आप विधायकों के बिकने का डर! केजरीवाल ने बुलाई सभी उम्मीदवारों की बैठक

नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले लगातार हलचल बनी हुई है. ‘ऑपरेशन लोटस’ की संभावना को देखते हुए सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी अलर्ट मोड में आ गई है. इसे देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने आज शुक्रवार को पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है. यह बैठक आज करीब साढ़े 11 बजे होगी. केजरीवाल बैठक की अध्यक्षता करेंगे. बैठक में सभी उम्मीदवारों को बुलाया गया है.
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मौजूदा विधायकों और ्र्रक्क के सभी उम्मीदवारों की एक साथ बैठक बुलाई है. यह बैठक केजरीवाल के आवास पर 11.30 बजे रखी गई है. केजरीवाल ने सभी उम्मीदवारों को चाय पर बुलाया है.
वोटिंग के बाद मतों की गिनती के बीच आप और भाजपा में सियासी बयानबाजी फिर से शुरू हो गई. आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया कि वह चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले, आम आदमी पार्टी के 7 उम्मीदवारों को पाला बदलने के लिए पैसों की पेशकश कर रही है.
संजय सिंह की तरह पार्टी प्रमुख केजरीवाल ने भी नतीजों से पहले उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को खरीदने की कोशिश करने का बड़ा आरोप लगाया. केजरीवाल ने दावा किया कि 16 प्रत्याशियों को बीजेपी की ओर से मंत्री पद और पार्टी बदलने के लिए 15-15 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया गया है.
उन्होंने यह भी कहा, कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी को 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं. लेकिन पिछले 2 घंटे में हमारे 16 प्रत्याशियों के पास फोन आ गए हैं कि ्र्रक्क छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ भी देंगे.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? दूसरी ओर बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन आरोपों को चुनावी हार को लेकर आप की ‘हताशा’ का संकेत बताया. सचदेवा ने कहा, संजय सिंह को या तो अपने आरोप वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी होगी या फिर कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए.
कालकाजी सीट से आप की उम्मीदवार रहीं मुख्यमंत्री आतिशी ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए सवाल किया, अगर गाली देने वाली पार्टी को 50 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं, तो वे हमारे उम्मीदवारों से संपर्क करके उन्हें तोडऩे की कोशिश क्यों कर रहे हैं?

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