भगदड़ के बाद सरकार के कदम से संतुष्ट है आलाकमान: सिद्धारमैया

  • सीएम बोले- जातिगत जनगणना पर तैयारी तेज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ के बाद उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। बातचीत में सीएम ने कहा कि नेता सरकार की प्रतिक्रिया से संतुष्ट हैं। उनके साथ उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल और आरसी सुरजेवाला भी बैठक में मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार बेंगलुरू में भगदड़ में हुई मौतों की जिम्मेदारी लेगी, उन्होंने कहा कि यही बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी लागू होगी और आश्चर्य जताया कि क्या उन्होंने इस वर्ष की शुरूआत में प्रयागराज में महाकुंभ में हुई भगदड़ की मौतों के लिए इस्तीफा दे दिया था।
भगदड़ में हुई मौतों के मुद्दे को संसद में उठाने की भाजपा की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी को सबसे पहले महाकुंभ के दौरान हुई मौतों और गुजरात में पुल ढहने की घटना पर चर्चा करनी चाहिए, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा पुल का उद्घाटन करने के कुछ ही दिनों के भीतर लोगों की मौत हो गई। सिद्धारमैया ने कहा, जाति जनगणना को लेकर चर्चा हुई। कुछ संगठनों, धार्मिक प्रमुखों और यहां तक कि कुछ मंत्रियों ने भी इस पर चिंता जताई थी। जाति जनगणना पर प्रस्तुत रिपोर्ट को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है। इस बात पर सहमति बनी है कि जाति गणना की जानी चाहिए।

पारदर्शी तरीके से होगी नयी जाति जनगणना: शिवकुमार

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कर्नाटक मंत्रिमंडल 90 दिनों के भीतर राज्य में फिर से जातिगत गणना कराने के लिए समयसीमा तय करेगा। उन्होंने एक ‘‘पारदर्शी’’ प्रक्रिया का वादा किया जो समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा, हम इस पर सहमत हो गए हैं। पार्टी ने सर्वेक्षण पूरा करने और 90 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का फैसला किया है।’’ शिवकुमार ने इस बात पर जोर दिया कि जनगणना सभी समुदायों को विश्वास में लेते हुए पारदर्शी तरीके से की जाएगी। उन्होंने कहा, मंत्रिमंडल सर्वेक्षण की तारीख और समयसीमा तय करेगा, जो एक लंबी और बड़ी प्रक्रिया है। मुख्यमंत्री तारीख की घोषणा करेंगे।’’ उपमुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि नयी जनगणना में हर समुदाय की चिंताओं का समाधान किया जाएगा और किसी को भी इससे बाहर नहीं रखा जाएगा।

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