लाल क्रांति और परिवर्तन का रंग, भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगी लाल टोपी : अखिलेश

  • संसद की कार्यवाही में शामिल होने दिल्ली पहुंचे सपा प्रमुख ने बीजेपी पर साधा निशाना
  • लाल भावनाओं का रंग है और भावनाओं को नहीं समझती है बीजेपी

लखनऊ। प्रधानमंत्री मोदी ने गोरखपुर की रैली से लाल टोपी वालों को खतरे की घंटी बताकर यूपी की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी के इस हमले को अपने पक्ष करने की कोशिशों में लग गए हैं। पहले उन्होंने इसे भाजपा के लिए महंगाई को रेड अलर्ट करार दिया। अब उन्होंने कहा है कि भाजपा की यह कोई नई भाषा नहीं है। यूपी के मुख्यमंत्री ने भी पहले लाल टोपी की बात कही थी। लाल भावनाओं का रंग है और भावनाओं को नहीं समझती है बीजेपी।

संसद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा लाल टोपी के लाल रंग के कारण ही जीवन का अस्तित्व है। रक्त का रंग कैसा होता है? उन्होंने कहा कि लाल क्रांति का और परिवर्तन का रंग है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी की जनता विकास जानना चाहती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों का विरोध अब जारी है। प्रदर्शन के दौरान उनकी मौत तक हो गई। क्या सरकार उनकी भावनाओं को समझ पाई? उन्होंने कहा कि सांसद धरने पर बैठे हैं। क्या सरकार उनकी भावनाओं को समझ सकती है? भाजपा भावनाओं को नहीं समझ सकती। इसे यूपी से बेदखल किया जा रहा है। वर्ष 20222 में यूपी में बदलाव होगा।

लाल का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा

इससे पहले मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा के लिए रेड अलर्ट है महंगाई का, बेरोजगारी-बेकारी का, किसान-मजदूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर खीरी, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और लाल टोपी का, क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स का लोकार्पण करने के बाद जनसभा में बिना किसी का नाम लिए कहा था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानी खतरे की घंटी हैं।

लोकबंधु अस्पताल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू, मरीजों को ओपीडी में दिखाना आसान

लखनऊ। लोकबंधु राजनारायण संयुक्त अस्पताल में अब मरीज को काउंटर की लाइन में घंटों तक लगकर अपनी बारी आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यहां पर ओपीडी और अन्य कई व्यवस्थाओं के लिए आनलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू हो गई है। मरीज घर बैठे ही साइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल में रोजाना ओपीडी में 1200 से 1300 मरीज अलग-अलग विभागों में दिखाने आते हैं। साथ ही पैथोलाजी में रोजाना 250 मरीजों की सीबीसी, एलएफटी, केएफटी, यूरिक एसिड, थायराइड, बी 12, डी 3 आर्थराइटिस, फीवर प्रोफाइल में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, टायफाइड, एलक्ट्रोलाइट्स, कैल्शियम और हार्मोनल जांचे भी की जाती हैं।

लोकबंधु में मेडिसिन, सर्जरी, प्रसूति, पीडियाट्रिक, नेत्र रोग, ईएनटी, चर्मरोग, डेंटल, पैथोलाजी और रेडियोलाजी आदि विभागों की ओपीडी संचालित होती हैं। इनमें आने वाले मरीज यदि पहले से ही पंजीकरण करवा कर आएंगे तो काउंटर पर भीड़ कम होगी। अस्पताल में ऑनलाइन पंजीकरण वाले मरीजों के लिए प्रिंटआउट की भी व्यवस्था की गई है जहां वह अपने पर्चे का प्रिंटआउट निकलवा सकेंगे और ओपीडी सहित पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी जैसे विभागों में बिना लाइन के उनको एंट्री दी जाएगी। डॉ त्रिपाठी का कहना है कि जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से आएंगे उनको प्राथमिकता भी दी जाएगी।

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