भाजपा-संघ की विचारधारा कायरों की: प्रियंका

कांग्रेस सांसद बोलीं - राहुल गांधी से डरती है सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेलगावी (कर्नाटक)। उन्होंने यहां जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित करते हुए यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से डरती है क्योंकि वह संविधान की लड़ाई लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी अस्वस्थ होने के कारण इस रैली में शामिल नहीं हो सके। प्रियंका गांधी ने रैली में कहा, यह संविधान कोई पुस्तक नहीं है, बल्कि आपका (जनता) सुरक्षा कवच है…बाबासाहेब ने इसमें लोकतंत्र की सुरक्षा समाहित की है। प्रियंका गांधी ने कहा कि बाबासाहेब सामाजिक न्याय और अधिकार का प्रतीक हैं।
कांग्रेस नेता ने संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहा, बहुत सरकारें आईं और बहुत सरकारें गईं, अनेक पार्टियों की सरकारें बनी, लेकिन कोई ऐसी सरकार नहीं आई जिसके गृह मंत्री ने संसद में खड़े होकर बाबासाहेब का अपमान किया हो। आज तक कोई सरकार (सत्ता में) नहीं रही जिसके मंत्रियों ने चुनाव में घूम-घूम कर संविधान बदलने का ऐलान किया हो। उन्होंने कहा, क्या कोई सोच सकता था कि आजादी के इतने वर्षों बाद कहा जाएगा कि देश को 1947 में स्वतंत्रता नहीं मिली। किसी ने नहीं सोचा था कि इस तरह का अपमान सरकार की तरफ से किया जाएगा। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि देश के गृह मंत्री ने बाबासाहेब का अपमान करके लोकतंत्र का अपमान किया है और स्वतंत्रता सेनानियों तथा आजादी के लिए शहीद होने वाले लोगों का अपमान किया है। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस की विचारधारा ने संविधान के निर्माण के समय भी अपमान किया और संविधान के खिलाफ अभियान चलाया था।कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जब बाबासाहेब ने महिला अधिकार की बात की थी तो आरएसएस के लोगों ने उनके पुतले जलाए थे। उन्होंने कहा, भाजपा इसी विचार से उपजी है और इसलिए आज उसके लोग हमारे संविधान का अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आज की सरकार संविधान पर प्रतिदिन हमला करती है।

प्रियंका गांधी स्त्री शक्ति राहुल युवा शक्ति : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी वाद्रा की तुलना अंग्रेजों के खिलाफ लडऩे वाली विभूतियों – कित्तूर रानी चेन्नम्मा और झांसी की रानी लक्ष्मी बाई से की और कहा कि वह स्त्री शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने राहुल गांधी को युवा शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, अगर कोई कित्तूर की चेनम्मा हैं तो प्रियंका गांधी हैं। अगर कोई झांसी की रानी हैं तो प्रियंका गांधी हैं। वह बहुत मजबूत हैं। राजीव गांधी की हत्या के बाद उन्होंने ही परिवार को संभाला। हमारे पास स्त्री शक्ति (प्रियंका गांधी में) और युवा शक्ति राहुल गांधी हैं। खरगे ने बेलगावी में दिए गए महात्मा गांधी के प्रसिद्ध बयान को भी याद किया, मैं जिंदा रहना चाहता हूं भारत के लिए, मरना चाहता हूं भारत के लिए। उन्होंने दावा किया कि गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर का शिष्य था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह हालांकि गांधी के प्रति सम्मान दिखाते हैं, लेकिन वास्तव में वे गोडसे की पूजा करते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भाजपा पर जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल तथा गांधी और आंबेडकर के बीच मतभेद का आरोप लगाकर खेल खेलने का भी आरोप लगाया।

कांग्रेस का कोई नेता डरने वाला नहीं

प्रियंका गांधी के अनुसार, देश की जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाया। उन्होंने कहा, मोदी जी घबरा गए और जब चुनाव के बाद संसद में गए तो संविधान को माथे से लगाया। प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का उल्लेख करते हुए दावा किया, वह रोज संविधान के लिए लड़ते हैं और इसके लिए जान देने के लिए तैयार हैं। इसीलिए यह सरकार राहुल गांधी से डरती हैं…उनको देखकर कांपती है कि वह सच्चाई की लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज करा दिए हैं। उन्होंने कहा, न राहुल जी डरेंगे, न खरगे जी डरेंगे, न ही मैं डरूंगी और कांग्रेस का कोई नेता डरने वाला नहीं है क्योंकि हमारी विचारधारा सच्चाई है।

गणतंत्र दिवस परेड का हुआ पूर्वाभ्यास

लखनऊ (4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर निकलने वाले परेड की आज रिहर्सल हुई। विधानसभा के सामने से निकलने वाली परेड को सफल बनाने के लिए प्रशासन के आला अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया। चारबाग से शुरू हुई रिहर्सल हुसैन गंज, बर्लिंगटन चौराहा, विधान भवन से होते हुए केडी सिंह बाबू स्टेडियम पहुंची। परेड का पूर्वाभ्यास लगभग 1 घंटे तक चला। मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर, डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी सहित शासन प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे। परेड में शामिल होने वाले सभी लोगों को मंडलायुक्त की ओर से विशेष निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सभी लोग समय का खास ख्याल रखें। विशेष रूप से संस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले स्कूल और कॉलेज दो दिन के अंदर और अधिक अभ्यास करके अपनी प्रस्तुति को बेहतर बनाएं। जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने कहा कि परेड का रियल टाइम रिहर्सल आयोजित किया गया था। यूनिफॉर्म फोर्सेज के साथ स्कूल कॉलेज को ऑब्जर्व किया गया। इस संबंध में स्कूल और टुकड़ी के जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। फाइनल रिहर्सल 24 जनवरी को फुल ड्रेस में होगी। गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारियों का सिलसिला लगातार जारी है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों पर भारत में उठने लगी आवाज

आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा दुनिया के लिए चिंता की बात

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे शपथ ली है, उसके बाद से ही उनके तेवर बदले हुए नजर आ रहे है। डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ बढ़ाने की धमकी भी दे चुके है। इन धमकियों को लेकर भारतीय आर्थिक जगत से जुड़े दिग्गजों ने गहरी चिंता जाहिर की है।
डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी चिंता व्यक्त की है। रघुराम राजन ने टैरिफ बढ़ोतरी की योजना को अनिश्चितता का सोर्स बताया। इससे गोलबाल इकोनॉमिक स्टेबिलिटी को नुकसान हो सकता है। दावोस में विश्व आर्थिक मंच 2025 में आजतक से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे अनुसार ट्रंप की तारीफ बढ़ोतरी की धमकी अनिश्चितता की ओर एक बड़ा कदम है। ये बाकी दुनिया के लिए बड़ी बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। हालांकि ये अमेरिका के लिए उतने फायदेमंद साबित न हो, ऐसा हो सकता है।

अमेरिका को टैरिफ नीति का फायदा नहीं: रघुराम राजन

अमेरिका में ये प्रणाली काम नहीं करती हुई की टैरिफ लगाया है। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा टैरिफ नीति से अमरिका कोई लाभ नहीं होगा। अमेरिका पर टैरिफ बढ़ोतरी के प्रभाव को समझते हुए रघुराम राजन चीन जैसी अर्थव्यवस्था का जिक्र कर चुके है। उन्होंने कहा कि कॉस्ट कटिंग के लिए चीन वियतनाम से सामान आयात करता है।

राहुल गांधी के मामले की सुनवाई 30 तक टली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अदालत में पांच साल लंबी प्रक्रिया चली लेकिन राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन न्यायाधीश ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था। तब फरवरी 2024 में राहुल गांधी अदालत के समक्ष पेश हुए थे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं रायबरेली से सांसद राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले की बुधवार को होने वाली सुनवाई अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण पुन: टल गई है। वादी विजय मिश्र के अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण सांसद-विधायक विशेष अदालत के मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 30 जनवरी की तारीख निर्धारित की है।

बिहार में बैक गियर पॉलिटिक्स, अब जीतन राम मांझी पलटे

भरे मंच से की थी मोदी सरकार से अलग होने की बात, अब बोले- वह कार्यकर्ताओं को समझा रहे थे
झारखंड, दिल्ली में सीट मांग रहे थे लेकिन आलाकमान ने नहीं सुनी उनकी बात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी पलट गये हैं। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि वह कही नहीं जा रहे। एनडीए के साथ है और बिहार में नीतिश कुमार की फिर से सरकार बनवानी है। उन्होंने मोदी सरकार से अलग होने की अफवाहों पर विराम लगा दिया।
सरकार से अलग होने की बात कहने वाले जीतन राम मांझी ने कहा था कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है। लेकिन अब वह कह रहे हैं कि नहीं कोई साजिश नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर मेरे खिलाफ कोई साजिश करेगा भी तो हम उसके नतीजे भुगतने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हम पर जो भरोसा जताया है, वो बहुत बड़ी बात है। जब एक व्यक्ति जो पहली बार चुनाव जीत कर आता है, उसे एमएसएमई जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा जाता है, तो ये एक बड़ी जिम्मेदारी है। हमें नरेंद्र मोदी जी पर पूरा भरोसा है, और हम उनके साथ हैं।

हमारी ताकत का सही इस्तेमाल नहीं हुआ

उन्होंने कहा कि बिहार में हम अपनी ताकत दिखाएंगे मैंने मीडिया से ऐसा कुछ नहीं कहा। मैं अपने कार्यकर्ताओं से कहता हूं कि आप ही हमारी ताकत हैं। झारखंड में हमारी ताकत का सही इस्तेमाल नहीं हुआ, अगर हमारी मदद ली जाती तो एनडीए को ज्यादा सीटें मिल सकती थीं। दिल्ली में भी मैंने इस बारे में बात की थी। लेकिन वहां भी हमारी मदद नहीं ली गई। अगर हमें एक सीट मिलती तो हमारे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ता और हम ज्यादा मेहनत करते। हमारी मदद से एनडीए को फायदा होता। लेकिन, हमारी बात नहीं मानी गई। वहीं, उनसे जब पूछा गया कि क्या आप झारखंड में एनडीए की हार से दुखी हैं, तो उन्होंने कहा कि हम दुखी नहीं हैं, लेकिन हमें अफसोस है कि झारखंड में एनडीए हार गई।

फिर से सीएम बनेंगे नीतीश

उन्होंने कहा कि अगर हम और मेहनत करते तो शायद यह स्थिति नहीं आती। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि एनडीए की सरकार बने और अगर मुझे मदद की जरूरत पड़ी तो मैं हमेशा सहयोग देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने बिहार चुनाव के बारे में भी साफ किया कि कोई नया विकल्प नहीं होगा। हम सब मिलकर तय कर चुके हैं कि बिहार का नेतृत्व नीतीश कुमार जी के पास रहेगा, क्योंकि उनका काम बहुत सराहनीय है। हम भी 44 साल से उनके साथ काम कर रहे हैं और उनका नेतृत्व ही बिहार के लिए सबसे अच्छा है।

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