प्रेमानंद महाराज की यात्रा रोकने वालों पर भड़के पंडित धीरेंद्र शास्त्री, कहा- ‘विरोध करने वालों की बांधेंगे ‘ठठरी’
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4PM न्यूज़ नेटवर्क: आध्यात्मिक संत प्रेमानंद महाराज जी इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। संत प्रेमानंद महाराज की पद यात्रा को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इसे लेकर इंटरनेशनल कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में बने रहते हैं। संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु इकट्ठा हो जाते हैं। जिसके चलते स्थानीय लोगों की मांग थी कि पदयात्रा को बंद किया जाए। इस मामले में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा कि ‘जिसके पेट में दर्द है वह वृदांवन छोड़कर दिल्ली चले जाएं।’
‘जिसके पेट में दर्द है वह वृदांवन छोड़कर दिल्ली चले जाएं’: धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का विरोध करने वालों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पहले राक्षसों को हवन-पूजन से दिक्कत होती थी, इंसानों को नहीं। जिन महिलाओं को बाबा की यात्रा से परेशानी है, वो इंसान नहीं हो सकते।
उन्होंने कहा कि ‘जिसके पेट में दर्द है, वो वृंदावन छोड़कर दिल्ली चले जाएं। वृंदावन में तो राधे-राधे ही चलेगा। जिन्हें इससे तकलीफ है, उनका हम पुरजोर विरोध करेंगे।’ उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि ‘जो विरोध कर रहे हैं, हम उनकी ठठरी बांधेंगे।’ पं. शास्त्री ने आगे कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वो खुद वृंदावन जाकर प्रेमानंद महाराज से यात्रा फिर से शुरू करने की प्रार्थना करेंगे।
हालांकि, श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से पोस्ट में लिखा था कि “आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी के स्वास्थ्य व बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए, पूज्य महाराज जी, जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 02:00 बजे से श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, जिसमें सब दर्शन पाते थे, वो अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाता है।” जिसे लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
महाशिवरात्रि के पर्व पर बागेश्वर धाम में 251 कन्याओं का होगा विवाह
वहीं इसके अलावा उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व पर बागेश्वर धाम में 251 कन्याओं का विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा। कुल 87 गरीब, 94 पितृहीन, 54 अनाथ और 12 मातृहीन कन्याओं का चयन किया गया है। पिछले साल की तरह इस साल भी धाम में भव्य आयोजन होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चुनी गई कन्याओं की सूची जारी की। इनमें 108 कन्याएं आदिवासी समाज से हैं और 143 कन्याएं अन्य समाजों से। उन्होंने कहा कि मंदिरों में हिंदू श्रद्धालु करोड़ों रुपये दान करते हैं। यह पैसा हिंदू बेटियों के घर बसाने में इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने सरकार से मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की।