लहसुन की रोज खाएं 1 कली
बीमारियों से दूर रहेगी बॉडी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
खाली पेट लहसून खाने के फायदे और नुकसान पर चर्चा करना एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण विषय है। लहसून, जिसे हम गार्लिक के नाम से भी जानते हैं, हमारे रसोईघर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन का सेवन सदियों से दवा के तौर पर किया जा रहा है। लहसुन एक ऐसा मसाला है जिसका सेवन करने से खाने का स्वाद बढ़ता है और बॉडी को कई तरह के फायदे भी मिलते हैं। रोजाना कच्चे लहसुन का सेवन करने से बॉडी में कई तरह के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक कच्चे लहसुन की सिर्फ एक कली का अगर रोजाना सेवन किया जाए तो ये स्वास्थ्य के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक लहसुन का सेवन आजकल जोर पकडऩे वाली तीन गंभीर बीमारियों कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी और शुगर की बीमारी में असरदार साबित होता है।
कोलेस्ट्रॉल करता है कंट्रोल
कच्चे लहसुन की एक कली का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल रहता है। कच्चा लहसुन खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि लहसुन का सेवन करने वाले लोगों के कोलेस्ट्रॉल के स्तर में काफी कमी देखी गई। लहसुन का सेवन दिल की सेहत में सुधार करने में बेहद असरदार साबित होता है। खाली पेट लहसून खाने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
बॉडी से टॉक्सिन करता है बाहर
लहसुन में मौजूद सल्फर यौगिक बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में भी मदद करता है। लहसुन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, सिर दर्द का इलाज करता है। ये एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो बॉडी से टॉक्सिन निकालने में लिवर की मदद करता है।
पाचन तंत्र को रखेगा ठीक
लहसून में सल्फर कंपाउंड्स होते हैं जो पेट के बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह गैस, अपच और अन्य पेट की समस्याओं को कम करने में मदद करता है। खाली पेट लहसून खाने से पाचन तंत्र सही तरीके से काम करता है। लेकिन उन लोगों को सावधान रहना चाहिए जिनका पेट सेंसिटिव है। अगर आपको पेट में तकलीफ होती है, तो लहसून का सेवन कम करें।
इम्युनिटी करता है बूस्ट
लहसुन पोषक तत्वों से भरपूर फूड है जो इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करता है। यह फूड विटामिन सी और विटामिन बी 6, मैंगनीज और सेलेनियम से भरपूर होता है जो ना सिर्फ इम्युनिटी को स्ट्रांग बनाता है बल्कि बॉडी को हेल्दी भी रखता है। एक रिसर्च के मुताबिक जिसमें 146 लोगों को शामिल थे, पाया गया है कि जो लोग रोजाना लहसुन की एक कली का सेवन करते हैं उन्हें संक्रमण और सर्दी जुकाम का खतरा 63 प्रतिशत तक कम रहता है। लहसून में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं।
ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
आयुर्वेद में सदियों से बीपी को नॉर्मल करने के लिए लहसुन का सेवन किया जा रहा है। लहसुन की एक कच्ची कली का सेवन करने से बीपी को नॉर्मल रखा जा सकता है। लहसुन में मौजूद एलिसिन यौगिक ब्लड वैसल्स को आराम देता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। एक्सपेरिमेंटल एंड थेराप्यूटिक मेडिसिन की एक रिसर्च के मुताबिक लहसुन का अर्क ब्लड प्रेशर को कम करता है। लहसुन बीपी की दवा की तरह ही असरदार है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक प्राकृतिक उपाय साबित हो सकता है। लेकिन लहसून का सेवन रक्त को पतला करता है, जो कुछ मामलों में समस्या पैदा कर सकता है, खासकर अगर आप पहले से ही रक्त पतला करने वाली दवाइयां ले रहे हों। ऐसे में लहसून का सेवन सीमित मात्रा में करें।
वजन घटाने में मददगार
लहसून शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। यह शरीर के चर्बी को जलाने में सहायक होता है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो खाली पेट लहसून का सेवन फायदेमंद हो सकता है।


