आमलकी एकादशी के दिन इन चीजों का करें दान, बाधाएं होगीं दूर

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिंदू धर्म के अनुसार आमलकी एकादशी का विशेष महत्त्व माना जाता है। आमलकी एकादशी का व्रत सुख-सौभाग्य और समृद्धि का कारक माना जाता है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इसलिए इसे आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है। ऐसे में अगर आप इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा कर रहे हैं तो आंवले के पेड़ की परिक्रमा करने का विधान है।
आपको बता दें कि फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी या आंवला एकादशी कहा जाता है। वहीं इसे रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, भगवान श्रीकृष्ण और आंवले के पेड़ का पूजन किया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल आमलकी एकादशी का व्रत 10 मार्च 2025 को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि आमलकी एकादशी व्रत के दिन विधि-विधान से पूजन किया जाए तो सभी पापों से मुक्ति मिलती है। और 1000 गाय के पुण्य के बराबर का पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन कुछ चीजों का दान किया जाए तो घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती।
काले तिल का दान करें
- आमलकी एकादशी के दिन काले तिल का दान करना शुभ होता है।
- इस दिन काले तिल का दान किया जाए तो पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर में खुशहाली आती है।
- आमलकी एकादशी के दिन पूजा करने के बाद काले तिल का दान अवश्य करें।
आंवला का दान करें
- आमलकी एकादशी या रंगभरी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ ही आंवले के पेड़ का भी पूजन किया जाता है।
- ऐसे में आंवला एकादशी के दिन आंवले की पूजा करने के साथ ही आंवले का दान करना भी बहुत शुभ माना गया है।