युवाओं ने डाले जमकर वोट
पहली बार वोटर्स बने युवाओं में देखने को मिला उत्साह का माहौल
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आतिशी सरकार की तारीफ की, रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वैसे तो चुनाव में प्रत्येक वोर्ट महत्वपूर्ण होता है। लेकिन स्विंग वोट जीत और हार की बाजी तय करते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही हो रहा है और प्रत्येक व्यक्ति की निगाहे स्विंग वोट के साथ पहली बार वोट डालने जा रहे युवा मतदाताओं पर है।
राष्ट्रीय राजधानी में करीब 1.56 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं की सख्या भी है। दिल्ली में आज पड़े वोटों में युवा मतदाताओं ने बेरोजगारी, युवा सशक्तिकरण जैसे मुद्दों को प्राथमिकता में रख कर वोट डाले। विशेष रूप से, कुछ फस्र्ट टाइम वोटर्स ने बेरोजगारी के बारे में चिंता व्यक्त की वही अधिकतर युवा आप सरकार की योजनाओं के साथ इंटेक्ट दिखी।18-26 आयु वर्ग की जीवंत और टेक्नोलॉजी-प्रेमी पीढ़ी अपनी सक्रिय भागीदारी के साथ चुनावी प्रक्रिया में क्रांति ला रही है।
फस्र्ट टाइम वोटर्स में दिखा उत्साह
राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र के टैगोर गार्डन में एक मतदान केंद्र पर अपना पहला वोट डालने के बाद 21 वर्षीय वंशिका ने कहा, मैं मुख्य रूप से बेरोजगारी की तरफ ध्यान ले जाना चाह रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगी कि सरकार बेरोजगारी को लक्षित करे और अधिक अवसर पैदा करे। उन्होनें आतिशी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रही है। करोल बाग विधानसभा क्षेत्र के दरियागंज में एक मतदान केंद्र पर सबसे पहले मतदान करने वालों में से एक स्मिता वर्मा ने कहा कि वोट डालना हमारा अधिकार है। लोग सरकार के बारे में शिकायत करते रहते हैं, लेकिन जब तक हम बाहर नहीं निकलेंगे और अपने वोट नहीं डालेंगे, तब तक एक निष्पक्ष सरकार कैसे सत्ता में आएगी? हर वोट मायने रखता है। हम इस दिन को छुट्टी के रूप में लेते हैं, लेकिन हमें पहले अपना वोट डालना चाहिए और फिर कहीं और जाना चाहिए।
दिल्ली में कितने वोटर्स हैं?
बता दें कि दिल्ली में 1,56,14,000 रजिस्टर्ड मतदाता हैं, जिनमें 83,76,173 पुरुष, 72,36,560 महिलाएं और 1,267 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदाताओं में 18-19 आयु वर्ग के 2,39,905 पहली बार मतदाता, 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के 1,09,368 बुजुर्ग मतदाता और 79,885 विकलांग व्यक्ति भी शामिल हैं। इस बीच, नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लोधी एस्टेट में मतदान केंद्रों पर सबसे पहले आने वाले मतदाताओं को पौधे दिए जा रहे हैं। दिल्ली में जहां आम आदमी पार्टी अपनी शासन व्यवस्था और कल्याणकारी योजनाओं के दम पर तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में है, वहीं भाजपा और कांग्रेस फिर से सत्ता में आने की कोशिश में हैं।
दिल्ली में कितने वोटर्स हैं?
बता दें कि दिल्ली में 1,56,14,000 रजिस्टर्ड मतदाता हैं, जिनमें 83,76,173 पुरुष, 72,36,560 महिलाएं और 1,267 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदाताओं में 18-19 आयु वर्ग के 2,39,905 पहली बार मतदाता, 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के 1,09,368 बुजुर्ग मतदाता और 79,885 विकलांग व्यक्ति भी शामिल हैं। इस बीच, नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लोधी एस्टेट में मतदान केंद्रों पर सबसे पहले आने वाले मतदाताओं को पौधे दिए जा रहे हैं। दिल्ली में जहां आम आदमी पार्टी अपनी शासन व्यवस्था और कल्याणकारी योजनाओं के दम पर तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में है, वहीं भाजपा और कांग्रेस फिर से सत्ता में आने की कोशिश में हैं।
राहुल की दिल्ली वालों को सलाह, वोट देने जरूर जाएं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में हो रहे मतदान के बीच लोगों से मतदान देने की अपील की। उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली के मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आज वोट देने अवश्य जाएं।
उन्होंने दिल्ली की जनता को विश्वास दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस को दिया आपका एक-एक वोट आपके अधिकारों की रक्षा करेगा, संविधान को मजबूत करेगा और दिल्ली को प्रगति के पथ पर फिर से मोड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में चर्चा में रहे मुद्दों का भी जिक्र अपने पोस्ट में किया।
उन्होंने कहा कि वोट देते समय याद रखें कि प्रदूषित हवा, गंदा पानी, टूटी सडक़ों के लिए कौन ज़िम्मेदार है। स्वच्छ राजनीति करने की बात बोलकर दिल्ली का सबसे बड़ा घोटाला किसने किया। इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर दिल्ली की जनता से कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील की थी। अपने पोस्ट में कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेरी दिल्ली की सम्मानित जनता से अपील है कि अपना कीमती वोट ज़रूर डालें। आपका एक वोट दिल्ली में बदलाव का प्रतीक साबित होगा।
