खतरें में फडणवीस की कुर्सी!

  • अजीत पवार भी सरकारी कामकाज से हैं नाराज
  • पहले नहीं कर रहे थे एकनाथ से बात अब बांध रहे हैं तारीफों के पुल
  • केन्द्रीय मंत्री की बेटी के साथ छेड़छाड़ की घटना ने पकड़ा तूल
  • आज से बजट सत्र शुरु, घिरी सरकार, नहीं है जवाब

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में घटित हो रही हर दूसरे दिन एक बड़ी घटना के चलते महायुति नेताओं का विश्वास सीएम फडणवीस से उठने लगा है और उनको बदलने की मांग तेजी से हो रही है। अंडरवर्ड का उदय, रेप कांड के बाद केन्द्रीय मंत्री की बेटी के साथ शोहदों द्वारा छेड़छाड़ की घटना ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। इस घटना के बाद खुद सीएम फडणवीस को चुप्पी तोडऩी पड़ी। उन्होंने महायुति में सबकुछ ठीक-ठाक चलने का दावा किया है और किसी भी कोल्ड वार से इंकार किया है। यह सबकुछ तब हुआ है जब महाराष्ट्र की सियासत में सीएम फडणवीस की कार्यशैली को लेकर खुद महायुति नेताओं ने सवाल उठाये हैं।

मुख्यमंत्री ने दी सफाई

फडणवीस सरकार द्वारा शिंदे सरकार के कुछ निर्णय को पलटने की चर्चा के बीच उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शिता को प्राथमिकता देती है। किसी भी विधायक से कोई ज्ञापन मिलने के बाद हम उसकी जांच करते हैं और उसके अनुसार उचित कार्रवाई करते हैं। मैंने कोई रोक का आदेश नहीं दिया है। महायुति सरकार में सब ठीक है और सत्तारूढ़ सहयोगी भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच कोई कोल्ड वार नहीं है।

संतुलित बजट पेश करूंगा : फडणवीस

सीएम फडणवीस को पता है कि सदन में विपक्ष उनहें हालिया घटित घटनाओं को लेकर घेरेगा। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी कि और विपक्ष को चाय बैठक पर मनाने की कोशिश भी की। लेकिन महाविकास अघाड़ी के घटक दल नहीं माने। सीएम फडणवीस ने कहा कि सत्र के दौरान सरकार वह संतुलित बजट पेश करेगी, जिसमें पूंजीगत व्यय बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।

लंबे समय बाद बोले सीएम

कैबिनेट बैठक के बाद सीएम फडणवीस की बॉडी लैंग्वजे बदली-बदली थी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें विपक्ष से लडऩा है, न कि मीडिया से। उनके और शिंदे के बीच रिश्ते सामान्य हैं और सभी को पता है कि जब वह और शिंदे साथ होते है तो क्या करते हैं। सीएम फडणवीस ने कोल्डवार की चर्चाओं को विराम देते हुए कहा कि कहीं कोई कोल्डवार नहीं है और यह विपक्ष की उपज है।

एकनाथ शिंदे कैबिनेट मीटिंग में क्यों नहीं आते?

कांग्रेस नेता भाई जगताप ने सीएम के कोल्डवार पर दिये गये जवाब पर सवाल पूछा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पूछना चाहूंगा कि उनके गठबंधन के नेताओं के बीच क्या संवाद है? उन्होंने पूछा है कि राज्य के ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे एकनाथ शिंदे आखिर कैबिनेट मीटिंग में क्यों नहीं आते हैं? सिर्फ उपमुख्यमंत्री ही नहीं, बल्कि ऐसे कई मंत्री हैं जो कैबिनेट मीटिंग में नहीं आते हैं। हमारी बात छोडि़ए, संवाद आपके अपने घटक दल के बीच नहीं है।

हाल में घटित कुछ बड़ी घटनाएं

महाराष्ट्र में मुक्ताईनगर तहसील के कोथली गांव में संत मुक्ताई यात्रा के दौरान कुछ आवारा लड़कों ने केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी समेत कुछ लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की। मामले के तूल पकडऩे के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। महाराष्ट्र के एक बस स्टेशन पर खड़ी बस में एक युवती के साथ रेप किया गया। पूरे देश में इस घटना को लेकर रोष व्यप्त हुआ। जागी सरकार ने एफआईआर दर्ज की और दोषी को गिरफ्तार किया। गृहराज्य मंत्री के बयान के चलते सरकार की किरकिरी हुई। महाराष्ट्र के हाई—प्रोफाइल लोगों को रंगदारी वसूलने के फोन आना शुरू हो गये। कई घटनओं के प्रकाश में आने के बाद यह खबरे आम हुई कि महाराष्ट्र में एक बार फिर अंडरवलर्ड सिर उठा रहा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से महाराष्ट्र में कई बार कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष हमलावर हुआ है और उसने फडणवीस सरकार को घटनाओं पर अकुंश लगाने में नाकाम बताया है।

शिवसेना हर दिन मजबूत हो रही, सभी दलों के नेता इसमें शामिल हो रहे : शिंदे

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना हर गुजरते दिन के साथ मजबूत हो रही है और सभी दलों के नेता इसमें शामिल हो रहे हैं। यहां ‘एकनाथ पर्व’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जून 2022 से 2024 के अंत तक मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में कई कल्याणकारी योजनाएं आईं, जिनमें प्रमुख ‘लाडकी बहिन योजना’ भी शामिल है, जिसके तहत ढाई लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को मासिक सहायता के रूप में 1500 रुपये मिलते हैं। शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोरोना महामारी के दौरान मैदान पर थे, जबकि कुछ लोग घर पर ही रहे।शिंदे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अकसर कोरोना महामारी के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री ठाकरे पर मुंबई के बांद्रा इलाके में अपने घर मातोश्री से प्रशासन को संचालित करने का आरोप लगाते रहे हैं।शिंदे ने कहा, ”शिवसेना दिन-प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है और विभिन्न दलों के नेता प्रतिदिन हमारे साथ जुड़ रहे हैं। हवाएं भले ही (बुझाने की) कोशिश करें, लेकिन शिवसेना का दीया जलता रहेगा

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