लालू प्रसाद यादव को समन पर विपक्षी निशाने पर आई भाजपा
ईडी दफ्तर पहुंचे बिहार के पूर्व सीएम, राजद समर्थकों ने की नारेबाजी

तय समय से सात मिनट पहले ही ईडी दफ्तर पहुंचे राजद सुप्रमो
विपक्ष ने एनडीए सरकार को घेरा, राजद बोली- चुनावी समन है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। नौकरी के बदले जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम आज राजद सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू यादव से पूछताछ कर रही। इसको लेकर सियासी लड़ाई भी तेज हो गई है। विपक्ष ने इस छापे के बाद भाजपा व एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला है। राजद ने कहा है कि यह चुनावर समन है।
बतादें राजद प्रमुख को समन जारी कर 11 बजे ईडी ऑफिस में पेश होने के लिए बुलाया गया है। लालू प्रसाद तय समय से सात मिनट पहले ही ईडी दफ्तर पहुंच गए। उनके साथ राजद सांसद व उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती भी हैं। वहीं ईडी दफ्तर के बाहर राजद कार्यकर्ताओं की काफी भीड़ है। राजद समर्थक केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले, मंगलवार को ईडी ने लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और बेटे तेज प्रताप यादव से पूछताछ की थी। इनसे करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई थी।
राजनीति से प्रेरित हैं जांचें : मीसा भारती
इधर, पूछताछ के बाद, राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने इस कार्रवाई को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ा। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने के कारण ऐसी जांचें शुरू हो जाती हैं, जो राजनीति से प्रेरित हैं। तेज प्रताप यादव ने पूछताछ को लेकर किसी भी बयान देने से साफ इनकार कर दिया।
लालू परिवार डरने वाला नहीं : शक्ति यादव
राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि यह चुनावी समन है। इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ता है। लालू परिवार डरने वाला नहीं है। चुनावी साल में भाजपा इस तरह के हथकंडे अपनाते रहती है। इधर, तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सारी टीमें अब सिर्फ बिहार में ही हैं। वो हमें बुलाते हैं, हम जाते हैं, लेकिन इन जांचों का कुछ नहीं होने वाला। अगर मैं राजनीति में नहीं होता, तो मेरे खिलाफ कोई केस नहीं बनता। लेकिन इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। जितना ये लोग हमें तंग करेंगे, हम उतने ही मजबूत होंगे।
अंतरिक्ष से धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स, दुनिया ने किया स्वागत
9 महीने 14 दिनों बाद लौटी पूरी टीम
रॉकेट बुधवार की सुबह 3.28 मिनट पर फ्लोरिडा के तट पर उतरा
मेक्सिको की खाड़ी में पैराशूट से स्प्लेशडाउन किया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
न्यूयार्क। नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आखिरकार 9 महीने के लंबे समय के बाद धरती पर लौट आई हैं। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आखिरकार 286 दिनों के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद पृथ्वी पर वापस लौट आई हैं। उनके साथ नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर, निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी लौटे हैं।
सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर बीते 9 महीने 14 दिन से अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन पर फंसे हुए थे। उनके रॉकेट ने बुधवार (19 मार्च, 2025) की सुबह 3.28 मिनट पर फ्लोरिडा के तट के पास मेक्सिको की खाड़ी में पैराशूट से स्प्लेशडाउन किया। वे अंतरिक्ष से 17 घंटे का सफर तय करने के बाद धरती पर पहुंचे हैं।
नासा की ओर से अंतरिक्ष यात्रियों के स्प्लेशडाउन का वीडियो भी जारी किया गया, जिसमें देखा जा सकता है कि उनको स्ट्रेचर पर बाहर निकाला जा रहा था।
स्पेस से लौटने के बाद अपने पैरों पर खड़ी क्यों नहीं हो पाईं सुनीता ?
