पहलगाम हमले पर बीजेपी नेता की बयानबाजी पर उठे सवाल, देश में रोष का माहौल

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को बैसारन घाटी में आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार करते हुए 26 लोगों की जान ले ली, जबकि कई पर्यटक घायल हुए.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को बैसारन घाटी में आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार करते हुए 26 लोगों की जान ले ली, जबकि कई पर्यटक घायल हुए. जिसके बाद पूरे देश में रोष का माहौल बना हुआ है. भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज नफरत फैलाने का काम कर रहे है। क्या इस समय वाकई भाजपा के नेताओं को ऐसा करना शोभा देता है क्या। इस समय तो देश का वो माहौल है कि सबको को एकजुट होना चाहिए,लेकिन भाजपा सरकार ये कंहा समझने वाली है।

आपको बता दें,कि भाजपा नेता निशिकांत दूबे ने बताया कि आज कल कलमा सीख रहे हैं,इतना ही नहीं भाजपा के सांसद कैसे नफरत फैला रहे है। और हिन्दू-मुस्लिम कर रहे है। ये तो आप लोग देख ही रहे है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का मकसद केवल नरसंहार नहीं था,बल्कि देश में साम्प्रदायिक दंगा भड़काना भी था। आतंकवादियों ने पर्यटकों से धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया,जिससे देश में तनाव फैलाने की कोशिश की गई। सरकार और विपक्ष दोनों ने इस हमले की निंदा की है। और पाकिस्तान की संलिप्तता की आशंका जताई है। क्या वाकई भाजपा सरकार एकजुट होकर आतंकवाद का विरोध कर रही है। या फिर केवल मोदी सरकार वोट बैंक साधने का काम कर रही है। सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया, जिससे देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की गई। इस हमले को केवल एक नरसंहार नहीं, बल्कि एक सुनियोजित सांप्रदायिक उकसावे के रूप में देखा जा रहा है।

घटना के बाद जहां एक ओर सरकार और विपक्ष दोनों ने इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा की है, वहीं दूसरी ओर भाजपा के कुछ नेताओं के बयान विवादों में आ गए हैं।भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक बयान में कहा गया कि, “आजकल लोग कलमा सीख रहे हैं,” जो कि धार्मिक आधार पर भड़काऊ माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर भाजपा के अन्य नेताओं के बयान भी हिंदू-मुस्लिम विभाजन को उभारने वाले माने जा रहे हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस समय जब देश को एकजुट होने की सबसे ज्यादा जरूरत है, तब कुछ भाजपा नेता नफरत फैलाने और ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा सरकार आतंकवाद के खिलाफ सच्चे मन से एकजुटता दिखा रही है, या फिर इस संवेदनशील मौके को भी वोट बैंक की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है? इस बीच, सरकार ने पाकिस्तान की संलिप्तता की आशंका जताई है और सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। घाटी में तलाशी अभियान तेज़ कर दिया गया है।

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