनके शीर्ष नेता समाज में सद्भाव को खराब कर रहे हैं, समुदायों के बीच नफरत फैला रहे हैं। खरगे ने कहा कि गांधीजी ने कांग्रेस के संविधान को नया रूप दिया। गांव, गरीब, किसानों औऱ मजदूरों के दिलों में कांग्रेस के लिए मजबूत आधार बनाया। कांग्रेस संगठन को रचनात्मक कामों से जोड़ा। छुआछूत औऱ भेदभाव के खिलाफ मुहिम को कांग्रेस के मुख्य एजेंडे में शामिल किया। आप सभी को गर्व होना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी के पास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत है। हम लोग उनके उत्तराधिकारी है। बेलगाम सत्र की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए गुरुवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई, जिसका शीर्षक नव सत्याग्रह बैठक था, जहां महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता संभाली थी।

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