टूटी सडक़ों को जरूर ध्यान में रखें
उन्होंने आगे कहा कि अगर दिल्ली को पहले जैसे विकास के पथ पर अग्रसर करना है तो उन लोगों को चुनें जिन्होंने दिल्ली के लिए सच में काम किया है। आपसे झूठे वादे कर आपको ठगा नहीं है। जिन लोगों ने टूटी सडक़ें, गंदा पानी, जगह-जगह गंदगी और प्रदूषित हवा के लिए रत्ती भर भी कदम नहीं उठाया और केवल बहानेबाज़ी की, आपको ईवीएम पर बटन दबाने से पहले सोचना होगा कि वे आपकी कितनी चिंता करते हैं। जो लोग केवल नूरा कुश्ती कर सत्ता पर क़ाबिज़ रहना चाहते हैं, वे आपके वोट के सही हकदार नहीं हैं। दिल्ली का भाईचारा, सौहार्द, उसकी समृद्धि, खुशहाली, और संपूर्ण समावेशी विकास सर्वोपरि है। आपको उसे चुनना चाहिए जिसने दिल्ली को तरक्की की राह पर पहुंचाया था। उन्होंने कहा कि मैं अपने युवाओं से, ख़ासकर पहली बार वोटिंग करने वाले नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि लोकतंत्र के इस उत्सव में आपका स्वागत है और मतदान में भाग ज़रूर लें। होगी हर जरूरत पूरी, दिल्ली का विकास है जरूरी।
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एसबीआई की ताजा रिसर्च में किया गया दावा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक की ताजा रिसर्च के मुताबिक आरबीआई बुधवार से शुरू होने वाली अपनी फरवरी 2025 की नीति बैठक में रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। उसने कहा कि संपूर्ण सहजता चक्र में ब्याज दर में कम से कम 75 आधार अंकों की कटौती होगी।
एसबीआई रिसर्च ने कहा कि जून 2025 में एक अंतराल के बाद, दरों में कटौती का दूसरा दौर अक्टूबर 2025 में शुरू हो सकता है। इसने आगे कहा कि आरबीआई लिक्विडिटी फ्रेमवर्क पर फिर से विचार करने की जरूरत है रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि आरबीआई भविष्य में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) का उपयोग केवल तरलता प्रबंधन तंत्र के बजाय एक नियामक हस्तक्षेप उपकरण के रूप में शुरू कर सकता है।
रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक द्वारा अपने तरलता प्रबंधन ढांचे पर पुनर्विचार करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया गया है, तथा सुझाव दिया गया है कि सीआरआर दैनिक तरलता आवश्यकताओं के लिए लगातार समायोजन उपकरण के बजाय एक प्रतिचक्रीय तरलता बफर के रूप में काम कर सकता है। वर्तमान में, आरबीआई खुले बाजार परिचालन (ओएमओ), नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) और रेपो दर जैसे कई उपायों के माध्यम से तरलता का प्रबंधन करता है।
नये गवर्नर की पहली बैठक
एसबीआई की रिपोर्ट में तर्क दिया गया है कि सीआरआर का उपयोग तत्काल तरलता समायोजन के बजाय व्यापक वित्तीय स्थितियों के आधार पर तरलता को विनियमित करने के लिए रणनीतिक रूप से किया जाना चाहिए। नए गवर्नर संजय मल्होत्रा की यह पहली एमपीसी बैठक होगी। तीन नए सदस्य भी अपनी पहली एमपीसी बैठक में भाग लेंगे।पिछले वर्ष अक्टूबर में केंद्र ने तीन नए सदस्यों की नियुक्ति की थी, जिनके नाम थे- सौगत भट्टाचार्य, अर्थशास्त्री; डॉ. नागेश कुमार, निदेशक और मुख्य कार्यकारी, औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान; तथा प्रोफेसर राम सिंह, निदेशक, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय।
नगर निगम को वित्तीय क्षति पहुंचाने वालों को राहत दिए जाने का षडय़ंत्र
निगम के दागियों को बचा रहा है बाबू
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बड़ी खबर लखनऊ के नगर निगम से जहां निगम को चूना लगाने वाले भ्रष्ट कर्मचारियों की शिकायतों की फाइल को दबा देने का खेल खेला जा रह है। यह खेल कोई और नहीं विभाग के एक बाबू जी खेल रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रभाकर दयाल पर जोन 8 में एक महिला ने अपने साथ छेड़छाड़ और शरीरिक संबध बनाने की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने यह शिकायत नगर आयुक्त से भी की थी शिकायत की रिपोर्ट निकाय निदेशालय भेजी गई थी। मामले में जांच चल रही है। यही नहीं दूसरे कई अन्य कर्मचारियों की हुई शिकायतों पर भी जांच चल रही है।
पुख्ता जानकारी
सूत्रों के माध्यम से मिली जानकारी के मुताबिक निकाय निदेशालय में एक बाबू की मिलीभगत से जांच की फाइलों को दबा दिया जाता है। राहुल यादव, सुबोध वर्मा, अजय वर्मा, इन सभी राजस्व निरीक्षकों की जांच चल रही लेकिन रिपोर्ट नहीं पेश की जा रही। रिपोर्ट के बाद ही दागी कर्मचारियों पर कार्रवाई होती है।
कब होगी कार्रवाई
सवाल यही है कि आखिर नगर निगम की छवि धूमिल करने वालों पर किसकी मेहरबानी बनी हुई है। कब होगी ऐसे लोगों पर कारवाई जिन्होंने नगर निगम को चुना भी लगाया साथ ही नगर निगम की छवि भी धूमिल की है।