सुनीता विलियम्स की वापसी का इंतजार नासा के अलावा पूरी दुनिया कर रही थी। जब उनके धरती पर उतरने की पहली तस्वीरें सामने आईं तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वीडियो में देखा गया कि सुनीता विलियम्स ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकलीं और खुशी के साथ उन्होंने हाथ हिलाया। धरती पर लौटने की खुशी उनके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। वीडियो में देखा गया कि सुनीता विलियम्स ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकलीं और खुशी के साथ उन्होंने हाथ हिलाया। धरती पर लौटने की खुशी उनके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। सुनीता विलियम्स कैप्सूल से निकलते ही अपने पैरों में खड़ी होने की बजाय व्हील चेयर पर बैठ गईं। जिसके बाद उन्हें समंदर से वापस लाया गया। ऐसे में सवाल ये है कि उन्हें क्यों व्हील चेयर पर बिठाया गया। दरअसल जब भी स्पेस से कोई एस्ट्रोनॉट धरती पर आते हैं तो प्रोटोकॉल के तहत उन्हें स्ट्रेचर या फिर व्हील चेयर पर लेकर जाते हैं। एस्ट्रोनॉट्स स्पेस में कई दिनों तक रहने के बाद धरती पर तुरंत चलना शुरू नहीं कर पाते है। क्योंकि वहां वो जीरो ग्रैविटी में रहते है, ऐसे में उन्हें तुरंत अपने पैरों पर खड़े होने में परेशानी होती है। स्पेस से लौटने के कुछ दिन तक एस्ट्रोनॉट्स बेबी वॉक करते हैं, यानी बच्चों की तरह चलने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वो स्पेस में फ्री फॉल में होते हैं, यानी वहां चलना मुमकिन नहीं होता है।
स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से की वापसी
स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए यह टीम अंतरराष्टï्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से सफलतापूर्वक पृथ्वी पर उतरी।
भारत में परिवार वाले खुश
सुनीता विलियम्स के धरती पर लौटने के बाद उनका परिवार बेहद खुश है। परिवार ने यह तक बताया है की सुनीता विलियम्स इस साल भारत जरूर आएंगी। सुनीता विलियम्स की भाभी फाल्गुनी पंड्या ने बताया कि उनकी सुनीता विलियम से जब बात हुई थी तो उन्होंने अपने महाकुंभ जाने की बात उन्हें बताई थी। महाकुंभ का नाम सुनकर सुनीता विलियम्स बेहद खुश हुईं थी। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी भाभी से महाकुंभ की तस्वीरें भी भेजने के लिए कहा था। सुनीता विलियम्स बेहद आध्यात्मिक है। उनकी आध्यात्मिकता इससे भी पता चलती है वह स्पेस में अपने साथ भगवान गणेश की मूर्ति लेकर गई थीं। भगवान गणेश को वह लकी मानती हैं। वह पहले भी अपनी अंतरिक्ष यात्रा के समय अपने साथ भगवद्ग गीता, शिव और ओम लेकर गईं थीं।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार को घेरा
राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े पर रार
बोले- किसी हालत में फर्जी थानेदार नहीं लगने दूंगा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अलवर। एसआई के मुद्दे को दफन नहीं होने दूंगा, चाहे उन्हें किसी छोर तक जाना पड़े। अपनी ही सरकार से क्यों न लडऩा पड़े। ये बात मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार को आंख दिखाते हुए कही। मीणा मंगलवार को शहीद हसन खान मेवाती के बलिदान दिवस कार्यक्रम में मेवात के बुलावे पर रघुनाथगढ़ पहुंचे थे।
बता दें इस भर्ती मुद्दे को लेकर किरोड़ी लाल मीणा लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। रघुनाथगढ़ पहुंचे मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वे किसी कीमत पर फर्जी थानेदारों को नहीं लगने देंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे बड़ी वेदना यही है कि एसआई की परीक्षा सरकार रद्द नहीं कर रही है। इसमें फर्जीवाड़े का मुद्दा उन्होंने उठाया है और यह उनका मुद्दा है। वे किसी कीमत पर इस मुद्दे को मरने नही देंगे, चाहे उन्हें किसी छोर तक जाना पड़े। उन्होंने कहा कि पुलिस हेड क्वार्टर और एसओजी सहित एडवोकेट जनरल ने भी एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की पेशकश कर दी है, लेकिन पता नहीं क्यों सरकार भर्ती को निरस्त नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के कार्यकाल में 18 परीक्षाओं में से 17 के पेपर लीक हुए थे। इनमें एसआई की परीक्षा भी शामिल थी। पिछली सरकार के समय में यह मुद्दा उठा भी गया था, लेकिन वह सरकार कुंडली मारकर बैठी रही और किसी मामले कार्रवाई नहीं की। बाद में सरकार बड़प्पन के बाद टीम बनाई गई और करीब 50 ऐसे फर्जी लोग पकड़ गए जो पेपर लीक मामले में फर्जी तरीके से एसआई की नौकरी पा गए थे। इसके अलावा 35 ऐसे लोग भी पकड़े गए जो पिछली सरकार के समय पेपर लीक मामलों में शामिल रहे थे।
