हजारों करोड़ खर्च करने के बाद भी कुंभ में अव्यवस्थाओं से हाहाकार

श्रद्धालुओं का सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

  • संगम से 15 किमी तक जाम, कई जगह बैरिकेडिंग टूटी, साधु व संत नाराज
  • हवाई किराए को लेकर भी उठ रहे सवाल
  • खरगे, अखिलेश व राघव ने उठाया व्यवस्था पर सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में बीजेपी की योगी सरकार प्रयागराज में हो रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन अरबों रुपयें खर्च कर महाकुंभ की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त हाने का ढोल पीट रही है। पर अब जिस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें हैं वे सरकारी वादों व इरादों के पाले खोल रहे हैं। सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की नाराजगी संगम क्षेत्र में आ रहे वीआईपी लोगों की वजह से है। दरअसल उन लोगों के आने से आम लोगों को प्रशासन द्वारा रोका जा रहा जिससे वे परेशान हो रहे हैं। अव्यवस्था की वजह से साधू-संत नाराज होकर धरने तक पर बैठ गए हैं। महाकुंभ का 16वां दिन है। कल मौनी अमावस्या है। मौनी अमावस्या से एक दिन पहले श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए रातभर सभी विभागों के अफसरों ने कई राउंड मीटिंग की।
पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था से नाराज साधु-संत बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत दुर्गादास के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए। महंत का कहना था कि संगम क्षेत्र में तमाम अव्यवस्थाएं हैं। मौके पर पहुंचे मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने महंत दुर्गादास को भरोसा दिलाया कि अव्यवस्थाओं को तत्काल दूर किया जाएगा। साथ ही मेला क्षेत्र में लगे कार्मिकों को भी निर्देश दिये। उधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका खरगे ने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि गंगा में डुबकी लगाने के लिए बीजेपी नेताओं में होड़ मची है। गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर नहीं होगी। मैं किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता। गंगा में डुबकी लगाने से गरीबों को रोटी नहीं मिलेगी। गरीबी और बेरोजगारी जैसे असल मुद्दों पर ध्यान देना ज़रूरी है। उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने इतने पाप किए हैं कि सात जन्मों में भी स्वर्ग नहीं जाएंगे। सपा अध्यक्ष ने भी अव्यवस्था पर सवाल उठाया। आप नेता राघव चड्ढा ने प्रयागराज के लिए हवाई टिकटों की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर हमला बोला है।

जिले के चारों ओर जाम ही जाम

मंगलवार को स्थिति बहुत खराब हो गईं हैं। प्रयागराज की ओर आने वाली सारी सड़कों पर कल रात से भीषण जाम लगा हुआ है। लोगों को 15 से 20 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। इसकी वजह से कई लोगों की तबियत बिगडऩे की खबरें भी आ रही हैं। जिले कि सड़कें-गलियां सब भर गई हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि पार्किंग या स्टेशन से संगम पैदल आना पड़ रहा है। जगह-जगह बैरिकेडिंग कर पुलिस रोक दे रही है। कई जगह भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। प्रयागराज रेलवे स्टेशन 5 किमी पड़ता है। स्टेशन और संगम आने जाने वाले श्रद्धालुओं से रास्ता इस कदर भरा है कि पैर रखने की जगह नहीं।

श्रद्धालुओं को संगम जाने से रोका जा रहा

मेले में लगातार अनाउंसमेंट हो रहा कि जो लोग वाराणसी और जौनपुर की तरफ से आ रहे हैं, वह झूंसी के एरावत घाट पर स्नान करें। श्रद्धालुओं को संगम जाने से रोका जा रहा है। मिर्जापुर, चित्रकूट और रीवा की तरफ से आने वाले श्रद्धालु अरैल की तरफ स्नान करके वापस चले जाएं। अयोध्या और लखनऊ की तरफ से आने वाले लोगों को रसूलाबाद, फाफामऊ की तरफ ही रोककर स्नान करने की अपील की जा रही है।

कुंभ क्षेत्र में आ रही आम लोगों को दिक्कत : अखिलेश

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कुंभ में आम लोगों को आ रही दिक्कतों के बारे में सोशल मीडिया पर वीडियो साझे किए। पूर्व सीम ने कहा आम लोगों को गंगा में स्नान करने के लिए काफी लंबी यात्रा करनी पड़ रही है सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। योगी सरकार को
आम लोगों का ध्यान खना चाहिए। व्यवस्था वीवीआईपी होनी चाहिए।

संगम के आधे हिस्से को किया गया सील

संगम के आधे हिस्से को सील कर दिया गया है। जो पांटून पुल कल बंद किए गए थे, वह आज भी बंद हैं। कल अखाड़ों के स्नान पर खोले जाएंगे। संगम की तरफ से अखाड़ों की तरफ जाने के लिए सिर्फ एक पांटून पुल 13 नंबर वाला खोला गया है। बाहर से संगम आने के लिए लोग 15 नंबर पुल का सहारा ले रहे हैं। गाडिय़ां पीपा पुल पर नहीं जाने दी जा रही हैं। पुल की सुरक्षा में सीआरपीएफ को लगाया गया है।

मेला क्षेत्र में कार से न आने की अपील

मेला क्षेत्र में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। डीएम ने प्रयागराज के लोगों से अपील की है कि मेला क्षेत्र में आप लोग कार से न आएं। समर्थ हैं तो पैदल आएं, नहीं तो बाइक से आएं। इससे देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा।

आस्था के साथ असल मुददों पर ध्यान देना होगा: खरगे

बीजेपी के राजनीतिक एजेंडा के नैरेटिव को सेट होता देख कांग्रेस के राष्टï्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाकुंभ की डुबकी को गरीबी से जोड़ कर ऐसा बयान दे दिया जिसने राजनीतिक सुनमी का काम किया। अब बीजेपी और सहयोगी दल कांग्रेस को पानी पी—पी कर कोस रहे हैं। कांग्रेस को सनातन विरोधी बताया जा रहा है बयान को आस्था के सवाल से जोड़ा जा रहा है। क्योंकि सिर्फ दो दिनों में सवा तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने कुंभ में डुबकी लगा कर पुण्य कमाया। मध्य प्रदेश के महू जोकि बाबा साहब की जन्म स्थली है वहां पर सजे कांग्रेस के मंच से खरगे ऐसा गरजे कि उनकी गर्ज से बीजेपी के राजनीतिक एजेंडे की धज्जियां उड़ गयी। दरअसल बीजेपी के नेता लगातार महाकुंभ में राहुल—सोनिया को डुबकी लगाने की सलाह दे रहे थे। बीजेपी नेता इस नैरेटिव को सेट करने में कामयाब हो गये थे कि कांग्रेस के शासनकाल में इतनी उम्दा व्यवस्थाओं के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। सच भी यही है। बेहतरीन होमवर्क के साथ यूपी सरकार ने कुंभ की मेजबानी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। यहां तक तो ठीक था। लेकिन कुंभ को लेकर प्रचार—प्रसार और सरकारी एहसान जताने की कोशिशों से राजनीतिक दलों ने सरकारी मंशा का विरोध किया।

बीजेपी का पलटवार

खरगे के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा, क्या खरगे जी किसी और धर्म के बारे में ऐसा कह सकते हैं? उनका बयान सनातन धर्म के खिलाफ है और यह निंदनीय है। कांग्रेस को इस पर सफाई देनी चाहिए। संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही पार्टी है जो सत्ता में आने पर सनातन को खत्म करने की बात करती है।

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