सुब्रमण्यन BJP के जाने-माने भक्त हैं- कांग्रेस

कांग्रेस की प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘ BJP ने नरेंद्र मोदी की छवि सुधारने के लिए यह पैसा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को नहीं दिया था.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कांग्रेस ने दावा किया है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने केवी सुब्रमण्यन के इंडिया @100 किताब की 2 लाख प्रतियां खरीदी थी. किताब की प्रतियां खरीदने के लिए बैंक ने 7.25 करोड़ रुपए दिए थे.इसी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. साथ ही सवाल किया, ‘यह conflict of interest  कैसे हुआ?’

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम पर आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने दावा किया है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने केवी सुब्रमण्यन के इंडिया @100 किताब की 2 लाख प्रतियां खरीदी थी. ताकि जोनल और रीजनल ऑफिस में बांटा जा सके. किताब की प्रतियां खरीदने के लिए बैंक ने 7.25 करोड़ रुपए दिए थे.

सुब्रमण्यम IMF में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी रह चुके हैं लेकिन भारत सरकार ने उन्हें 6 महीने पहले 30 अप्रैल को पद से हटा दिया. उनका तीन साल का कार्यकाल नवंबर 2025 में समाप्त होने वाला था. श्रीनेत ने कहा कि आम तौर पर ऐसा नहीं होता है. सरकार ने कोई कारण नहीं बताया है कि उन्हें क्यों हटाया गया. उन्होंने सवाल किया कि क्या बैंक ने 7 करोड़ रुपए से ज़्यादा खर्च करने के लिए अपने बोर्ड से पूछा? क्या वित्त मंत्रालय ने इस बात की जांच की है कि यह conflict of interest  कैसे हुआ?

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि केवी सुब्रमण्यन प्रधानमंत्री और BJP के जाने-माने भक्त हैं. सुब्रह्मण्यम ने हमेशा मोदी सरकार की गलत नीतियों को सही बताया और पूर्व सरकार की नीतियों को गलत बताया था. ये दिखाता है कि केवी सुब्रमण्यन जैसे लोगों के लिए सरकार का क्या रुख है और आम जनता के लिए सरकार का क्या रुख है? क्या बैंक ने पैसे देने से पहले खाताधारकों को बताया था?

उन्होंने कहा कि IMF के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के किताब की कॉपियां सरकारी बैंक से खरीदवाना Conflict of interest है. जून और जलाई 2024 में किताब खरीदने के लिए पत्र लिखा गया था. 3.5 करोड़ एडवांस दिया जा चुका था और बाकी रीजनल ऑफिस को कहा गया था कि miscellaneous खर्च में दिखाकर बाकी पैसे दे. श्रीनेत ने कहा कि 4 मई को ऑल इंडिया यूनियन बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन ने भी बैंक के एमडी से इसकी जांच की मांग की है.

बैंक की MD और CEO पर लगाया ये आरोप
आपको बता दें,कि कांग्रेस की प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘ BJP ने नरेंद्र मोदी की छवि सुधारने के लिए यह पैसा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को नहीं दिया था. यह पैसा जनता का था तो इसका दुरुपयोग क्यों किया गया और क्या खाताधारक को इस बारे में कोई जानकारी दी गई थी? यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की MD और सीईओ मणिमेखलाई, जिनका जून 2025 में एक्सटेंशन होना है, तो क्या उन्होंने अपने एक्सटेंशन की पैरवी करने के लिए अपरोक्ष रिश्वत दी, क्या ये सब उनकी जानकारी में हुआ?’

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