मंत्री किरोड़ी ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी वेदना यही है कि सभी स्तरों पर पेशकश किए जाने के बावजूद एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं किया जा रहा। उन्होंने साफ शब्दों में सरकार को चेताते हुए सचेत किया कि वह यह परीक्षा को तुरंत रद्द करें अन्यथा वे उस मुद्दे को किसी कीमत पर नहीं छोडऩे वाले। जरूरत पड़ी तो सरकार को भी कटघरे में खड़ा करेंगे।
भजन सरकार किसानों को न बिजली-पानी दे पा रही न ही उपज का सही दाम : गहलोत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य (रूस्क्क) पर गेहूं खरीद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर बयान जारी करते हुए भाजपा सरकार की नीतियों पर निशाना साधा।
गहलोत ने लिखा, भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसानों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। सरसों की उपज बाजार में आ चुकी है, लेकिन अब तक एमएसपी पर सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है। वहीं, गेहूं की कटाई अभी हुई भी नहीं, फिर भी उसकी रूस्क्क पर खरीद के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में गेहूं की एमएसपी2700 करने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। इससे पहले मूंगफली की सरकारी खरीद में भी भ्रष्टाचार की शिकायतें आई थीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ना तो किसानों को पर्याप्त बिजली दे पा रही है, ना पानी, और ना ही उनकी उपज का सही दाम मिल पा रहा है।
नागपुर हिंसा की आग से लाल हुई महाराष्ट्र की सियासत
महाविकास अघाड़ी ने महायुति सरकार को घेरा, नितेश राणे ने अबू आजमी को ठहराया जिम्मेदार
उद्धव ने बीजेपी के हिंदुत्व के दावों को दी चुनौती
आदित्य ठाकरे के बयान ने मचाया तहलका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के बाद महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गई है। विपक्ष ने वहां की महायुति सरकार पर जोरदार हमले शुरू कर दिए है। इसी के तहत नेताओं का एक-दूसरे पर वार पलटवार जारी हो गया है।
वहीं नागपुर हिंसा पर आदित्य ठाकरे के बयान ने भी तहलका मचा रखा है। महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा के लिए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी को दोषी ठहराया है।
उन्होंने दावा किया है कि यह घटना राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए पूर्व नियोजित थी। राणे ने कहा अबू आज़मी इसके लिए ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने इस मुद्दे को शुरू किया और यह सरकार की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से हिंसा की एक पूर्व नियोजित कार्रवाई थी।वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा शासित महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद का फायदा उठाकर विकास संबंधी अपनी उपलब्धियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के निष्क्रिय रहने के फैसले पर सवाल उठाया और कहा कि जब उनके पास ताकत है तो वे कब्र को हटाने में असमर्थ हैं।
महाराष्ट्र को मणिपुर बनाने की साजिश : आदित्य ठाकरे
नागपुर हिंसा पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा इस मामले में बेशर्म है क्योंकि यह घटना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के गृहनगर में हुई है। दुख की बात है कि जब भाजपा शासन नहीं कर पाती है, तो वे हिंसा, दंगे का सहारा लेते हैं और हर राज्य में यही उनका तय फॉर्मूला है। अगर आप मणिपुर को देखें, तो वे महाराष्ट्र को भी यही बनाना चाहते हैं। वे 300-400 साल पहले जीने वाले किसी व्यक्ति का इतिहास खोदने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे भविष्य के बारे में नहीं बोल सकते।