संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये उपाय, सभी परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिंदू धर्म के अनुसार संकष्टी चतुर्थी एक महत्वपूर्ण पर्व है। जो हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है। संकष्टी चतुर्थी का महत्व विशेष रूप से उनके भक्तों के लिए बहुत अधिक होता है, जो किसी न किसी प्रकार की मुश्किलों, परेशानियों और संकटों से जूझ रहे होते हैं। इस दिन गणेश जी की उपासना से उन सभी बाधाओं और समस्याओं से छुटकारा पाने की विशेष मान्यता है।
आपको बता दें कि 17 मार्च यानी कल संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश के निम्मित व्रत रख रात को चंद्रोदय के समय व्रत का पारण किया जाता है। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली। भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य को देने वाले हैं। इनकी उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है।
कहा जाता है कि जो व्यक्ति संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
अगर आप किसी अच्छी कंपनी में नौकरी की तलाश में हैं, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन स्नान आदि के बाद घी में बेसन भूनकर या किसी और से भुनवाकर, उसमें पिसी हुई शक्कर मिलाकर प्रसाद तैयार कर लें। फिर भगवान को नमस्कार करके उस प्रसाद का भोग लगाएं। इसके साथ ही भोग लगाने के बाद भगवान श्री गणेश की मूर्ति की तीन बार परिक्रमा करें। अगर मूर्ति के आस-पास इतना स्पेस न हो तो श्री गणेश का ध्यान करते हुए अपने स्थान पर ही तीन परिक्रमा कर लें।
महत्वपूर्ण बिंदु
- अगर आपके दांपत्य जीवन में खुशियों की जगह परेशानियों ने ले ली है, तो अपने सुखी दांपत्य जीवन के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश का पूजन करके हवन करें।
- आप स्वयं भी गाय के गोबर से बने कंडे पर 108 बार आहुति देकर घर में छोटा-सा हवन कर सकते हैं।