वक्फ कानून पर जागरूकता कार्यक्रम में हंगामा, बीजेपी के दो वरिष्ठ नेता आपस में भिड़े
हंगामा तब शुरू हुआ जब कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान मंच पर नेताओं को आमंत्रित किया गया, लेकिन महेश शुक्ला का नाम न पुकारे जाने और उन्हें मंच पर न बुलाए जाने से वह नाराज़ हो गए।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बस्ती जिले के एक होटल में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी द्वारा आयोजित वक्फ सुधार जन जागरण अभियान के कार्यक्रम में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब पार्टी के दो वरिष्ठ नेता आपस में भिड़ गए। कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा वक्फ कानून में हाल ही में किए गए संशोधनों के बारे में मुस्लिम समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, मंच पर बैठने की व्यवस्था और एक नेता का नाम न पुकारे जाने को लेकर दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई, जो कुछ ही पलों में हाथापाई में बदल गई। कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं और आयोजकों ने किसी तरह हालात को संभाला, लेकिन तब तक वंहा मौजूद लोगों के बीच अफरातफरी मच गई। मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने वक्फ कानून में किए गए संशोधनों को लेकर मुस्लिम समुदाय में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरूआत की है। इसके तहत भाजपा को देशभर में मुस्लिम समाज के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें नए प्रावधानों की जानकारी देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कार्यक्रम के दौरान हुई इस अप्रत्याशित घटना से पार्टी की स्थानीय इकाई का कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल भाजपा की जिला इकाई ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा वक्फ कानून में किए गए हालिया संशोधनों को मुस्लिम समुदाय तक पहुंचाने और समर्थन जुटाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। पार्टी की मंशा थी कि इस मंच के माध्यम से सरकार की बात मुस्लिम समाज तक पहुंचे और उन्हें वक्फ कानून में किए गए सुधारों के लाभों की जानकारी दी जा सके। कार्यक्रम में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिला अध्यक्ष विवेकानंद मिश्रा, दर्जा प्राप्त मंत्री (गौ सेवा आयोग) और पूर्व जिला अध्यक्ष महेश शुक्ला सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
हंगामा तब शुरू हुआ जब कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान मंच पर नेताओं को आमंत्रित किया गया, लेकिन महेश शुक्ला का नाम न पुकारे जाने और उन्हें मंच पर न बुलाए जाने से वह नाराज़ हो गए। इसके बाद उन्होंने मंच पर ही अपनी नाराजगी जाहिर की, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महेश शुक्ला और मंच पर मौजूद अन्य नेताओं के बीच कहासुनी हुई, जो कुछ ही देर में गर्मागर्मी में बदल गई। आरोप है कि शुक्ला ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर मंच पर हंगामा कर दिया, जिससे पूरे कार्यक्रम में अफरा-तफरी फैल गई। आयोजन को शांत कराने में आयोजकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी, और कुछ समय के लिए कार्यक्रम बाधित हो गया। इस घटनाक्रम ने भाजपा की जिला इकाई की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने बताया कि मामले की आंतरिक जांच की जा रही है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।



